टेस्ला मोटर्स की शर्तें मानने से भारत सरकार का इंकार,नहीं कम करेगी इंपोर्ट ड्यूटी
प्रकाशित: अगस्त 03, 2021 05:25 pm । भानु । टेस्ला मॉडल 3
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हाल ही में टेस्ला और भारत सरकार के बीच इलेक्ट्रिक कारों पर इंपोर्ट ड्यूटी को कम करने को लेकर बातचीत हुई थी। टेस्ला ने सरकार से कहा था कि वो भारत में कई प्रोडक्ट्स उतारने की इच्छा रखती है बशर्ते सरकार इनपर इंपोर्ट ड्यूटी को कम कर दे। अब संसद में बीजेपी सरकार में मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि 'हैवी इंडस्ट्री मंत्रालय इस प्रस्ताव पर बिल्कुल अमल नहीं कर रहा है और आगे भी हमारी ऐसी कोई योजना नहीं है'
बता दें कि पिछले एक साल से टेस्ला कंपनी भारत में अपना कामकाज शुरू करने की तैयारियां कर रही है और कंपनी ने यहां ऑफिशियल रजिस्ट्रेशन कराने के साथ साथ एक ऑफिस भी खोल लिया है। प्रीमियम इलेक्ट्रिक कारमेकर टेस्ला भारत में सबसे पहले अपनी मॉडल 3 सेडान के साथ 2021 के आखिर तक कदम रख सकती है। ये कार यहां पूरी तरह से इंपोर्ट कराई जाएगी जिसपर मौजूदा इंपोर्ट टैक्स नियमों के अनुसार 100 प्रतिशत टैक्स लगाया जाएगा। मगर अमेरिकन कंपनी ने कहा है कि सरकार उनसे 40 प्रतिशत ही टैक्स वसूले जिससे कंपनी की कारों की कीमत में कमी लाने में आसानी रहेगी। टेस्ला की इस गुजारिश को हुंडई जैसी कंपनी ने भी अपना समर्थन दिया है।
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कंपनी के फाउंडर इलोन मस्क ने कहा था कि यदि टेस्ला के व्हीकल्स को भारत में अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है तो वो यहां एक गीगा फैक्ट्री भी लगा सकते हैं जहां बैट्री और व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग की जा सकेगी। इससे भारत में टेस्ला की गाड़ियां कम कीमत में उपलब्ध हो पाएंगी।
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हालांकि सरकार द्वारा इन शर्तों को नहीं मानने से अब टेस्ला के पास अपने प्रस्ताव का कोई दूसरा विकल्प ढूंढने के अलावा और कोई चारा नहीं है। टेस्ला भारत में अपनी एंट्री की टाइमलाइन को भी आगे बढ़ा सकती है।
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