स्कोडा-फोक्सवैगन ने भारत में तैयार की 15 लाख से ज्यादा कारें
प्रकाशित: मई 27, 2024 07:19 pm । सोनू । स्कोडा स्लाविया
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स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ग्रुप के पोर्टफोलियो में फिलहाल स्कोडा स्लाविया, कुशाक, कोडिएक और सुपर्ब के साथ-साथ फोक्सवैगन वर्टस, टाइगन और टिग्वान मौजूद है। अब इन दोनों कंपनियों ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है जिसमें व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग, इंजन प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट आदि शामिल है। ये हैं इनके नए रिकॉर्डः
चाकण प्लांट में 15 लाख से ज्यादा गाड़ियां तैयार
2009 से लेकर अब तक देश में स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ग्रुप 15 लाख से ज्यादा व्हीकल तैयार कर चुकी है, जिसकी शुरुआत स्कोडा फाबिया हैचबैक से हुई थी। 15 लाख यूनिट प्रोडक्शन में फोक्सवैगन ग्रुप के आईकॉनिक मॉडल्स फॉक्सवैगन वेंटो और पोलो, और स्कोडा रैपिड के साथ-साथ एमक्यूबी-ए0-इन प्लटफार्म पर बनी फोक्सवैगन टाइगन, वर्टस, और स्कोडा कुशाक व स्लाविया शामिल है।
चाकण प्लांट में 3.8 लाख से ज्यादा इंजन हुए तैयार
चाकण प्लांट में स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ग्रुप की इंजन शॉप दस सालों से ऑपरेशनल है। ग्रुप अब तक इस प्लांट में 3.8 लाख से ज्यादा इंजन तैयार कर चुका है। इनमें से ज्यादातर 1-लीटर टीएसआई इंजन तैयार हुए हैं।
इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के तहत 3 लाख से ज्यादा व्हीकल तैयार
कंपनी ने कहा है कि उसने इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के तहत 3 लाख से ज्यादा व्हीकल भी तैयार किए हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ग्रुप ने फोक्सवैगन टाइगन, वर्टस, स्कोडा कुशाक और स्लाविया का प्रोडक्शन किया है, ये सभी एमक्यूबी-ए0-इन प्लेटफार्म पर बेस्ड हैं।
30 प्रतिशत व्हीकल एक्सपोर्ट
ग्रुप ने अपनी मेड-इन-इंडिया कारों का 30 प्रतिशत 40 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट भी किया है। इससे भारत कंपनी का चौथा बड़ा एक्सपोर्ट हब बन गया है।
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