मारुति स्विफ्ट vs मारुति डिजायर: क्या 50,000 रुपये ज्यादा देकर सब-कॉम्पैक्ट सेडान कार को लेना है फायदे का सौदा? जानिए यहां
मारुति स्विफ्ट और डिजायर काफी लंबे समय से एकदूसरे की पर्याय रही है जहां डिजायर इस पॉपुलर हैचबैक का सेडान वर्जन है। इन दोनों कारों के न्यू जनरेशन मॉडल बिक्री के लिए उपलब्ध है और दोनों का केबिन,फीचर्स और प्लेटफॉर्म एवं पावरट्रेन भी समान है। मगर इन दोनों कारों में कुछ अंतर भी है। जहां स्विफ्ट पहले से ज्यादा फीचर लोडेड और स्पोर्टी हो गई है तो वहीं डिजायर के डिजाइन में कुछ बदलाव हुए हैं जिसके नाम के आगे से अब 'स्विफ्ट' शब्द हटा दिया गया है।
दोनों कारों की कीमत भी 6 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के ब्रैकेट में आती है जहां स्विफ्ट के मुकाबले डिजायर 50,000 रुपये ज्यादाा महंगी है। आपकी जरूरत के हिसाब से दोनों में से कौनसा मॉडल रहेगा बेहतर और आपको लेनी चाहिए हैचबैक या फिर सब कॉम्पैक्ट सेडान? तो आगे डीटेल के साथ पढ़िए ये कंपेरिजन।
चाबी
स्विफ्ट और डिजायर में लॉक/अनलॉक बटन के साथ एक छोटी सी चाबी दी गई है। दोनों की चाबियों में केवल फर्क इतना ही है कि कि डिजायर की चाबी पर दिया गया बूट अनलॉक बटन ज्यादा सुविधाजनक है। इससे न केवल बूट अनलॉक होता है बल्कि आप असल में चाबी पर दिए गए बटन का उपयोग करके बूट लिड को खोल सकते हैं। वहीं स्विफ्ट में ड्राइवर सीट के नीचे छोटा सा लिवर दिया गया है जिससे खींचने के बाद बूट का एसेस मिलता है।
दोनों कारों की चाबी के डिजाइन की बात करें तो दोनों ही काफी बेसिक और आउटडेटेड नजर आती है। ये साइज में काफी छोटी है जिनके एक साइड में सुजुकी लोगों के साथ हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है तो वहीं एक साइड में बटन दिए गए हैं। मारुति को इन्हें फिर से डिजाइन करने के बारे में सोचना चाहिए।
लुक्स
स्विफ्ट और डिजायर दोनों ही अलग अलग सेगमेंट की कारें है मगर ये दिखने में एक जैसी लगा करती थी। मगर अब ऐसा नहीं है। अब ये दोनों कारें एकदूसरे से काफी अलग नजर आती हैं। जहां स्विफ्ट में एक स्पोर्टी कार की वाइब आती है तो वहीं डिजायर एक सिंपल और सोबर कार लगती है।
हालांकि,दोनों कारों में जो चीज कॉमन है वो है इनकी पूरी बॉडी पर दी गई कट लाइंस। मारुति को इनमें पतले कट देने चाहिए थे और खासतौर पर स्विफ्ट की बात करें तो इसके बोनट पर दिए गए कट को देखकर ऐसा लगता है कि कार को दो भागों में बांट दिया गया है।
कैरेक्टर की बात करें तो स्विफ्ट अब पहले से ज्यादा स्पोर्टी और फंकी लगने लगी है। इसके फ्रंट में स्वेप्ट बैक स्लीक एलईडी हेडलाइट्स दी गई है जो आंखो जैसी लगती है जबकि इसकी ग्रिल खुले मुंह की तरह और फॉगलैंप्स डिंपल जैसे नजर आते हैं जिससे इस कार का पूरा फ्रंट किसी इंसान जैसा नजर आता है। साइड प्रोफाइल की बात करें तो यहां 10 स्पोक,15 इंच ड्युअल टोन अलॉय व्हील्स और ट्रेडिशनल डोर हैंडल्स दिए गए हैं।
यदि आप ब्राइट मोनेटोन कलर ऑप्शन में से किसी एक को चुनते हैं तो मारुति ने उनमें ए और बी पिलर को डार्क फिनिशिंग दी है जिससे इन्हें एक फ्लोटिंग रूफ इफेक्ट मिलता है। बैक पोर्शन की बात करें तो स्विफ्ट में क्लीयर लेंस एलईडी टेललैंप्स,अपडेटेड बंपर और रूफ माउंटेड स्पॉयलर दिया गया है।
स्विफ्ट के कंपेरिजन में डिजायर में उतने कर्व नजर नहीं आते हैं। ये कार अब ज्यादा सीधी,लो स्लंग और चौड़ी नजर आती है। इसमें स्लीक रेक्टेंगुलर एलईडी हेडलाइट्स,एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप्स और हर तरफ हॉरिजॉन्टल एलिमेंट्स दिए गए हैं। अब इस कार की छवि टैक्सी से हटकर ज्यादा पर्सनल, ज्यादा फैमिली ओरिएंटेड और ज्यादा प्रीमियम नजर आती है।
इसमें स्विफ्ट ही की साइज के 15 इंच के अलॉय व्हील्स दिए गए हैं जिन्हे 7 स्पोक ड्युअल टोन डिजाइन दिया गया है। बैक पोर्शन की बात करें तो यहां स्मोक्ड वाय शेप्ड मोटिफ्स के साथ स्मोक्ड एलईडी टेललाइट्स और पूरे टेलगेट पर क्रोम स्ट्रिप दी गई है। इसके अलावा इसमें बूट लिड स्पॉयलर भी दिया गया है। इसके डिजाइन पर दो राय हो सकती है और इसे स्पोर्टी कहना या प्रीमियम एवं क्लासी कहना दोनों ही काफी मुश्किल हो सकता है।
दोनों कारों मे दिए गए कलर ऑप्शंस इस प्रकार से है:
कलर ऑप्शंस |
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मारुति स्विफ्ट |
मारुति डिजायर |
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* ड्युअल टोन (ऑप्शनल) के लिए मिडनाइट ब्लैक रूफ के साथ उपलब्ध
बूट स्पेस
स्विफ्ट तो इस मोर्चे पर उतनी अच्छी कार नहीं है मगर डिजायर को अपनी सेडान बॉडी स्टाइल का फायदा मिल जाता है। डिजायर में 382 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है। इसमें आप एक बड़ा,एक मीडियम और छोटा सूटकेस रख सकते हैं जिसके बाद भी दो डफल बैग्स और कुछ सॉफ्ट पार्सल रखने लायक जगह बच जाती है।
इसके कंपेरिजन में स्विफ्ट में 265 लीटर का बूट स्पेस मिलता है। इसमें आप लंबे सफर में जाने जितना सामान तो नहीं रख सकते हैं मगर इसमें कुछ छोटे बैग्स और पार्सल के साथ एक मीडियम और एक छोटा सूटकेस रख सकते हैं। हालांकि, स्विफ्ट में 60:40 स्प्ल्टि फोल्डिंग रियर सीट दी गई है जिन्हें फोल्ड करने के बाद आप एक्सट्रा लगेज रख सकते हैं।
यदि आप फैमिली के साथ लंबी रोड ट्रिप्स पर जाना पसंद करते हैं तो डिजायर इस मामले में ज्यादा प्रैक्टिकल कार साबित होती है।
केबिन: डिजाइन और क्वालिटी
यहां तक कि अंदर से भी मारुति की दोनों कारों का केबिन लेआउट एक जैसा ही नजर आता है। हालांकि,दोनों की केबिन थीम में अंतर रखा गया है। जहां स्विफ्ट में डार्क ग्रे अपहोल्स्ट्री के साथ ऑल ब्लैक इंटीरियर और यहां वहां काफी सारे ग्लॉस ब्लैक इंसर्ट्स दिए गए है। तो वहीं स्विफ्ट की डार्क थीम कुछ लोगों को डल लग सकती है जो इसके स्पोर्टी कैरेक्टर से मैच नहीं कर पाती है। इसके डोर पैनल्स और डैशबोर्ड पर एक पतली सी ग्रे इंसर्ट जा रही है जो एक कॉन्ट्रास्ट टच देती है।
दूसरी तरफ डिजायर में ड्युअल टोन लाइट बैज केबिन थीम दी गई है जो ज्यादा प्रीमियम और फैमिली फ्रेंडली लगती है। इससे ना सिर्फ कार में ज्यादा स्पेस नजर आता है बल्कि ब्लैक एसेंट्स के साथ कॉन्ट्रास्ट भी सही बैठता है। हालांकि,इसमें दी गई लाइट अपहोल्स्ट्री से इसके गंदा होने का डर बना रहता है,ऐसे में आपको इसके प्रति ज्यादा सतर्क रहना पड़ता है। डिजायर में सनरूफ के फीचर का भी एडवांटेज मिलता है। ये एक सिंगल पेन यूनिट है और इस कार के हिसाब से ये फीचर अच्छा है।
दोनों कारों के डैशबोर्ड का लेआउट एक जैसा है जहां 3 स्पोक फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग व्हील के साथ उसी पर ऑडियो और कॉलिंग कंट्रोल्स और 9 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। मारुति को इसकी स्क्रीन को स्लीक बनाना चाहिए था क्योंकि काफी ओल्ड स्कूल नजर आती है।
इसके चारों ओर दी गई ग्लॉसी ब्लैक फ्रेम पर फिंगरप्रिंट्स लगने या स्क्रैच दिखने का भी जोखिम बना रहता है। इसके अलावा इनमें काफी ज्यादा हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है और इनमें डोर पैड्स को छोड़कर बाकी कहीं सॉफ्ट टच मैटेरियल्स नहीं दिए गए हैं।
ओवरऑल क्वालिटी की बात की जाए तो दोनों के केबिन बहुत ज्यादा अच्छे भी नहीं है और ना ही खराब है जिन्हें औसत ही कहा जा सकता है। यहां पर चीजें ढीली ढाली नहीं लती है,एसी वेंट्स का वजन भी अच्छा है और बटन अच्छी तरह से क्लिक होते हैं। यहां तक कि इसकी फ्रंट सीट्स भी अच्छी है जिनसे अच्छा सपोर्ट और कंफर्ट मिलता है।
दोनों केबिन में वाइब्रेंट कलर की कमी लगती है और ये आप पर निर्भर करता है कि आपको डार्क या फिर लाइट इंटीरियर अच्छा लगता है कि नहीं। कुल मिलाकर स्विफ्ट के मुकाबले डिजायर का केबिन थोड़ा अपमार्केट महसूस होता है।
केबिन: प्रैक्टिकेलिटी और चार्जिंग ऑप्शंस
दोनों कारों में स्पेस और प्रैक्टिकैलिटी एकसमान ही है। प्रैक्टिकल स्टोरेज स्पेस की बात करें तो दोनों कारों के फ्रंट डोर पर 1 लीटर के बॉटल होल्डर्स दिए गए हैं जबकि स्विफ्ट के रियर डोर पर भी 500 मिलीलीटर का बॉटल होल्डर दिया गया है। इसके अलावा इनमें ग्लवबॉक्स,फ्रंट में दो कपहोल्डर्स और फ्रंट पैसेंजर सीट के पीछे सीटबैक पॉकेट्स दिए गए हैं। डिजायर के रियर सेंटर आर्मरेस्ट में दो कपहोल्डर्स भी दिए गए हैं। डिजायर की प्राइस रेंज को देखें तो ड्राइवर के कंफर्ट को और अच्छा करने के लिए फ्रंट सेंटर आर्मरेस्ट का फीचर एक अच्छा एडिशन है।
दोनों कारों में वायरलेस फोन चार्जिंग पैड के ऑप्शंस दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें 12 वोल्ट का सॉकेट,यूएसबी पोर्ट और रियर एसी वेंट्स के पास टाइप सी पोर्ट दिया गया है।
रियर सीट एक्सपीरियंस
दोनों कारों में औसत इंटीरियर क्वालिटी को एकबार दरकिनार कर दें तो इनकी प्राइस रेंज के अनुसार इनमें उसी लेवल का कंफर्ट मिलता है। सिटी में छोटी ड्राइव्स के लिए इसकी सीटें काफी कंफर्टेबल महसूस होती है। हालांकि,जब आप हाईवे पर जाते हैं तो तो कुछ मोर्चो पर यहां कमियां नजर आएगी। डिजायर और स्विफ्ट में समान रियर सीट स्पेस मिलता है और केवल फर्क इतना ही है कि स्विफ्ट में थोड़ा ज्यादा हेडरूम स्पेस मिलता है। हालांकि, डिजायर में लाइट केबिन थीम की वजह से स्पेस ज्यादा नजर आता है।
डिजायर में रियर सेंटर आर्मरेस्ट से रियर पैसेंजर्स को ज्यादा कंफर्ट मिलता है। दोनों कारों की सीटों पर अच्छी कुशनिंग दी गई है मगर ज्यादा वजन वाले लोगों को इनपर फिसलन महसूस हो सकती है। दो पैसेंजर्स के लिहाज से तो इनकी रियर सीटें कंफर्टेबल महसूस होती है मगर तीन पैसेंजर्स यदि बैठ जाते हैं तो उनके कंधे आपस में टकराते नजर आएंगे। इनमें जरूरत के हिसाब से हेडरूम और लेगरूम स्पेस मिल जाता है। हालांकि,अंडरथाई सपोर्ट कुछ बेहतर हो सकता था।
फीचर्स और सेफ्टी
स्विफ्ट के मुकाबले डिजायर दिखने में भले ही अलग हो मगर इनकी फीचर लिस्ट एक जैसी ही है। डिजायर में आपको स्विफ्ट वाले ही फीचर्स मिलेंगे मगर डिजायर के लिए एक्सट्रा पैसों के बदले में आपको कुछ एक्सट्रा फीचर्स भी मिलते हैं। इनकी फीचर लिस्ट इस प्रकार से है:
फीचर्स |
मारुति स्विफ्ट |
मारुति डिजायर |
ऑटोमैटिक हेडलाइट्स |
✅ |
✅ |
इंफोटेनमेंट |
9 इंच की टचस्क्रीन |
9 इंच की टचस्क्रीन |
वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले |
✅ |
✅ |
इंस्टरुमेंट क्ल्स्टर |
एमआईडी के साथ एनालॉग डायल |
रंगीन एमआईडी के साथ एनालॉग डायल |
स्पीकर्स |
आर्कमीज ट्यूंड 6-स्पीकर |
आर्कमीज ट्यूंड 6-स्पीकर |
ऑटो ए.सी |
✅ |
✅ |
रियर एसी वेंट |
✅ |
✅ |
सनरूफ़ |
❌ |
✅ (सिंगल पेन) |
वायरलेस फ़ोन चार्जर |
✅ |
✅ |
स्टार्ट/स्टॉप बटन |
✅ |
✅ |
कीलेस एंट्री |
✅ |
✅ |
फ्रंट और रियर यूएसबी पोर्ट |
✅ (टाइप ए और टाइप सी) |
✅ |
कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी |
✅ |
✅ |
फ्रंट फुटवेल लाइटिंग |
❌ |
✅ |
क्रूज कंट्रोल |
✅ |
✅ |
रियर डीफॉगर |
✅ |
✅ |
रियर वाइपर और वॉशर |
✅ |
✅ |
कपहोल्डर के साथ रियर सेंटर आर्मरेस्ट |
❌ |
✅ |
ऑटो-फोल्डिंग ओआरवीएम |
✅ |
✅ |
एयरबैग्स |
6 (स्टैंडर्ड) |
6 (स्टैंडर्ड) |
पार्किंग कैमरा |
रिवर्स |
360 डिग्री |
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल |
✅ |
✅ |
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम |
❌ |
✅ |
हिल होल्ड असिस्ट |
✅ |
✅ |
आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट |
✅ |
✅ |
डिजायर के टॉप वेरिएंट के लिए 54,000 देने के बाद आप को चार एडिशनल फीचर्स मिलते हैं। इनमें सिंगल पेन सनरूफ भी शामिल है जो वैसे तो किसी काम की नहीं है मगर इसका होना एक अच्छा अहसास कराती है। इसके अलावा इसमें फ्रंट फुटवेल लाइटिंग भी दी गई है जो रात के समय के केबिन के माहौल को थोड़ा जगमग कर देती है। साथ ही इसमें एक्सट्रा कंफर्ट के लिए रियर सेंटर आर्मरेस्ट और इनबिल्ट टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम दिया गया है।
डिजायर में 360 डिग्री कैमरा भी दिया गया है जबकि स्विफ्ट में रियरव्यू कैमरा मिलता है। इससे कार में एक्सट्रा सेफ्टी मिलती है और खासतौर पर इससे कार पार्किंग करते समय और संकरे रास्तों पर चलने में मदद मिलती है। सेफ्टी की बात करें तो डिजायर अब इस मोर्चे पर एक फैमिली कार नहीं रही है जिसे ग्लोबल एनकैप से 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिल चुकी है,ऐसे में अब आप मारुति की किसी कार में अपने आप को सबसे सुरक्षित मान सकते हैं।
दूसरे फीचर्स की बात करें तो दोनों कारों में रोजाना के इस्तेमाल के हिसाब से आपको इनमें काफी प्रैकिटकल फीचर्स मिल जाएंगे जिनमें 9-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट, वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो, एक प्रीमियम 6-स्पीकर आर्कमीज ट्यून्ड साउंड सिस्टम, रियर वेंट के साथ ऑटो एसी, वायरलेस फोन चार्जर जैसे फीचर्स शामिल है।
पावरट्रेन और स्पेसिफिकेशन
मारुति स्विफ्ट और डिजायर दोनों ही अपने जनरेशन 4 अवतार में हैं और ये दोनों ही हार्टएक्ट प्लेटफॉर्म पर बनी है जिनमें एक जैसे इंजन और गियरबॉक्स दिए गए हैं और इनके स्पेसिफिकेशन इस प्रकार से है:
इंजन |
1.2-लीटर 3-सिलेंडर पेट्रोल |
1.2-लीटर 3-सिलेंडर पेट्रोल |
1.2-लीटर 3-सिलेंडर पेट्रोल-सीएनजी |
पावर |
82 पीएस |
82 पीएस |
70 पीएस |
टॉर्क |
112 एनएम |
112 एनएम |
102 एनएम |
गियरबॉक्स |
5-स्पीड एमटी |
5-स्पीड एमटी, 5-स्पीड एएमटी |
5-स्पीड एमटी |
स्विफ्ट और डिजायर दोनों में ही पेट्रोल इंजन और सीएनजी किट का ऑप्शन दिया गया है और दोनों कारों का आउटपुट भी एक ही जैसा है जिनमें समान ट्रांसमिशन की चॉइस दी गई है। अब इस इंजन में से एक सिलेंडर को कम कर दिया गया है जिससे इसमें रिफाइनमेंट की कमी महसूस होती है और मगर ये सिटी ड्राइविंग के लिहाज से फ्रैंडली है। आपको फुटवेल एरिया में कोई वाइब्रेशन महसूस नहीं होगा और सिटी के ट्रैफिक में ये अच्छी टॉर्क भी डिलीवर करता है।
आसान भाषा में बात की जाए तो दोनों कारों के इंजन सिटी के ट्रैफिक के हिसाब से बेहतर तरीके से ट्यून कर दिए गए हैं और आपको लोअर गियर पर पावर की कमी महसूस नहीं होगी। आप दूसरे गियर पर 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड में स्मूद तरीके से कार ड्राइव कर सकते हैं और इस दौरान आपको इंजन से कोई शोर भी सुनाई नहीं देता है।
हालांकि,हाईवे पर आपको पावर की कमी महसूस नहीं होगी। हाई स्पीड के दौरान ओवरटेकिंग में समय लगता है और इसे 70 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में समय लगता है। इस नए 3 सिलेंडर इंजन से सिटी में तो सुविधाजनक ड्राइविंग मिलती है मगर हाईवे पर ये कम पावरफुल महसूस होता है। दोनों कारों का माइलेज काफी अच्छा है जो शहर में 17 से 18 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दे देती है जबकि हाईवे पर ये 20 किलोमीटर प्रति लीटर तक का माइलेज दे देती है।
हमनें स्विफ्ट के एएमटी वर्जन को ड्राइव किया जो कि पहली बार कार ड्राइव करने वालों या फिर बिना परेशानी के ड्राइव करना पसंद करने वालों के लिए एक परफैक्ट चॉइस साबित होता है। एक्सप्रेसवे पर इंस्टेंट थ्रॉटल रिस्पॉन्स की बात छोड़ दें तो केवल दो पैडल्स होने से काफी सुविधा रहती है। हाईवे पर ये थोड़ा परेशान करता है और काफी अटकता भी है मगर एक समय के बाद आप अपने आप को इसके अनुसार ढाल लेते हैं।
पूरी ड्राइव के दौरान आपको ओवरटेकिंग की पहले से तैयारी करनी पड़ती है मगर मैनुअल मोड पर आपको ज्यादा कंट्रोल मिलता है जहां आप गियर को अपने हिसाब से शिफ्ट कर सकते हैं। मैनुअल और एएमटी में से हम आपको एएमटी ही लेने का सुझाव देंगे बशर्ते आप थोड़े बहुत समझौते करने के लिए तैयार हों।
दूसरी तरफ डिजायर की बात करें तो ये फैमिली फ्रेंडली है। हमनें इसके मैनुअल मॉडल को ड्राइव किया और मैनुअल कारें कार ड्राइव पसंद करने वालों के लिए हमेशा से ही अच्छी साबित होती है क्योंकि इनपर आपका पूरा कंट्रोल रहता है।
डिजायर का गियर लिवर स्मूद है जिससे शिफ्टिंग के समय आपको कोई परेशानी नहीं आएगी। हालांकि पहले गियर पर कार में पावर की कमी महसूस होती है वहीं चौथे और पांचवे गियर पर आपको गाड़ी को स्लो करते वक्त तुरंत क्लच एंगेज करके रखना पड़ता है। खासतौर से दूसरे और तीसरे गियर पर आपको कार ड्राइव करने में मजा आएगा जहां आपको पावर और रिफाइनमेंट का एक परफैक्ट बैलेंस नजर आएगा। इस दौरान आपको पावर की कमी महसूस नहीं होगी। इस चीज से ये दोनों कारें सिटी में ड्राइव करने के लिहाज से अच्छी है जिनमें आपको पावर की कमी महसूस नहीं होती है।
राइड और हैंडलिंग
भारतीय कार बाजार में स्विफ्ट की छवि एक स्पोर्टी कार की रही है जो अब कस्टमर डिमांड को देखते हुए धुमिल दिखाई देने लगी है क्योंकि अब लोग इसे एक फैमिली कार के तौर पर देखने लगे हैं। मगर इसमें अब भी स्पोर्टीनेस से कोई समझौता नहीं हुआ है।
राइड क्वालिटी की बात करें तो दोनों कारों में सिटी ट्रैफिक के दौरान एक मॉडरेट स्पीड पर अच्छा कंफर्ट मिलता है। हाईवे पर आपको ज्यादा जर्क महसूस नहीं होंगे जब तक कि आप हाई स्पीड के दौरान किसी खराब रास्ते पर ना चल रहे हो। हाई स्पीड के दौरान पैसेंजर्स के लिए हॉरिजॉन्टल मूवमेंट थोड़ा तंग करने वाला हो सकता है जिससे आपको ग्रैब हैंडल्स को पकड़कर रखना होगा। दोनों कारों के राइड कंफर्ट में कोई बहुत बड़ा अंतर नहीं है मगर डिजायर के मुकाबले स्विफ्ट ड्राइव करने में ज्यादा स्पोर्टी लगती है। ये कार सड़क पर ज्यादा स्थिर भी रहती है जिससे कार ड्राइव करते वक्त आप में कॉन्फिडेंस बना रहता है।
कीमत और निष्कर्ष
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मारुति स्विफ्ट |
मारुति डिजायर |
एक्स-शोरूम कीमत |
6.49 लाख रुपये से लेकर 9.59 लाख रुपये |
6.79 लाख रुपये से लेकर 10.14 लाख रुपये |
तो क्या आपको लेनी चाहिए मारुति स्विफ्ट या फिर 50,000 रुपये एक्सट्रा खर्च कर लेनी चाहिए डिजायर?
यदि आपका बजट इतने अतिरिक्त रूपये के कारण प्रभावित नहीं हो रहा है तो हम आपको डिजायर लेने की सलाह देंगे। ये ज्यादा फैमिली फ्रेंडली कार है और अपनी कीमत को वाजिब ठहराती है। इसके केबिन का लुक बेहतर है,कुछ एक्सट्रा फीचर्स भी दिए गए हैं और ये मारुति की पहली 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग वाली कार है। यहां तक कि अब इसकी कमर्शियल टैक्सी वाली इमेज और लुक्स भी नहीं रह गए हैं और अब ये ज्यादा प्रीमियम लुक वाली सब कॉम्पैक्ट सेडान है।
दूसरी तरफ स्विफ्ट भी कोई बुरी चॉइस नहीं है। यदि आप अकेले ही कार से कहीं आते जाते हैं और अपने 4 व्हीलर में स्पोर्टीनेस और एडवेंचर दोनों चाहते हैं तो आप इसे चुन सकते हैं। इसमें लगभग डिजायर वाले ही फीचर्स,परफॉर्मेंस और फील मिलती है। अब ये आपके टेस्ट और प्रिफरेंस पर निर्भर करता है कि आपको स्पोर्टी कार चाहिए या फिर एक सोबर लुक वाली कार।