मारुति की इन दो कारों ने लॉकडाउन के बाद सेल्स को दी रफ्तार
प्रकाशित: अगस्त 04, 2020 02:26 pm । भानु
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कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन से ज्यादा प्रभावित होने वाली इंडस्ट्री में ऑटोमोबाइल सेक्टर भी शामिल है। इस इंडस्ट्री की अप्रैल के महीने में तो जीरो सेल्स रही थी। तीन महीने के बाद अब देश की सबसे बड़ी पैसेंजर व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी मारुति की मंथली सेल्स को अच्छी रफ्तार मिली है। जुलाई 2020 में कंपनी को सालाना घरेलु बिक्री के सकारात्मक आंकड़े प्राप्त हुए हैं।
जुलाई 2019 के बाद से मारुति ने एस-प्रेसो, एक्सएल6 और विटारा ब्रेजा फेसलिफ्ट को लॉन्च कर चुकी है। मॉडल वाइज़ फिगर के अनुसार ऑल्टो, बलेनो और इग्निस की डिमांड काफी बढ़ी है, वहीं विटारा ब्रेजा के फेसलिफ्ट मॉडल की सेल्स में भी 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 2019 में मारुति के कार लाइनअप में शामिल हुई एस-प्रेसो और एक्सएल6 ने भी 2020 में कंपनी को हुए नुकसान से उभरने में कुछ मदद की है। टोटल डॉमैस्टिक पैसेंजर व्हीकल सेल्स के मामले में मारुति ने 1.3 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है।
मारुति मॉडल |
जुलाई 2020 |
जुलाई 2019 |
अंतर |
13,654 |
11,577 |
18% |
|
इग्निस |
2,421 |
1,563 |
55% |
विटारा ब्रेज़ा |
7,807 |
5,302 |
47% |
बलेनो |
11,575 |
10,482 |
10% |
3,160 |
- |
- |
|
एक्सएल6 |
1,198 |
- |
- |
मारुति की वैगन-आर, स्विफ्ट, डिजायर और सियाज भी धीरे-धीरे पिछले साल के आंकड़ो को छूने की ओर अग्रसर हैं। मंथली ग्रोथ के मोर्चे पर कंपनी के लगभग सभी मॉडल्स अच्छी खासी बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं अर्टिगा, स्विफ्ट और बलेनो की सेल्स में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एस-क्रॉस पेट्रोल को 5 अगस्त के दिन लॉन्च किया जाएगा जिसके बाद इसकी सेल्स भी बढ़ने की पूरी उम्मीद की जा रही है।
मई 2020 के मुकाबले जुलाई 2020 में मारुति को पैसेंजर व्हीकल की सेल्स में 274 प्रतिशत की वृद्धि का आंकड़ा देखने को मिला है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये आंकड़े अप्रैल में जीरो सेल्स फिगर रहने के बाद सामने आए हैं। इसके अलावा जुलाई के महीने में कंपनी की गाड़ियों की मंथली डिमांड 91 प्रतिशत बढ़ी है। लॉकडाउन से पहले आमतौर पर मासिक बिक्री का आंकड़ा 1 लाख यूनिट रहा करता था।
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लॉकडाउन हटने के बाद से मारुति को बाजार से मिले जबरदस्त रिस्पॉन्स पूरी ऑटो इंडस्ट्री के लिए काफी अच्छे संकेत हैं। अभी भी कुछ पाबंदियों के कारण कंपनियां डिजिटल सेल्स को बढ़ावा दे रही है जिससे पूरे साल की रिकवरी होने के चांस भी बन रहे हैं। भारत में त्यौहारी सीजन शुरू होने जा रहा है जिसे देखते हुए सेल्स के आंकड़े बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है। बता दें कि कोविड-19 से पहले भी ऑटो इंडस्ट्री की हालत कुछ ठीक नहीं थी और ऐसा दौर त्यौहारी सीजन के बाद फिर से आ सकता है।