जीप कंपास में ये पांच फीचर मिलते तो और अच्छा रहता
प्रकाशित: अगस्त 09, 2017 04:14 pm । rachit shad
- Write a कमेंट
जीप की पहली मेड-इन-इंडिया एसयूवी कंपास लॉन्च हो चुकी है, इसकी कीमत 14.95 लाख रूपए से 20.65 लाख रूपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) के बीच है। जीप कंपास कुल दस वेरिएंट में उपलब्ध है। सेगमेंट फर्स्ट फीचर के तौर पर इस में इलेक्ट्रॉनिक पावर ब्रेक और ड्यूल-स्टेज पैसेंजर एयरबैग दिए गए हैं। इस में कोई शक नहीं है कि इस में कई अच्छे और काम के फीचर दिए गए हैं। इसके बावजूद भी इस में कुछ कमी महसूस होती है, आइए जानते है जीप कंपास की उन बातों के बारे में जहां बनी हुई है सुधार की थोड़ी सी गुंजाइश...
सनरूफ
सनरूफ को प्रीमियम कारों का सिंबल माना जाता है। यह फीचर कंपास के मुकाबले में मौजूद महिन्द्रा एक्सयूवी500 में भी दिया गया है। कंपास से कम कीमत वाली होंडा सिटी, होंडा डब्ल्यूआर-वी और नई हुंडई वरना में भी ये फीचर देखा जा सकता है। जीप कंपास इन सभी कारों से महंगी है, ऐसे में अगर कंपास में भी सनरूफ का फीचर जोड़ दिया जाता तो ज्यादा बेहतर रहता।
क्रूज़ कंट्रोल
क्रूज़ कंट्रोल काफी अच्छा फीचर है, इसके लिए आपको खुली सड़कें और व्यवस्थित ट्रैफिक वाला शहर मिलना चाहिये। भारत में सिटी ड्राइविंग के हिसाब से तो क्रूज़ कंट्रोल ज्यादा मददगार नहीं है, लेकिन हाईवे पर राइड करने वालों के लिए यह एक बेहतर पैकेज है। जीप कंपास भी लंबी राइडिंग के लिए बनी है, ऐसे में इस में भी क्रूज़ कंट्रोल फीचर दिया जा सकता था।
पावर टेलगेट
जीप कंपास में पावर टेलगेट का अभाव है, जबकि यह फीचर महिन्द्रा की स्कॉर्पियो में दिया गया है। कम हाईट वाले लोगों को बूट लिड खोलने और बंद करने में थोड़ी परेशानी आ सकती है, ऐसे में यदि जीप कंपास में भी पावर टेलगेट मिलता तो ये एक प्लस पॉइंट होता।
वेंटिलेटेड सीटें
जब लंबी राइडिंग पर जाना हो तो वेंटिलेड यानी हवादार सीटें काफी काम का फीचर साबित होती हैं। यह फीचर जल्द आने वाली नई हुंडई वरना में भी दिया गया है। इस मामले में जीप कंपास थोड़ा निराश कर देती है, अगर कंपास में भी वेंटिलेटेड सीटें मिल जाती तो ज्यादा अच्छा रहता।
डीज़ल ऑटोमैटिक के बारे में कंपनी पहले ही घोषणा कर चुकी है कि इसे अगले साल की शुरूआत में उतारा जाएगा। ऑटो विशेषज्ञों का कहना है कि कंपास डीज़ल ऑटोमैटिक को लॉन्चिंग के समय ही पेश किया जाना चाहिए था। इसकी वजह ये है कि ऑटोमैटिक कारों की मांग सबसे ज्यादा है, ऐसे में कंपनी को यह मौका हाथ से नहीं जाने देने चाहिए था।
यह भी पढें :