हुंडई भी बढ़ाएगी ऑटोमैटिक कारों की रेंज
भारत में ऑटोमैटिक कारों की बढ़ती मांग के बीच हुंडई भी वक्त के साथ कदम ताल मिलाने की तैयारी में है। इकोनॉमिक्स टाइम्स को दिए इंटरव्यू में हुंडई इंडिया के सीईओ यंग की ने इस बात की पुष्टि की है कि हुंडई की योजना हर सेगमेंट की कार में ऑटोमैटिक वेरिएंट का विकल्प देने की है। इसके लिए हुंडई, ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन टेक्नोलॉज़ी (एएमटी) को अपनाएगी। कंपनी की एएमटी वाली कारें साल 2018 से आना शुरू होंगी।
हालांकि सीईओ यंग की ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि किन-किन कारों को एएमटी टेक्नोलॉज़ी से लैस किया जाएगा। हुंडई फिलहाल ग्रैंड आई-10, एक्सेंट, वरना सेडान, एलांट्रा, क्रेटा और सेंटा-फे में ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दे रही है।
पारंपरिक ऑटोमैटिक टेक्नोलॉज़ी के मुकाबले एएमटी टेक्नोलॉज़ी सस्ती पड़ती है। इसमें मैनुअल गियरबॉक्स ही होता है जो इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक क्लच से जुड़ा होता है। एएमटी कारों का माइलेज़ मैनुअल वेरिएंट जितना ही होता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि हुंडई इन कारों में तो ऑटोमैटिक गियरबॉक्स को देना जारी रखेगी लेकिन इयॉन, आई-10 और नई सैंट्रो में एएमटी टेक्नोलॉज़ी ला सकती है।
एएमटी का विकल्प देने की शुरुआत मारूति सुजु़की ने सेलेरियो से की। इसके बाद ऑल्टो के-10, वैगन-आर और डिजायर में एएमटी गियरबॉक्स का विकल्प दिया गया। टाटा ने भी जेस्ट और नैनो में यह सुविधा दी है। रेनो ने फिलहाल डस्टर में एएमटी गियरबॉक्स दिया है। अब क्विड के नए अवतार में भी यह दिया जाना है।
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सोर्स : ईटी आॅटो