तस्वीरों से जानिए कैसी है रेनो ट्राइबर
रेनो इन दिनों सब-4 मीटर एसयूवी ट्राइबर पर काम कर रही है। इसे 10 लाख के प्राइस ब्रेकेट के अंतर्गत उतारा जाएगा। क्विड की तरह ये भी एक यूनीक कार होगी। हाल ही में कंपनी ने इसके प्रोडक्शन मॉडल को दुनिया के सामने पेश किया है। हमें इस कार ने कितना प्रभावित किया, ये जानेंगे यहां:-
पहली नज़र में रेनो ट्राइबर हैचबैक और एसयूवी का एक मिश्रित वर्जन लगती है। इसका साइज प्रीमियम हैचबैक और सब कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट की कारों की तरह 4 मीटर से नीचे आता है। मगर कीमत के मामले में इसका मुकाबला मारुति स्विफ्ट जैसी मिड-साइज़ हैचबैक कार से है। तस्वीरों में यह कार किसी एमपीवी जैसी दिखाई पड़ती है। इसका ऊंचा ग्राउंड क्लीयरेंस, बॉडी क्लेडिंग और रूफरेल इसे एक दमदार लुक देने में मदद करते हैं।
इसका आगे वाला हिस्सा रेनो के अंतरराष्ट्रीय पोर्टफोलियो में मौजूद कारों जैसा दिखाई देता है। बोनट पर रेनो की बैजिंग के साथ क्रोम इंसर्ट वाली सिग्नेचर ग्रिल दी गई है।
कार में ड्यूल बैरल प्रोजेक्टर हैडलैंप का फीचर दिया गया है और डे-टाइम रनिंग लैंप को बंपर पर पोजिशन किया गया है। आश्चर्य की बात ये है कि नई रेनो ट्राइबर में फॉगलैंप का फीचर नहीं दिया गया है।
कार के ड्यूल-टोन कलर बंपर पर हनीकॉम्ब मैश पैटर्न के साथ बड़े एयरडैम और फॉक्स स्किड प्लेट का फीचर दिया गया है। कार को दमदार लुक देने के लिए इसमें 183 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस और व्हील क्लेडिंग के साथ रूफरेल का फीचर दिया गया है। इसकी छत पर 50 किलोग्राम तक सामान रखकर ले जाया जा सकता है।
कार की थर्ड रो में अच्छा हैडरूम देने के लिए रूफ के पिछले हिस्से को थोड़ा ऊंचा रखा गया है। कार का सेकंड डोर भी काफी बड़ा है। रेनो ट्राइबर 5 और 7 सीटर के विकल्प में उपलब्ध होगी। इसके बड़े डोर के कारण केबिन में प्रवेश करना और उससे बाहर निकलना आसान बन जाता है।
दूसरी हैचबैक कारों के मुकाबले ट्राइबर का पिछला हिस्सा काफी फ्लैट है। इसका पिछला हिस्स एमपीवी कार की तरह नज़र आता है। यहां दो भागों में बंटे रैप अराउंड टेललैंप दिए गए हैं जिनमें एलईडी का फीचर मौजूद नहीं है। कार के पिछले हिस्से पर ही ड्यूल-टोन कलर बंपर के साथ सिल्वर कलर की फॉक्स स्किड प्लेट का फीचर दिया गया है।
इस गाड़ी में 15 इंच के व्हील के साथ 185/65 क्रॉस सेक्शन टायर दिए गए हैं। ट्राइबर में अलॉय व्हील का फीचर नहीं दिया गया है। हालांकि,अलॉय व्हील जैसे दिखने वाले फ्लैक्स व्हील दिए गए हैं।
रेनो, क्विड की तरह ट्राइबर में अलॉय व्हील की पेशकश एसेसरीज के रूप में कर सकती है। हालांकि, बाज़ार में भी अलॉय व्हील के काफी सारे विकल्प मौजूद हैं।
ट्राइबर की ऊंचाई फोर्ड ईकोस्पोर्ट के आसपास ही है। इसकी लंबाई और अच्छी खासी चौड़ाई इसे एमपीवी कार जैसा लुक देती है। मगर, ये ज्यादा स्पोर्टी और यूरोपियन कारों जैसी भी दिखाई पड़ती है। ट्राइबर को एकदम नए प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है। इस बारे में रेनो का कहना है कि यह प्लेटफॉर्म क्विड के सीएमएफ ए प्लेटफॉर्म से 90 प्रतिशत तक अलग है।
कार के डैशबोर्ड को लाइट और डार्क ग्रे कलर थीम पर डिजाइन किया गया है। इसमें सिल्वर हाइलाइट्स के साथ क्रोम एसेंट भी दिए गए हैं। डैशबोर्ड पर 8 इंच की टचस्क्रीन दी गई है। इसमें फोन होल्डर और स्टार्ट/स्टॉप बटन का फीचर भी दिया गया है।
ट्राइबर के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में 3.5 इंच की स्क्रीन दी गई है। इसमें निसान किक्स और अपकमिंग रेनो डस्टर 2020 वाला स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। स्टीयरिंग व्हील पर ऑडियो कंट्रोल और लैदर कवर का अभाव है।
रेनो कार की पूरी रेंज में 7 इंच का मीडियानेव टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम पेश किया जाता है। मगर, ट्राइबर में 8 इंच का बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। यह सिस्टम एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी से लैस है।
इसमें मैनुअल एयरकंडीशनिंग सिस्टम के लिए बटन और चौकोर डायल दिए गए हैं। कार में सेकंड और थर्ड रो की सीटों पर एसी वेंट का फीचर दिया गया है।
रेनो ट्राइबर में सेगमेंट फर्स्ट इन बिल्ट रेफ्रिजरेटर का फीचर भी दिया गया है। इसे फ्रंट सीटों के बीच में पोजिशन किया गया है।
कार की फ्रंट सीट पर इंटीग्रेटेड हैडरेस्ट दिए गए हैंं। वहीं सेकंड और थर्ड रो की सीटों पर एडजस्टेबल हैडरेस्ट दिए गए हैं। सीटों पर कुशनिंग भी काफी अच्छी है।
ट्राइबर में हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट का फीचर नहीं दिया गया है। हालांकि, आगे-पीछे एडजस्ट होने वाले स्टीयरिंग व्हील के कारण ड्राइवर को सीट एडजस्ट करने की इतनी जरूरत नहीं पड़ती।
कार की सेकंड रो सीटें 60:40 के अनुपात में बंटी है। वहीं, थर्ड रो सीटें 50:50 के अनुपात में बटी हुई है। इसके अलावा, तीसरी रो की सीटों को कम किया जा सकता है और इन्हें हटाया भी जा सकता है। जबकि दूसरी रो की सीटों को स्लाइड, टंबल या रिक्लाइन किया जा सकता है। ट्राइबर में दिए गए मल्टीपल सिटिंग ऑप्शन की जानकारी आप यहां देख सकते हैं।
ट्राइबर का व्हीलबेस 2636 मिलीमीटर का है। ऐसे में यह हुंडई क्रेटा और होंडा सिटी से भी लंबी कार है। इस कार में स्पेस का कोई अभाव नहीं है।
कार की थर्ड रो में बच्चों या कम ऊंचाई के वयस्कों को बैठाया जा सकता है। कंफर्ट के लिए थर्ड रो पर भी एसी वेंट दिए गए हैं। कार में 625 लीटर का बूट स्पेस मिलता है जो सब-4 मीटर कारों में सबसे ज्यादा है।
रेनो की ट्राइबर कार आपको हैचबैक, एमपीवी और एसयूवी का मिला-जुला अहसास कराती है। इसमें छोटी-मोटी कमियां जरूर है मगर, मिड-साइज़ हैचबैक सेगमेंट में ट्राइबर अन्य कारों को कड़ी टक्कर दे सकती है।
यदि ट्राइबर को 5 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया जाता है तो ये काफी अच्छा विकल्प साबित हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई तक इस कार को लॉन्च कर दिया जाएगा।
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Seems to be a affordable vehicle for those who are looking a vehicle above kwid. Specifications are good but power of the engine has yet to be analyzed for a seven seater.
This will be one more junk to Indian customers by the Scrape car manufacturers called Renault. They provided the faulty Duster to me 5 years ago. When the radiator assembly collapsed they tied rope