टेस्टिंग के दौरान दिखी नई स्कोडा ऑक्टाविया
प्रकाशित: जून 03, 2019 04:12 pm । भानु । स्कोडा ऑक्टाविया
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स्कोडा की नई ऑक्टाविया को एक बार फिर टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। इस बार कार बिना कवर के नजर आई है। हालांकि कार के कुछ पैनल को बॉडी कलर से मैच करते सफेद कवर से ढका गया है। कार को देखकर अनुमान लगाए जा रहे हैं कि यह इसका प्रोडक्शन मॉडल है। नई ऑक्टाविया के प्रोडक्शन मॉडल को इसी साल दुनिया के सामने पेश किया जा सकता है।
नई ऑक्टाविया का वैगन वर्जन कैमरे में कैद हुआ है। इस में फॉक्स हैडलेंप के नीचे डे-टाइम रनिंग लैंप दिए गए हैं जो देखने में रेग्यूलर सिंगल पीस हैडलाइट जैसे लगते हैं। जबकि कार के मौजूदा मॉडल में दो भागों में बंटे हैडलैंप दिए गए हैं। कार के पिछले हिस्से को कवर से ढ़का हुआ है, हालांकि फिर भी यहां की कुछ जानकारी हाथ लगी है। इस में ब्रेक लाइट के साथ नए टेललैंप नजर आए हैं। नई ऑक्टाविया का वैगन वर्जन साइज में मौजूदा मॉडल से बड़ा होगा। वहीं इसके सेडान वर्जन के भी साइज में बड़ा होने उम्मीद है। इसे मौजूदा एमक्यूबी प्लेटफॉर्म के अपडेट वर्जन पर तैयार किया जा सकता है।
नई जनरेशन स्कोडा ऑक्टाविया में कंपनी तीन इंजन का विकल्प दे सकती है। इसमें फॉक्सवेगन ग्रुप का लेटेस्ट 1.5 लीटर टीएसआई ईवीओ टर्बो पेट्रोल, 2.0 लीटर टीएसआई टर्बो पेट्रोल और 2.0 लीटर टीडीआई डीजल इंजन का विकल्प रखा जा सकता है। पेट्रोल और डीजल इंजन के साथ मैनुअल और डीएसजी ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प मिलेगा। कुछ इसी तरह के इंजन विकल्प हाल ही में प्रदर्शित की गई स्कोडा सुपर्ब फेसलिफ्ट में भी मिलेंगे। उम्मीद की जा रही है कि नई ऑक्टाविया के भारतीय मॉडल में भी इन्हीं इंजन की पेशकश की जाएगी। कार के मौजूदा मॉडल में 1.8 लीटर टीएसआई टर्बो इंजन दिया गया है।
स्कोडा अपकमिंग सुपर्ब फेसलिफ्ट का प्लग-इन हाइब्रिड वेरिएंट भी पेश करेगी। मगर, नई ऑक्टाविया में इस तरह का कोई वेरिएंट पेश किए जाने की संभावना नहीं है। चर्चाएं हैं कि कंपनी इस में सीएनजी किट के साथ 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन का विकल्प भी दे सकती है।
नई स्कोडा ऑक्टाविया से किस समय पर्दा उठाया जाएगा इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की गई है। अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स की मानें तो अक्टूबर 2019 तक कंपनी इस गाड़ी से पर्दा उठा सकती है। यूरोप में कार का प्रॉडक्शन और सेल्स साल के आखिर तक शुरू होने की भी उम्मीद है। भारत में इसे साल 2020 तक उतारा जा सकता है। भारतीय बाजार में इसका मुकाबला होंडा सिविक, टोयोटा कोरोला एल्टिस और हुंडई एलांट्रा से होगा।
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