सीएनजी कारों की बढ़ती डिमांड के बीच भारत में 2024 तक उपलब्ध होंगे 8,000 सीएनजी स्टेशंस
प्रकाशित: जुलाई 21, 2022 04:45 pm । भानु । हुंडई ऑरा 2020-2023
- 959 Views
- Write a कमेंट
हाल ही में कई कारमेकर्स इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को प्राथमिक मानने लगे हैं मगर कई कंपनियां ऐसी भी है जिनके व्हीकल पोर्टफोलियो में सीएनजी मॉडल्स काफी समय से मौजूद हैं। मगर देश में जितने सीएनजी व्हीकल्स सड़कों पर मौजूद हैं उससे काफी कम सीएनजी स्टेशन उपलब्ध है। मगर ये नजारा जल्द बदलने वाला है क्योंकि भारत के कई शहरों में अब सीएनजी स्टेशनों की तादाद बढ़ने वाली है।
भारत में नए सीएनजी स्टेशनों को लेकर सरकार का क्या है प्लान?
भारत में भले ही सीएनजी स्टेशनों की संख्या काफी कम हो मगर अब इनकी संख्या बढ़ने की कवायद शुरू हो गई है और जुलाई 2022 तक के आंकड़ों को देखें तो इस वक्त देश में अतिरिक्त 166 नए सीएनजी स्टेशन शुरू होने जा रहे हैं। बता दें कि फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के दौरान देश में 1300 नए सीएनजी स्टेशन शुरू हुए थे जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था।
इस समय भारत में 4,500 से अधिक सीएनजी स्टेशन उपलब्ध हैं और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि सरकार अगले दो वर्षों में सीएनजी आउटलेट की संख्या बढ़ाकर 8,000 यूनिट करेगी।
ग्रीन फ्यूल को लेकर देश के नामी कारमेकर्स की क्या है राय?
देश की नंबर-1 कारमेकर मार्च 2022 तक एक लाख सीएनजी कारें बेचने का रिकॉर्ड बनाया था। तब मारुति इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ केइंचि आयुकावा ने कहा था कि “अगले कुछ वर्षों में देश भर में 10,000 सीएनजी स्टेशनों तक पहुंचने के सरकार के लक्ष्य के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि सीएनजी व्हीकल्स की डिर्मांड में और मजबूत आएगी। एक टेक्नोलॉजी के रूप में, सीएनजी बड़ी मात्रा में पैसेंजर व्हीकल्स के कार्बन एमिशन को कम करने में एक बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
2022 की शुरूआत में टाटा मोटर्स ने टियागो/टिगॉर सीएनजी के साथ इस सेगमेंट में एंट्री ली थी। उस समय कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेष चंद्रा ने कहा था कि इकोनॉमिकल पर्सनल मोबिलिटी के साथ साथ एमिशन फ्रेंडली मोबिलिटी की डिमांड में भी तेजी आई है। सीएनजी व्हीकल्स के तेजी से बढ़ते सेगमेंट में हम अपने कस्टमर्स को अधिक ऑप्शन देना शुरू कर रहे हैं। हमारी आईसीएनजी रेंज एक शानदार परफॉर्मेंस, प्रीमियम फीचर्स की एक बड़ी रेंज, अपमार्केट इंटीरियर और सेफ्टी के साथ कस्टमर्स को एक अच्छा एक्सपीरियंस देने में सक्षम हैं। डिजाइन,परफॉर्मेंस,सेफ्टी और टेक्नोलॉजी इन 4 पिलर्स को ध्यान में रखकर तैयार की गई आईसीएनजी टेक्नोलॉजी के जरिए हम आगे भी और नई रेंज की कारें और एसयूवी पेश करेंगे”
यह भी पढ़ें: टाटा मोटर्स सीएनजी कारों में सबसे पहले दे सकती है एएमटी और टर्बो पेट्रोल इंजन का ऑप्शन
इसी तरह हुंडई ने अपनी सब 4 मीटर सेडान ऑरा के लाइनअप में नए सीएनजी वेरिएंट पेश करते हुए कहा था कि “ग्रैंड आई10 निओस और ऑरा सीएनजी की हर महीने लगभग 6,000 यूनिट्स का प्रोडक्शन हो रहा है और कंपनी इनके सेल्स फिगर से काफी खुश भी है । ऐसे में इस सेडान के नए सीएनजी वेरिएंट के आने से इन आंकड़ों में और भी सुधार होगा।”
भारत में सीएनजी कारें
जहां तक सीएनजी कारों की उपलब्धता की बात है तो वर्तमान में मारुति के लाइन-अप में 9 सीएनजी मॉडल्स: ऑल्टो, सेलेरियो, एस-प्रेसो, वैगन-आर, ईको, डिजायर, एर्टिगा, सुपर कैरी और डिजायर टूर एस शामिल हैं जिनमें से आखिर के दो कमर्शियल सीएनजी व्हीकल्स हैं। हुंडई और टाटा के लाइनअप में क्रमश:2 सीएनजी व्हीकल्स मौजूद हैं जिनमें ग्रैंड आई10 निओस/ऑरा और टियागो/टिगॉर शामिल है।
यह भी पढ़ें: सीएनजी कारों में क्यों नहीं दिया जाता ऑटोमैटिक गियरबॉक्स, ये है असल वजह
आने वाले कुछ ही महीनों में मारुति बलेनो और ब्रेजा के साथ साथ टोयोटा ग्लैंजा और किआ सोनेट एवं कारेंस में भी सीएनजी किट के ऑप्शंस मिलने शुरू होंगे।
0 out ऑफ 0 found this helpful