मारुति अर्टिगा Vs रेनो ट्राइबर : कौनसी 7-सीटर एमपीवी में मिलता है ज्यादा केबिन स्पेस ?
संशोधित: दिसंबर 24, 2019 01:36 pm | स्तुति | रेनॉल्ट ट्राइबर
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रेनो इंडिया (Renault India) ने अपनी 'ट्राइबर' एमपीवी को इस साल ही लॉन्च किया है। लॉन्च के साथ ही यह कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बन गई है। एमपीवी सेगमेंट (MPV Segment) में रेनो ट्राइबर का मुकाबला मारुति अर्टिगा से है। मगर क्या ये 7 सीटर कार अर्टिगा का एक बेहतरीन और किफायती विकल्प है। ये जानने के लिए हमनें केबिन स्पेस के मोर्चे पर इन दोनों एमपीवी का कंपेरिज़न किया है। लेकिन इससे पहले आइये नज़र डालते है दोनों के एक्सटीरियर साइज़ पर -
एक्सटीरियर साइज़ :
|
रेनो ट्राइबर (Renault Triber) |
मारुति अर्टिगा (Maruti Ertiga) |
लंबाई |
3990 मिलीमीटर |
4395mm (+405 मिलीमीटर) |
चौड़ाई |
1739 मिलीमीटर |
1735mm (-4 मिलीमीटर) |
ऊंचाई |
1643 मिलीमीटर |
1690mm (+47 मिलीमीटर) |
व्हीलबेस |
2636 मिलीमीटर |
2740mm (+104 मिलीमीटर) |
बूट स्पेस |
84 लीटर, 625 लीटर तक विस्तार करने योग्य |
209 लीटर, 803 लीटर तक विस्तार करने योग्य |
- ट्राइबर एक सब-4 मीटर एमपीवी है, वहीं अर्टिगा एक कॉम्पैक्ट एमपीवी (Compact MPV) है जिसका साइज़ 4-मीटर से ज्यादा है।
- टेबल पर गौर करें तो ट्राइबर के मुकाबले अर्टिगा ज्यादा ऊंची व लंबी कार है। इसका व्हीलबेस व बूट स्पेस भी ट्राइबर से ज्यादा है।
- चौड़ाई के मामले में दोनों कारों के बीच मामूली अंतर है। जहां ट्राइबर की चौड़ाई 1739 मिलीमीटर है, वहीं अर्टिगा की चौड़ाई 1735 मिलीमीटर (-4 मिलीमीटर) है।
फ्रंट रो स्पेस :
|
रेनो ट्राइबर |
मारुति अर्टिगा |
लेगरूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
930 मिलीमीटर -1080 मिलीमीटर |
860 मिलीमीटर -1000 मिलीमीटर |
नी-रूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
635 मिलीमीटर -830 मिलीमीटर |
550 मिलीमीटर -770 मिलीमीटर |
हैडरूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
945मिलीमीटर--975 मिलीमीटर |
975 मिलीमीटर-1040 मिलीमीटर |
सीट बेस लंबाई |
485 मिलीमीटर |
485 मिलीमीटर |
सीट बेस चौड़ाई |
480 मिलीमीटर |
495 मिलीमीटर |
सीट बेस ऊंचाई |
640 मिलीमीटर |
600 मिलीमीटर |
केबिन चौड़ाई |
1315 मिलीमीटर |
1360 मिलीमीटर |
शोल्डर रूम |
1240 मिलीमीटर |
1320 मिलीमीटर |
आइडियल फ्रंट नी-रूम* |
785 मिलीमीटर |
620 मिलीमीटर |
- छोटी एमपीवी होने के बावजूद रेनो ट्राइबर में अर्टिगा के मुकाबले ज्यादा लेगरूम और नी-रूम स्पेस मिलता है। साथ ही इसमें बेहतर फ्रंट नी-रूम स्पेस भी मिलता है। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि लंबे कद के पैसेंजर्स के लिए ट्राइबर एक बेहतर एमपीवी साबित होती है।
- हालांकि, हेडरूम और शोल्डर रूम स्पेस के मामले में अर्टिगा कहीं ज्यादा बेहतर एमपीवी है।
- दोनों ही कारों में फ्रंट सीट बेस की लंबाई बराबर है। ट्राइबर की तुलना में अर्टिगा की सीट बेस की चौड़ाई 15 मिलीमीटर ज्यादा है। वहीं, इसकी ऊंचाई ट्राइबर से थोड़ी कम है। कुल मिलाकर, अर्टिगा की चौड़ी-चौड़ी सीटें बैठने के लिहाज से बेहद कम्फर्टेबल है।
- ट्राइब्र की तुलना में अर्टिगा का केबिन ज्यादा स्पेशियस है।
सेकंड रो :
|
रेनो ट्राइबर |
मारुति अर्टिगा |
नी-रूम (न्यूनतम-अधिकतम) |
650 मिलीमीटर-850 मिलीमीटर |
520 मिलीमीटर -850 मिलीमीटर |
हेडरूम |
980 मिलीमीटर |
990 मिलीमीटर |
सीट बेस लंबाई |
445 मिलीमीटर |
500 मिलीमीटर |
सीट बेस चौड़ाई |
1195 मिलीमीटर |
1280 मिलीमीटर |
सीट बेस ऊंचाई |
610 मिलीमीटर |
570 मिलीमीटर |
शोल्डर रूम |
1300 मिलीमीटर |
1375 मिलीमीटर |
आइडियल नी-रूम* |
450 मिलीमीटर -710 मिलीमीटर |
580 मिलीमीटर -710 मिलीमीटर |
फ्लोर हंप ऊंचाई |
30 मिलीमीटर |
0 |
फ्लोर हंप चौड़ाई |
250 मिलीमीटर |
0 |
- दोनों ही कारों में 850 मिलीमीटर अधिकतम नी-रूम मिलता है। हालांकि, ट्राइबर एमपीवी में बेहतर न्यूनतम नी-रूम मिलता है। यानि दोनों कारों की फ्रंट रो सीटों को पीछे की ओर अगर पूरा स्लाइड किया जाए, तो ऐसी स्थिति में ट्राइबर में ज्यादा नी-रूम स्पेस मिलेगा।
- सेकंड रो की सीटों पर ट्राइबर के मुकाबले अर्टिगा में बेहतर हैडरूम, शोल्डर रूम स्पेस मिलता है।ट्राइबर की तुलना में इसमें सीटबेस की चौड़ाई व लंबाई भी ज्यादा है। साथ ही अर्टिगा में फ्लैट फ्लोर का लाभ भी मिलता है, जिससे दूसरी रो पर तीसरा पैसेंजर कंफर्टेबल होकर बैठ सकता है।
थर्ड रो :
|
रेनो ट्राइबर |
मारुति अर्टिगा |
नी-रूम (न्यूनतम-अधिकतम ) |
580 मिलीमीटर -730 मिलीमीटर |
580 मिलीमीटर -700 मिलीमीटर |
हेडरूम |
885 मिलीमीटर |
890 मिलीमीटर |
सीट बेस लंबाई |
440 मिलीमीटर |
445 मिलीमीटर |
सीट बेस चौड़ाई |
1080 मिलीमीटर |
1000 मिलीमीटर |
सीट बेस ऊंचाई |
555 मिलीमीटर |
540 मिलीमीटर |
शोल्डर रूम |
1050 मिलीमीटर |
1325 मिलीमीटर |
फ्लोर से सीट बेस की ऊंचाई |
320 मिलीमीटर |
320 मिलीमीटर |
- अर्टिगा के मुकाबले ट्राइबर में तीसरी रो की सीटों पर ज्यादा नी-रूम स्पेस मिलता है। इसकी सीटबेस की चौड़ाई और ऊंचाई भी मारुति की एमपीवी से ज्यादा है।
- ट्राइबर की थर्ड-रो पर हटाई जा सकने वाली रिमूवेबल सीटें दी गई हैं। ऐसे में इसे 7-सीटर से 5-सीटर में बदला जा सकता है।ऐसा होने पर इसमें अर्टिगा से ज्यादा बूट स्पेस तैयार किया जा सकता है।
- ट्राइबर की तुलना में तीसरी रो की सीटों पर अर्टिगा में थोड़ा ज्यादा हैडरूम स्पेस मिलता है।इस एमपीवी का शोल्डर रूम भी ज्यादा है। इस लिहाज से तीसरी रो के पैसेंजर्स के बैठने के लिए यह अच्छी साबित होती है। दोनों ही गाड़ियों के बाकी सभी पहलू काफी हद तक एक दूसरे से मिलते-जुलते हैं।
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