फोक्सवैगन पोलो और वेंटो ऑटोमैटिक की बुकिंग हुई शुर ू, जानिए कब मिलेगी इन कारों की डिलीवरी
प्रकाशित: सितंबर 02, 2020 06:58 pm । स्तुति । फॉक्सवेगन पोलो
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- फोक्सवैगन ने पोलो जीटी टीएसआई की प्राइस 9.67 लाख रुपए तय की है। वहीं, वेंटो एटी की कीमत 12.99 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) रखी गई है।
- इन दोनों मॉडल्स में 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर गियरबॉक्स दिया गया है।
- पोलो एकमात्र प्रीमियम हैचबैक है जिसमें टॉर्क कन्वर्टर गियरबॉक्स दिया गया है।
- वेंटो और पोलो के ऑटोमैटिक वेरिएंट्स की डिलीवरी 15 सितंबर से शुरू हो जाएगी।
फोक्सवैगन (Volkswagen) ने बीएस6 पोलो और वेंटो को मार्च 2020 में लॉन्च किया था। साथ ही कंपनी ने इन दोनों मॉडल्स के ऑटोमैटिक वेरिएंट्स की कीमतों का भी खुलासा कर दिया था। अब तक इनके केवल मैनुअल वेरिएंट्स ही बिक्री के लिए उपलब्ध थे। अब कंपनी ने इस हैचबैक और सेडान कार के ऑटोमैटिक वेरिएंट्स की बुकिंग लेनी भी शुरू कर दी है। कंपनी के अनुसार, इन दोनों कारों की डिलीवरी 15 सितंबर 2020 से शुरू हो जाएगी।
मैनुअल |
ऑटोमैटिक |
अंतर |
|
पोलो जीटी टीएसआई |
7.89 लाख रुपए* |
9.67 लाख रुपए |
1.78 लाख रुपए |
वेंटो हाइलाइन प्लस |
10.99 लाख रुपए |
12.99 लाख रुपए |
2 लाख रुपए |
कंपनी ने पोलो जीटी टीएसआई और वेंटो हाइलाइन प्लस वेरिएंट्स के साथ 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर गियरबॉक्स का ऑप्शन दिया है। वहीं, पोलो के हाइलाइन प्लस वेरिएंट के साथ ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का विकल्प नहीं दिया गया है। बता दें कि पोलो के जीटी टीएसआई और हाइलाइन प्लस वेरिएंट में काफी हद तक मिलते-जुलते फीचर्स दिए गए हैं। हालांकि, लुक्स के मामले में इसका जीटी टीएसआई वेरिएंट स्पोर्टी रखा गया है।
वेंटो हाइलाइन प्लस एटी की प्राइस मैनुअल वेरिएंट्स के मुकाबले 2 लाख रुपए ज्यादा रखी गई है। वहीं, पोलो का ऑटोमैटिक वेरिएंट मैनुअल वेरिएंट की तुलना में 1.8 लाख रुपए महंगा है।
पोलो के बेस वेरिएंट और मिड वेरिएंट ट्रेंडलाइन और कम्फर्टलाइन प्लस में 1.0-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन (76 पीएस/95 एनएम) दिया गया है, जबकि इसके टॉप वेरिएंट हाइलाइन प्लस और जीटी वेरिएंट के साथ 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल टीएसआई इंजन (110 पीएस/175 एनएम) दिया गया है। इसके 1.0-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ केवल 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है। जबकि, टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन भी मिलता है।
कंपनी का दावा है कि पोलो के ऑटोमैटिक वेरिएंट्स 16.47 किलोमीटर/लीटर का माइलेज देने में सक्षम हैं। बता दें कि पोलो और वेंटो के बीएस4 वर्जन में 1.2-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 7-स्पीड डीएसजी का ऑप्शन दिया गया था। पोलो एकमात्र ऐसी हैचबैक है जिसमें टॉर्क कन्वर्टर गियरबॉक्स का विकल्प दिया गया है। वहीं, मारुति बलेनो और होंडा जैज़ जैसी कारों में सीवीटी ऑप्शन के तौर पर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है।
फोक्सवैगन की वेंटो सेडान में केवल 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल टीएसआई इंजन (110पीएस/175 एनएम) ही दिया गया है। इंजन के साथ इसमें 6-स्पीड एमटी और 6-स्पीड एटी का ऑप्शन रखा गया है। कंपनी का कहना है कि इसके ऑटोमैटिक वेरिएंट्स 16.35 किलोमीटर/लीटर का माइलेज देने में सक्षम है। जल्द ही 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन स्कोडा रैपिड में भी दिया जाने वाला है।
इंजन अपडेट के अलावा इन दोनों मॉडल्स में कोई नए फीचर्स शामिल नहीं किए गए हैं। सेगमेंट में पोलो का मुकाबला टाटा अल्ट्रोज़, मारुति सुजुकी बलेनो/टोयोटा ग्लैंज़ा, हुंडई एलीट आई20 और होंडा जैज़ से है। वहीं, वेंटो की टक्कर मारुति सुजुकी सियाज़, होंडा सिटी, हुंडई वरना, टोयोटा यारिस और स्कोडा रैपिड से है।
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