भारत में स्कोडा-फोक्सवैगन ने शुरू की सीएनजी कारों की टेस्टिंग
प्रकाशित: अक्टूबर 30, 2020 12:09 pm । सोनू । स्कोडा रैपिड
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- स्कोडा रैपिड को सीनएजी भरवाते देखा गया है।
- यूरोप में कंपनी ने 1.0 लीटर और 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ सीएनजी किट का ऑप्शन रखा है।
- स्कोडा की अपकमिंग कॉम्पैक्ट एसयूवी में सीएनजी इंजन दिया जा सकता है।
स्कोडा-फोक्सवैगन ने भारत में सीएनजी कारों की टेस्टिंग शुरू कर दी है। हाल ही में एक फिलिंग स्टेशन पर स्कोडा रैपिड को सीएनजी भरवाते हुए देखा गया है।
एक ट्विटर यूजर ने स्कोडा इंडिया को यह फोटो टैग करते हुए पूछा है कि ये कार कब तक लॉन्च होगी जिसके जवाब में कंपनी ने कहा है कि यह अभी प्रोजेक्ट फेज में है।
फोक्सवैगन ग्रुप की योजना भारत में सीएनजी कारें लॉन्च करने की है। इसके संकेत कंपनी ने इंडिया 2.0 बिजनेस प्लान के तहत दिए थे। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कंपनी ने अपने 1.0 लीटर और 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ सीएनजी किट का ऑप्शन रखा है जिसे कंपनी ने टीजीआई नाम दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1.0 लीटर और 1.5 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन भारत में उपलब्ध रैपिड और कारॉक में भी दिए गए हैं।
यूरोप में 1.0 लीटर टीजीआई इंजन फोक्सवैगन पोलो में मिलता है जिसका पावर आउटपुट 90पीएस/160एनएम है। वहीं भारत में उपलब्ध पोलो और रैपिड में दिया गया रेगुलर टीएसआई इंजन का पावर आउटपुट 110पीएस/175एनएम है। यूरोप में 1.5 लीटर टीजीआई इंजन फोक्सवैगन गोल्फ में मिलता है जो 130 पीएस की पावर देता है।
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यूरोप में पोलो सीएनजी फुल टैंक में 368 किलोमीटर का सफर तय करती है जबकि फोक्सवैगन गोल्फ फुल टैंक में 422 किलोमीटर की दूसरी तय करती है। इन दोनों कारों के सीएनजी टैंक की क्षमता क्रमषः 13.8 किलोग्राम और 17.3 किलोग्राम है।
ऊपर दी गई जानकारी को देखकर ये कहा जा सकता है कि कंपनी के पास ये टेक्नोलॉजी पहले से ही मौजूद है, अब देखने वाली बात ये है कि भारत में स्कोडा-फोक्सवैगन की सीएनजी कारें कब तक लॉन्च होती है।
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