मारुति स्विफ्ट Vs हुंडई ग्रैंड आई10 निओस Vs फोर्ड फिगो: जानिए कौनसी डीजल-ऑटोमैटिक कार है सबसे तेज़
संशोधित: सितंबर 30, 2019 12:51 pm | स्तुति | मारुति स्विफ्ट 2014-2021
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लेटेस्ट अपडेट: मारुति सुजुकी ने एस-प्रेसो को लॉन्च कर दिया है। यह भारत में कंपनी की पहली माइक्रो एसयूवी है जिसकी कीमत ₹ 3.69 लाख से शुरू होती है।
हुंडई ने हाल ही में ग्रैंड आई10 निओस को 4.99 लाख रुपए (एक्स-शोरूम दिल्ली) की कीमत पर भारतीय बाज़ार में उतारा है। इसका मुकाबला मारुति स्विफ्ट, मारुति इग्निस, फोर्ड फिगो और निसान माइक्रा से है। साल 2020 में लागू होने जा रहे बीएस6 नॉर्म्स के कारण बाज़ार में डीज़ल कारों की मांग में कमी आने के कयास लगाए जा रहे हैं। मगर,माइलेज फ्रेंडली इन कारों के प्रति ग्राहकों का झुकाव फिलहाल तो बना हुआ ही है। ऐसे में हमने यहां हुंडई ग्रैंड आई10 निओस के डीजल- मैनुअल वेरिएंट की तुलना मारुति स्विफ्ट और फोर्ड फिगो के डीजल- मैनुअल वेरिएंट से की है। लेकिन इससे पहले कि हम यह जानें कि इनमें से कौनसी कार परफॉरमेंस के मामले में है सबसे दमदार, नज़र डालते हैं तीनों कारों के इंजन स्पेसिफिकेशन्स पर -
डीजल |
मारुति स्विफ्ट |
हुंडई ग्रैंड आई10 निओस |
फोर्ड फिगो |
इंजन |
1.3-लीटर |
1.2-लीटर |
1.5-लीटर |
पावर |
75पीएस |
75पीएस |
100पीएस |
टॉर्क |
190एनएम |
190एनएम |
215एनएम |
ट्रांसमिशन |
5-स्पीड एमटी |
5-स्पीड एमटी |
5-स्पीड एमटी |
कर्ब वेट |
955-990 किलोग्राम |
1025 किलोग्राम |
1046-1057 किलोग्राम |
तीनों कारों में फोर्ड फिगो के इंजन की क्षमता ज्यादा है और ये काफी दमदार भी है। इसके साथ ही टॉर्क देने के मामले में भी फोर्ड फीगो का इंजन सबसे अच्छा साबित होता है।स्विफ्ट और ग्रैंड आई10 निओस के मुकाबले यह 25एनएम का ज्यादा टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। वहीं, निओस का डीजल इंजन स्विफ्ट की तुलना में काफी छोटा है, इसके बावजूद भी दोनों का पावर आउटपुट समान है। इस मुकाबले में फोर्ड फिगो का कर्ब वेट दूसरी कारों से काफी ज्यादा है,वहीं स्विफ्ट का कर्ब वेट सबसे कम है।
परफॉर्मेंस-
मारुति स्विफ्ट |
हुंडई ग्रैंड आई10 निओस |
फोर्ड फिगो |
|
0-100 किमी/घंटे |
12.38सेकंड |
13.13सेकंड |
10.69सेकंड |
क्वार्टर माइल (400 मीटर) |
18.44 सेकंड @ 118.80 किमी/घंटे |
18.71 सेकंड @ 114.70 किमी/घंटे |
17.46 सेकंड @ 126.85 किमी/घंटे |
30-80 किमी/घंटे (तीसरा गियर) |
8.54सेकंड |
8.84सेकंड |
8.74सेकंड |
40-100 किमी/घंटे (चौथा गियर) |
14.89सेकंड |
14.06सेकंड |
15.35सेकंड |
ऊपर दिए गए आंकड़ों से साफ़ नज़र आता है कि फिगो का इंजन सबसे ज्यादा पावर और टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। पावरफुल इंजन के साथ आने वाली फिगो 0 से 100 किमी/घंटे का रफ्तार केवल 10.69 सेकंड्स में तय कर लेती है। इस मामले में यह स्विफ्ट से महज़ 1.69 सेकंडस कम लेती है। ग्रैंड आई10 निओस के इंजन की क्षमता काफी कम है,ऐसे में इस गाड़ी को 0-100 किमी/घंटे की रफ्तार हासिल करने में सबसे ज्यादा (13 सेकंड्स) लगते हैं।
क्वॉर्टर माइल रन के मोर्चे पर भी इनमें से कोई भी कार फोर्ड फिगो का मुकाबला नहीं कर पाती है। टेबल से देखें तो यह 400 मीटर के सफर को स्विफ्ट की तुलना में सबसे जल्दी पूरा करती है।
इन-गियर एक्सलेरेशन की बात करें तो सबसे बड़े साइज़ की कारें हमेशा अच्छी साबित नहीं होती हैं। ऐसे में इन तीनों हैचबैक में से मारुति स्विफ्ट थर्ड गियर पर सबसे तेज़ साबित होती है। हालांकि, चौथे गियर में 40 से 100 किमी/घंटे की रफ्तार हासिल करने ग्रैंड आई10 निओस सबसे तेज़ साबित होती है।फिगो की तुलना में यह कार 40 से 100 किमी की दूरी तय करने के लिए 1.6 सेकंड कम लेती है।
ब्रेकिंग टेस्ट :
मारुति स्विफ्ट |
हुंडई ग्रैंड आई 10 निओस |
फोर्ड फिगो |
|
100-0 किमी/ घंटे |
42.40 मीटर |
42.62 मीटर |
41.95 मीटर |
80-0 किमी/ घंटे |
27.08 मीटर |
26.48 मीटर |
26.80 मीटर |
टेबल पर गौर करें तो फोर्ड फिगो को 100 किमी/घंटे की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के बाद सबसे कम दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि इस मामले में स्विफ्ट और ग्रैंड आई10 दूसरे और तीसरे स्थान पर है। हालांकि, 80 किमी/घंटे की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के बाद ग्रैंड आई10 निओस को सबसे कम फासला तय करना पड़ता है। वहीं, इस मोर्चे पर फिगो और स्विफ्ट क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर आती हैं।
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