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    जानिये, रेनो क्विड और डैटसन रेडी-गो में अंतर और इनकी खासियतें

    प्रकाशित: जून 08, 2016 05:09 pm । tusharडैटसन रेडी-गो 2016-2020

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    भारत में जापानी कार कंपनी निसान अपने दूसरे ब्रांड डैटसन को लेकर काफी सक्रिय है। गो हैचबैक और गो प्लस एमपीवी के बाद कंपनी ने अब रेडी-गो को पेश किया है। रेडी-गो, रेनो क्विड वाले प्लेटफॉर्म पर ही बनी है। क्विड को मिली सफलता जैसी उम्मीद रेडी-गो से निसान और डैटसन को भी है। यहां हम कई मोर्चों पर यह जानने की कोशिश करेंगे कि क्या अंतर है क्विड और रेडी-गो में...

    एक्सटीरियर

    क्विड के साथ रेनो ने बेहतर दांव खेला है। क्योंकि क्विड है तो कंपनी की एंट्री लेवल हैचबैक, लेकिन यह दिखती एसयूवी जैसी है। क्विड को मिली सफलता में इस बात का भी महत्वपूर्ण योगदान है। इसकी लम्बाई 3679एमएम, चौड़ाई 1579एमएम, ऊंचाई 1478 एमएम और व्हीलबेस 2422 एमएम है। कार को स्पोर्टी बनाने के लिए ब्लैक क्लेडिंग, बड़ी फ्रंट ग्रिल, स्मोक्ड आउट हैडलैंप्स और ऊंची विंडो लाइन दी गई है।

    वहीं दूसरी ओर, एक ही प्लेटफार्म पर बनी होने के बावजूद रेडी-गो को टॉल-बॉय हैचबैक कार जैसा रखा गया है। रेडी-गो में कई कर्व लाइन्स दी गई हैं। इनमें एक तो फ्रंट डोर से शुरू होकर टेल लैंप्स तक जाती है। क्विड का बोनट जहां फ्लैट स्टाइल का है वहीं रेडी-गो का बोनट डिजायन ऊपर से नीचे की ओर वाला है। जो क्रोम फिनिश वाली फ्रंट ग्रिल में मिलता है। डिजायन के मामले में दोनों ही कारें सेगमेंट में सबसे अलग और आकर्षक हैं।

    इंटीरियर क्वालिटी, स्पेस और फीचर्स

    दोनों ही कारों (क्विड-180 एमएम, रेडी-गो-185 एमएम) का ग्राउंड क्लीयरेंस सेगमेंट की बाकी कारों के मुकाबले अच्छा है। ऊंचा कार फ्लोर होने की वजह से दोनों ही कारों में प्रवेश करना और बाहर निकलना आसान है। लेकिन केबिन में होने वाले अहसास की बात करें तो क्विड, रेडी-गो के मुकाबले ज्यादा प्रभावित करती है। रेनो की प्लास्टिक क्वालिटी और फिनिश डैटसन के मुकाबले बेहतर है। रेडी-गो में अंदर की तरफ बॉडी के कुछ हिस्सों को कवर नहीं किया गया है।

    दोनों की कारों का ग्लास एरिया अच्छा है, इसका मतलब ये है कि अंदर बैठने पर बाहर साफ दिखाई देगा। केबिन में खुलेपन का अहसास होगा। क्विड का ब्लैक इंटीरियर रेडी-गो के मुकाबले ज्यादा ट्रेंडी लगता है। क्विड की अगली सीटों में ज्यादा जगह मिलती है। पीछे की तरफ भी अच्छा स्पेस मिलता है। स्टोरेज़ स्पेस की बात करें तो क्विड में 300 लीटर का बूट स्पेस मौजूद है और रेडी-गो में यह स्पेस 222 लीटर है।

    क्विड में सबसे खास है इसका सात इंच टचस्क्रीन वाला इंफोटेंमेंट सिस्टम, जो नेविगेशन और ब्लूटूथ को सपोर्ट करता है। रेडी-गो में सिंगल डिन म्यूजिक सिस्टम है, यहां सिर्फ ऑक्स और यूएसबी कनेक्टिविटी सपोर्ट मिलेगा। कुल मिलाकर क्विड में रेडी-गो के मुकाबले ज्यादा फीचर्स और स्पेस मिलता है। हालांकि यह कीमत के मामले में भी रेडी-गो से महंगी है। वहीं रेडी-गो कम कीमत में जरूरी फीचर्स के अलावा डे-टाइम रनिंग लाइट, माइलेज़ डिस्प्ले, डिस्टेंस-टू-एंप्टी जैसे फीचर्स देती है।

    इंजन और परफॉरमेंस

    पावर स्पेसिफिकेशन की बात करें तो रेनो क्विड और डैटसन रेडी-गो दोनों ही कारों में 799सीसी का 3-सिलेन्डर इंजन दिया गया है। जो 54 पीएस की पावर और 72 एनएम का टॉर्क देता है। इनमें 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स लगा है। दोनों कारें खासतौर पर सिटी ड्राइविंग के लिए बनी है। हाईवे पर इनकी परफॉरमेंस औसत दर्जे की रहेगी। दोनों कार की एआरएआई माइलेज क्षमता 25.17 किलोमीटर प्रति लीटर है।

    सेफ्टी फीचर्स

    सुरक्षा के लिए दोनों कारों के टॉप वेरिएंट में केवल एक ड्राइवर एयरबैग दिया गया है। इसके अलावा किसी भी वेरिएंट में एयरबैग नहीं मिलेगा। एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) का विकल्प तो किसी भी वेरिएंट में नहीं आएगा।

    कीमत

    चाहे वेरिएंट कोई भी हो, कीमत मामले में रेडी-गो ही सस्ती है। रेनो क्विड की तुलना में रेडी-गो का हर वेरिएंट करीब 14000 रूपए से लेकर 38000 रूपए तक सस्ता है।

    यह भी पढ़ें : डैटसन रेडी-गो के फीचर और स्पेसिफिकेशन

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