आखिर क्यों टाटा नैनो की टक्कर से महिंद्रा थार ने मारी पलटी, जानिए यहां
पिछले कुछ दशकों में भारत में सड़क दुर्घनाएं काफी तेजी से बढ़ी हैं और ये आम जनता व कार कंपनियों के लिए एक चिंता का विषय बन चुकी है। जब से इंटरनेट पर जानकारी साझा करने का चलन बढ़ा है, लोग कार की सेफ्टी और बिल्ड क्वालिटी को लेकर अपनी-अपनी राय ऑनलाइन बताने लगे हैं। सरकार और कार कंपनियां मिलकर व्हीकल सेफ्टी को बेहतर करने और सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों को कम करने के लिए भी काम रही हैं। हालांकि कभी-कभी बिल्ड क्वालिटी और सेफ्टी टेक्नोलॉजी से ज्यादा बेसिक चीजों पर ध्यान रखना भी जरूरी है।
हाल ही में महिंद्रा थार और टाटा नैनो में टक्कर हुई है जिसमें ऑफ-रोडिंग एसयूवी पटली मार जाती है और ये घटना ऑनलाइन काफी सुर्खियों में है। यह एक्सीडेंट छतीसगढ़ के दुर्ग जिले में पदमनाभपुर मिनी स्टेडियम के पास हुआ और वहां मौजूद लोगों के अनुसार थार एक चौराहे को पार कर रही थी तभी साइड से नैनो ने इसे टक्कर मार दी जिससे थार पलट गई। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को कोई चोटें नहीं आई, लेकिन इंटरनेट पर इस चीज को लेकर जरूर बहस छिड़ चुकी है कि आखिरकार ये कैसे हुआ?
इस बात को सुनकर एक बारगी तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल है कि एक बड़ी एसयूवी छोटी हैचबैक की टक्कर से पलटी मार सकती है, लेकिन इस घटना को स्वीकार करने के कुछ कारण हैं, जिनके बारे में हम जानेंगे आगेः
थार की हाई सेंटर ऑफ ग्रेविटी
इस एक्सीडेंट में थार के पलटी मारने की सबसे बड़ी वजह इसका ज्यादा ऊंचा 226 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लीयरेंस हो सकता है, जिसके कारण इसकी सेंटर ऑफ ग्रेविटी काफी ज्यादा है। जिस गाड़ी की सेंटर ऑफ ग्रेविटी ज्यादा होती है उसकी स्टेबिलिटी पर इसका असर दिखता है और तेज स्पीड पर टर्न लेने के दौरान यह चीज सबसे ज्यादा नजर में आती है।
वहीं दूसरी ओर जिन कारों का ग्राउंड क्लीयरेंस कम होता है वे ज्यादा स्टेबल रहती हैं और इनमें सेंटर ऑफ ग्रेविटी आसानी से शिफ्ट नहीं होती है, जिससे इनकी राइडिंग और हैंडलिंग काफी बेहतर रहती है।
थार का बॉक्सी डिजाइन
महिद्रा थार का डिजाइन काफी बॉक्सी है जो इसे ज्यादा दमदार और रग्ड लुक देते हैं। हालांकि बॉक्सी शेप गाड़ी की हैंडलिंग और डायनामिक पर इंपेक्ट डालता है जिससे एयरोडायनामिक और शार्प शेप वाली कारों के कंपेरिजन में इसकी स्टेबिलिटी कम हो जाती है।
टाटा नैनो का रैंप जैसा डिजाइन
टाटा नैनो की बात करें तो इसे रैंप जैसा डिजाइन दिया गया है। यह डिजाइन एलिमेंट भी एक वजह हो सकती है जिससे टक्कर के बाद थार पलटी मार गई।
ये कुछ वजह हैं जिनके चलते टाटा नैनो की टक्कर से महिंद्रा थार पलटी मार गई। एक्सीडेंट कभी भी हंसी का विषय नहीं होता है, इस हादसे से थार की संभावित खामियों के बारे में पता चलेगा और दूसरे कार मालिकों को इससे सेफ ड्राइव करने का सबक मिलेगा।
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