रेनो कार के साथ लंबे समय तक की स्टैंडर्ड वॉरन्टी कस्टमर्स को दे रही ज्यादा मानसिक शांति
भारत में आज भी कार खरीदना काफी महंगा सौदा है भले ही फिर चाहे कोई भी कार सेगमेंट हो,कार का साइज कैसा भी हो या कोई भी ब्रांड हो। कॉस्ट के अलावा लोगों लंबे समय बाद कार के इंजन और इलेक्ट्रॉनिक्स में भी कुछ दिक्कतें पेश आती है क्योंकि कार काफी कॉम्पलैक्स मशीन होती है। मगर रेनो इंडिया ने अपनी क्विड,ट्राइबर और काइगर जैसी कारों के साथ स्टैंडर्ड वॉरन्टी को 2 से 3 साल या 1 लाख किलोमीटर तक एक्सटेंड करते हुए चीजें आसान बना दी है। फ्रैंच कारमेकर की ये पहल स्मूद है,एक अच्छा ओनरशिप एक्सपीरियंस देती है और लंबे समय तक कस्टमर्स के दिल में शांति रहती है।
लॉन्ग वॉरन्टी एक्सटेंशन पैकेज
रेनो ने अपने ऑप्शनल वॉरन्टी कवरेज को एक्सटेंड कर दिया है जो पहले 5 साल तक के लिए ही सीमित थी और अब 7 साल तक की हो गई है। इससे रेनो उन चंद कारमेकर्स में शुमार हो गई है जो इतना अच्छा कवरेज दे रही है जिससे इंडियन कस्टमर्स को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं रहती है।
रेनो की ओर से दिए जा रहे फायदे इस प्रकार से है:
- लॉन्ग स्टैंडर्ड कवरेज: 2 साल / 50,000 किलोमीटर से 3 साल / 100,000 किलोमीटर की स्टैंडर्ड वॉरन्टी
- ऑप्शनल एक्सटेंडेड वॉरन्टी: जो कस्टमर्स अपना व्हीकल लंबे समय तक रखना चाहते हैं वो 7 साल का कवरेज ले सकते हैं।
- क्वालिटी में विश्वास: यह अपने प्रोडक्ट्स में रेनो के विश्वास और उसके कस्टमर-फोकस्ड दृष्टिकोण का प्रमाण है।
- कम लॉन्ग टर्म कॉस्ट:एक्सटेंडेड वारंटी के साथ, कार ओनर्स अप्रत्याशित रिपेयर कॉस्ट से बच सकते हैं, जिससे रेनो व्हीकल लंबी अवधि में और भी अधिक कॉस्ट इफेक्टिव बन जाते हैं।
रेनो की कारें ही क्यों चुनें?