मेड इन इंडिया मारुति अर्टिगा को ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में मिली 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग
संशोधित: जुलाई 31, 2024 06:40 pm | सोनू | मारुति अर्टिगा
- 583 Views
- Write a कमेंट
क्रैश टेस्ट में मारुति सुजुकी अर्टिगा का बॉडीशेल ‘अनस्टेबल’ पाया गया है
-
मारुति सुजुकी अर्टिगा को ग्लोबल एनकैप के सख्त प्रोटोकॉल के तहत फिर से क्रैश टेस्ट किया गया है।
-
वयस्क पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसकी रेटिंग तीन से एक स्टार पर पहुंच गई है।
-
बच्चों की सुरक्षा के लिए इसकी रेटिंग तीन से 2 स्टार पर पहुंच गई है।
-
अफ्रीका में उपलब्ध अर्टिगा कार में ड्यूल फ्रंट एयरबैग, और आईएसओफिक्स एंकर दिए गए हैं, जबकि साइड और कर्टेन एयरबैग का अभाव है।
मारुति सुजुकी अर्टिगा का ग्लोबल एनकैप द्वारा फिर से क्रैश टेस्ट किया गया है, जिसमें इस बार इसे 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। यह टेस्ट साउथ अफ्रीका में बिकने वाली अर्टिगा कार पर किया गया था जो भारत में तैयार की गई थी। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि 2019 में ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में मारुति अर्टिगा को 3-स्टार रेटिंग मिली थी। हालांकि जुलाई 2022 में ग्लोबल एनकैप ने अपने प्रोटोकॉल ज्यादा सख्त कर दिए थे जिससे 2024 मॉडल का प्रदर्शन खराब रहा।
वयस्क पैसेंजर प्रोटेक्शन - 23.63/34 पॉइंट (69.5 प्रतिशत)
ग्लोबल एनकैप स्टैंडर्ड के अनुसार मारुति सुजुकी अर्टिगा का कई पैरामीटर पर क्रैश टेस्ट किया गया, जिसमें फ्रंटल इंपेक्ट, साइड इंपेक्ट, और साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट शामिल थे। फ्रंटल इंपेक्ट टेस्ट में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर दोनों के सिर और गर्दन को अच्छा प्रोटेक्शन मिला। वहीं ड्राइवर की छाती को ‘मार्जिनल’ और फ्रंट पैसेंजर की छाती को ‘अच्छा’ प्रोटेक्शन मिला। ड्राइवर और पैसेंजर दोनों के घुटनों को ‘मार्जिनल’ रेटिंग दी गई, क्योंकि टक्कर के दौरान इनके पैर डैशबोर्ड से टकरा रहे थे। ड्राइवर और पैसेंजर के टिबिया का प्रोटेक्शन पर्याप्त बताया गया। टेस्ट में कार के फुटवेल एरिया को ‘स्टेबल’, और बॉडीशेल को ‘अनस्टेबल’ बताया गया है।
साइड इंपेक्ट टेस्ट में सिर, पेट, और पेल्विस को अच्छा प्रोटेक्शन मिला, जबकि छाती को पर्याप्त सुरक्षा मिली। साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट नहीं किया जा सका, क्योंकि इसमें कर्टेन एयरबैग नहीं दिए गए थे।
यह भी पढ़ें: मारुति ग्रैंड विटारा ने 2 लाख यूनिट बिक्री का आंकड़ा किया पार
चाइल्ड पैसेंजर प्रोटेक्शन - 19.40/49 पॉइंट (39.77 प्रतिशत)
क्रैश टेस्ट के लिए इसमें 3 साल और 18 महीने के बच्चे की डमी को आईएसओफिक्स माउंट और टॉप रेस्टरेंट के जरिए आगे की तरफ फेस करके इंस्टॉल किया गया था। फ्रंटल इंपेक्ट टेस्ट में 3 साल के बच्ची की डमी के सिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन छाती और गर्दन की सुरक्षा सीमित थी। वहीं 18 महीने के बच्चे की डमी का छाती और गर्दन का प्रोटेक्शन खराब रहा। हालांकि साइड इंपेक्ट टेस्ट में दोनों डमी को पूरा प्रोटेक्शन मिला।
अफ्रीका में उपलब्ध अर्टिगा के सेफ्टी फीचर
ग्लोबल एनकैप ने अर्टिगा बेस मॉडल का क्रैश टेस्ट किया था। इसमें सुरक्षा के लिए ड्यूल फ्रंट एयरबैग दिए गए हैं, लेकिन साइड और कर्टेन एयरबैग का अभाव है। इसमें प्रीटेंशनर और फोर्स लिमिटर के साथ 3-पॉइंट फ्रंट सीटबेल्ट दिए गए हैं। सेकंड रो में दो 3-पॉइंट सीटबेल्ट और बीच में 2-पॉइंट लेप बेल्ट दिया गया है। वहीं थर्ड रो के लिए दो 3-पॉइंट सीटबेल्ट दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर भी दिए गए हैं। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि कंपनी ने इसके टॉप लाइन वेरिएंट्स में दो एडिशनल साइड एयरबैग भी दिए गए हैं। हालांकि पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए इसमें कोई एक्टिव सेफ्टी फीचर नहीं दिया गया है, यहां तक कि इसके टॉप लाइन मॉडल्स में भी ऐसा कोई फीचर नहीं दिया गया है।
ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट के अनुसार अर्टिगा का पैसेंजर सीटबेल्ट प्रीटेंशनर ठीक से काम नहीं कर रहा था। साथ ही रियर फेसिंग चाइल्ड सीट के लिए पैसेंजर एयरबैग को डिस्कनेक्ट करने की भी अनुमति नहीं दी, जिससे क्रैश टेस्ट में इसका ओवरऑल स्कोर कम रहा।
भारत में अर्टिगा की कीमत और कंपेरिजन
मारुति अर्टिगा की कीमत 8.69 लाख रुपये से 13.03 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, पैन इंडिया) के बीच है। इसका मुकाबला रेनो ट्राइबर, और किआ कैरेंस से है। इसके अलावा इसे टोयोटा इनोवा क्रिस्टा, टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, और मारुति इनविक्टो से अफोर्डेबल विकल्प के तौर पर भी चुना जा सकता है।
यह भी देखेंः मारुति अर्टिगा ऑन रोड प्राइस
0 out ऑफ 0 found this helpful