रेनो ट्राइबर Vs किया कैरेंस : क्रैश टेस्ट रेटिंग कंपेरिजन
प्रकाशित: अक्टूबर 20, 2022 06:55 pm । स्तुति । रेनॉल्ट ट्राइबर
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रेनो ट्राइबर और किया कैरेंस में से कौनसी कार है ज्यादा सेफ, जानेंगे यहां
नई कारों की टेस्टिंग के साथ ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट रेटिंग भी काफी महत्वपूर्ण होती जा रही है। यह रेटिंग गाड़ी की इंटीग्रिटी और स्ट्रेंथ को लेकर एकदम सही आइडिया देती है और इससे पता चलता है कि दुर्घटना की स्थिति में कार में बैठे पैसेंजर कितने सुरक्षित रहेंगे। ग्लोबल एनकैप द्वारा किया जाने वाला गाड़ियों का सबसे महत्वपूर्ण टेस्ट फ्रंटल ऑफ़सेट क्रैश टेस्ट है, लेकिन नए प्रोटोकॉल के तहत इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, साइड बैरियर और पोल इम्पेक्ट और पेडेस्ट्रियन सेफ्टी जैसे टेस्ट पर भी ज्यादा फोकस रखा गया है।
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हमनें दो पॉपुलर एमपीवी कार रेनो ट्राइबर और किया कैरेंस को एक दूसरे कंपेरिजन किया है। इनमें से एक भारत की सबसे अफोर्डेबल एमपीवी कार है, जबकि दूसरा फीचर लोडेड मॉडल है जिसमें कई सेफ्टी फीचर स्टैंडर्ड मिलते हैं। भारत में मौजूद दूसरी कारों की तरह ही इन दोनों गाड़ियों के बेस वेरिएंट का टेस्ट किया गया है। चलिए जानते हैं इन दोनों में से कौनसी कार है ज्यादा सेफः
ओवरऑल स्कोर :
किआ कैरेंस कार को ग्लोबल एनकैप के क्रैश टेस्ट में 3-स्टार रेटिंग मिली है, जबकि ट्राइबर कार को 4-स्टार रेटिंग दी गई है। ट्राइबर एमपीवी में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स, एबीएस के साथ ईबीडी, रियर पार्किंग सेंसर्स और फ्रंट पैसेंजर के लिए सीटबेल्ट रिमाइंडर स्टैंडर्ड दिए गए हैं, जबकि किआ कारेन्स में छह एयरबैग्स, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल असिस्ट, आइएसोफिक्स और टायर प्रेशर मॉनिटर जैसे फीचर स्टैंडर्ड मिलते हैं।
फ्रंट पैसेंजर सेफ्टी
रेनो ट्राइबर
- इस एमपीवी कार को फ्रंट पैसेंजर सेफ्टी के मामले में 17 में से 11.62 पॉइंट के साथ 4-स्टार रेटिंग मिली है।
- ट्राइबर कार में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के सिर और गर्दन की सुरक्षा को अच्छा प्रोटेक्शन मिला है।
- ड्राइवर के चेस्ट के हिस्से को इसमें मार्जिनल स्कोर मिला है, जबकि को-पैसेंजर के चेस्ट के हिस्से को इसमें औसत रेटिंग मिली है।
- ड्राइवर के घुटने वाले एरिया के प्रोटेक्शन को इसमें मार्जिनल बताया गया है, जबकि पैसेंजर के घुटनों के हिस्से बताया को अच्छा बताया गया है।
- रेनो ट्राइबर के फूटवेल एरिया को स्थिर बताया गया है।
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किया कैरेंस
- किया कैरेंस को फ्रंट पैसेंजर सेफ्टी के मामले में 17 में से 9.30 पॉइंट्स के साथ 3-स्टार रेटिंग मिली है।
- इस एमपीवी कार में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के सिर और गर्दन की सुरक्षा को अच्छा प्रोटेक्शन मिला है।
- ड्राइवर के चेस्ट के हिस्से को इसमें मार्जिनल स्कोर मिला है, जबकि को-पैसेंजर के चेस्ट के हिस्से को इसमें अच्छी सुरक्षा मिली है।
- इन दोनों एमपीवी कारों में ड्राइवर और पैसेंजर के घुटने वाले एरिया के प्रोटेक्शन को मार्जिनल बताया गया है।
- इस गाड़ी के फूटवेल एरिया को अस्थिर रेटिंग दी गई है।
चाइल्ड पैसेंजर सेफ्टी
चाइल्ड सेफ्टी के मामले में ट्राइबर कार को 49 में से 27 पॉइंट्स मिले हैं, जबकि कैरेंस कार को 30.99 पॉइंट्स दिए गए हैं। इन दोनों कारों में सेकंड रो पर रियर मिडल पैसेंजर के लिए 3-पॉइंट सीटबेल्ट फीचर नहीं दिया गया है। ट्राइबर में आइएसोफिक्स फीचर का अभाव है, जबकि कैरेंस में आइएसोफिक्स और छह एयरबैग्स फीचर दोनों दिए गए हैं।
बॉडीशेल इंटिग्रिटी
किसी भी कार की बॉडी इंटीग्रेटी ही क्रैश टेस्ट का सबसे अहम हिस्सा होती है और इसी से पता चलता है कि कार का स्ट्रक्चर कितना मजबूत होता है। इंटीग्रेटी टेस्ट में कैरेंस और ट्राइबर दोनों फेल रही हैं और इनकी बॉडीशेल को अनस्टेबल रेटिंग दी गई है।
इस कंपेरिजन में ट्राइबर कार ज्यादा बेहतर साबित हुई है। मगर, चाइल्ड सेफ्टी के मामले में कैरेंस ज्यादा अच्छी है। ट्राइबर में छह एयरबैग्स के बजाए दो एयरबैग्स दिए गए हैं जो यह दर्शाते हैं कि कैरेंस में मिलने वाले चार अतिरिक्त एयरबैग इस गाड़ी की सुरक्षा को इतना ज्यादा नहीं बढ़ाते हैं।
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