कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग देने की डेडलाइन 31 दिसंबर तक बढ़ी
प्रकाशित: जून 29, 2021 04:40 pm । स्तुति । मारुति वैगन आर 2013-2022
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- को-पैसेंजर एयरबैग नई कारों में स्टैंडर्ड दिया जाना अनिवार्य हो गया है।
- कारों में इस फीचर के मिलने की समयसीमा 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है।
- यह फीचर बोलेरो, वैगन आर, एस-प्रेसो और क्विड जैसी कारों में भी मिलेगा।
- वर्तमान में इन कारों के चुनिंदा वेरिएंट्स में ड्राइवर-साइड एयरबैग मिलता है।
- इस नए सेफ्टी फीचर के साथ आने वाली कारों की प्राइस भी ज्यादा रखी जाएगी।
केंद्र सरकार ने कार निर्माताओं को राहत देते हुए मौजूदा कारों में फ्रंट सीट पैसेंजर के लिए एयरबैग्स अनिवार्य करने की समयसीमा में संशोधन कर दिया है। अब सभी मौजूदा कारों के नए मॉडल को 31 दिसंबर तक इस सेफ्टी फीचर से लैस होना होगा। सरकार ने पहले इसकी आखिरी तारीख 31 अगस्त तय की थी, लेकिन अब इसे अनिवार्य रूप से लगवाने की समयसीमा में चार महीने का एक्सटेंशन दे दिया है।
इस साल 31 दिसंबर या उसके बाद मैन्युफैक्चर होने वाली सभी नई कारों में ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स का स्टैंडर्ड होना जरुरी होगा। सरकार द्वारा टाइमलाइन को बढ़ाने का जारी किया गया यह नोटिफिकेशन सभी मौजूदा मॉडल्स पर लागू होता है।
2019 से ड्राइवर साइड एयरबैग का कारों में दिया जाना अनिवार्य हो गया था। इसके अलावा कारों में स्पीड अलर्ट सिस्टम, एबीएस के साथ ईबीडी, रियर पार्किंग सेंसर्स और सीट बेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स भी स्टैंडर्ड मिलते हैं।
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वर्तमान में हुंडई सैंट्रो, मारुति अल्टो, एस-प्रेसो, वैगन आर, ईको, रेनॉल्ट क्विड, डैटसन रेडी-गो और महिंद्रा बोलेरो जैसी कारों में ड्राइवर साइड एयरबैग स्टैंडर्ड मिलता है। कई कारों के तो टॉप वेरिएंट में भी केवल सिंगल एयरबैग ही मिलते हैं।
लेकिन, अब कारों में को-पैसेंजर एयरबैग का दिया जाना अनिवार्य हो जाएगा, ऐसे में इन कारों के बेस और मिड वेरिएंट की प्राइस 10,000 रुपए तक बढ़ सकती है। हालांकि, इनकी नई प्राइस की सही जानकारी 31 दिसंबर के आसपास ही मालूम चलेगी।
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