इनविक्टो से पहले मारुति भारत में लॉन्च कर चुकी है ये एमपीवी कारें, देखिए पूरी लिस्ट
मारुति इनविक्टो एमपीवी को भारत में जुलाई में लॉन्च किया जाएगा। यह भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध मारुति की सबसे महंगी कार होगी। अनुमान है कि इस गाड़ी की कीमत 19 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) से शुरू हो सकती है। भारत में मारुति की एमपीवी सेगमेंट में अर्टिगा और ईको जैसी कई पॉपुलर कारें मौजूद हैं। अनुमान है कि इनविक्टो कार के साथ मारुति प्रीमियम एमपीवी सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत कर सकती है।
यहां हमनें इनविक्टो से पहले लॉन्च हो चुकी मारुति की एमपीवी कारों का जिक्र किया है,जिसके बारे में आप जानेंगे आगे:
मारुति ओमनी
मारुति वैन को भारत में मारुति800 के लॉन्च होने के बाद 1984 में उतारा गया था। इस माइक्रोबस-टाइप मारुति कार का नाम बदलकर 1988 में 'ओमनी' रख दिया गया था।
ओमनी वैन ना सिर्फ कमर्शियल सेगमेंट बल्कि फैमिली के बीच भी काफी पॉपुलर हुई थी। मारुति का इस गाड़ी को उतारने का उद्देश्य कम प्राइस पर कई सारे पैसेंजर को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचाना था।
दिलचस्प तथ्य: ओमनी को 1984 में 1 लाख रुपए से कम प्राइस पर लॉन्च किया गया था
मारुति ने ओमनी को पहला फेसलिफ्ट अपडेट 1998 में दिया था, तब इस एमपीवी कार के एक्सटीरियर और इंटीरियर पर कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए थे। उस दौरान इस गाड़ी में मारुति 800 वाला इंजन मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ मिलता था। इसके बाद कंपनी ने इस एमपीवी कार को दूसरा फेसलिफ्ट अपडेट 7 साल बाद दिया था और तब से लेकर 2019 में बंद होने तक इसका लुक एक जैसा ही रहा।
35 साल बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध रहने के बाद ओमनी कार आखिरकार बंद हो गई और इसकी कमी अब मारुति ईको पूरी कर रही है।
मारुति वर्सा
मारुति ने वर्सा कार को 2001 में लॉन्च किया था जो ओमनी के मुकाबले एक ज्यादा बेहतर कार थी। भारत में इसकी कीमत 4 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के आसपास थी जो उस दौरान काफी ज्यादा मानी जाती थी।
वर्सा एमपीवी को उतारने का मकसद ट्रेवलिंग के दौरान गाड़ी के केबिन के अंदर बैठे 6 से 7 पैसेंजर्स को अच्छा ख़ासा कंफर्ट देना था। लेकिन, इसकी कीमत और बेसिक स्टाइल ने ग्राहकों को इतना ज्यादा आकर्षित नहीं किया। इसकी वजह यह थी कि बाजार में ज्यादा आकर्षक लुक्स वाली एस्टीम सेडान लॉन्च हो गई थी जो इससे थोड़ी ही महंगी थी और लोग इसे वर्सा के मुकाबले खरीदने के लिए एक ज्यादा बेहतर ऑप्शन मान रहे थे।
मारुति वर्सा में 1.3-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया था। वर्सा कार में प्रीमियम क्वालिटी की फैब्रिक अपहोल्स्ट्री, एडजस्टेबल स्टीयरिंग कॉलम, रियर एसी वेंट्स, पावर विंडो, सेंट्रल लॉकिंग और एडजस्टेबल सीट जैसे फीचर्स मिलते थे।
कंपनी ने इस एमपीवी कार को 2009 में बंद कर दिया था और यह सबक सीख लिया था कि कारों को सिंपल बनाना और उनकी कीमतें कम रखना ही बेहतर है।
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मारुति ईको
2010 में वर्सा से बेहतर वर्जन के रूप में ईको एमपीवी को लॉन्च किया गया था। यह एक फेसलिफ्ट कार थी जिसका लुक वैन जैसा ही था, लेकिन इसमें वर्सा की तरह एक्सटीरियर पर ग्राफिक्स और कोई शानदार कम्फर्ट फीचर्स नहीं दिए गए थे। इसे एक सिंपल कार के रूप में पेश किया गया था जिसका बस एक ही उद्देश्य था - सबसे किफायती तरीके से सामान या लोगों को ले जाना।
लॉन्चिंग के दौरान इसमें वर्सा के मुकाबले कम फीचर्स दिए गए थे और यह मुकाबले में मौजूद कारों से सस्ती थी। इस गाड़ी की शुरूआती कीमत 2.7 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के आसपास थी जो वर्सा कार से आधी थी। ईको एमपीवी में पावर स्टीयरिंग, पावर्ड विंडो, सेंट्रल लॉकिंग और एयरबैग जैसे फीचर्स का अभाव था और यहां तक कि इसमें एसी भी ऑप्शनल दिया गया था।
ईको में अच्छा खासा कार्गो स्पेस मिलता है और इस गाड़ी की मेंटेनेंस कॉस्ट भी काफी कम है, जिसके चलते इसने कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में अच्छी सफलता हासिल की है। इस गाड़ी को अभी भी टैक्सी, एम्बुलेंस और स्कूल वैन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जबकि इसका सबसे ज्यादा उपयोग कार्गो वैन के रूप में होता है। ईको भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार में से एक है जिसकी प्रति माह औसतन लगभग 9,000 यूनिट्स बिकती है।
13 से ज्यादा सालों से बिक्री के लिए उपलब्ध इस गाड़ी का लुक अभी भी पहले वर्जन की तरह ही लगता है। ईको एमपीवी के इंटीरियर को नए नॉर्म्स के अनुसार अपडेट किया जा चुका है, लेकिन यह अभी भी काफी बेसिक लगता है।
मारुति अर्टिगा
मारुति ने अपनी प्रॉपर एमपीवी अर्टिगा को 2012 ऑटो एक्सपो में लॉन्च किया था। इस गाड़ी का लुक वैन जैसा बिलकुल भी नहीं था। अर्टिगा को 'एलयूवी' लाइफ यूटिलिटी व्हीकल टैगलाइन के साथ उतारा गया था। लॉन्च के दौरान इस गाड़ी की कीमत 5.89 लाख रुपए गई थी। यह एक थ्री-रो कार है जो दिखने में काफी स्टाइलिश लगती है, लेकिन इसका लुक एक्सटेंडेड हैचबैक कार की तरह भी नज़र आता है।
यह मारुति की पहली एमपीवी कार थी जिसमें डीजल इंजन दिया गया था जो 20 किलोमीटर/लीटर के आसपास का माइलेज देता था। इसके अलावा इसमें नया ज्यादा रिफाइंड 1.4-लीटर पेट्रोल इंजन भी दिया गया था। यह गाड़ी ईको के मुकाबले अच्छी कार जैसा कंफर्ट देती है।
इस एमपीवी कार में सात लोग आराम से बैठ सकते हैं। लॉन्च के दौरान अर्टिगा कार में बहुत कम ही कमियां थी। जो लोग एक सस्ती फैमिली कार की चाहत रखते थे उनके लिए यह गाड़ी काफी अच्छी साबित हुई थी। इस गाड़ी को प्राइवेट खरीदारों और फ्लीट ऑपरेटर्स दोनों से काफी अच्छी डिमांड मिली है।
अर्टिगा कार को नया फेसलिफ्ट अपडेट 2016 में दिया गया था जिसके चलते इसमें ज्यादा पावरफुल पेट्रोल और डीज़ल इंजन और कई अतिरिक्त फीचर्स शामिल हो गए थे और यह गाड़ी पहले से ज्यादा स्टाइलिश भी दिखने लगी थी। इसमें पेट्रोल इंजन के साथ 4-स्पीड ऑटोमेटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन दिया गया था। दिलचस्प बात यह थी कि केवल 4 सालों में अर्टिगा ने 2.25 लाख बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया था।
दिलचस्प तथ्य - मारुति अर्टिगा 3-स्टार रेटिंग पाने वाली शुरुआती एमपीवी कारों में से एक थी
सुजुकी के नए हार्टटेक्ट प्लेटफार्म पर बनी इस एमपीवी कार को नया जनरेशन अपडेट 2018 में मिला था। इसमें पुराना वाला ही डीजल इंजन मिलना जारी था, साथ ही इसमें नया 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन भी जोड़ा गया था। अर्टिगा ड्यूल एयरबैग, रियर कैमरा, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ईएसपी और हिल-होल्ड जैसे फीचर्स के साथ एक फीचर लोडेड कार बन गई थी। न्यू जनरेशन अर्टिगा की कीमत 7.44 लाख रुपए से 13.90 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के बीच थी।
मारुति ने फिर इसमें से फिएट सोर्स्ड 1.3-लीटर मल्टी-जेट डीजल को इन-हाउस डेवलप्ड 1.5-लीटर से रिप्लेस कर दिया था। हालांकि, 2020 में नए बीएस6 एमिशन नॉर्म्स लागू होने पर इस एमपीवी कार में से डीजल इंजन का ऑप्शन हटा दिया गया था। इस गाड़ी को आखिरी फेसलिफ्ट अपडेट 2022 में मिला था और यह अभी भी एमपीवी सेगमेंट की सबसे पॉपुलर कार है।
मारुति एक्सएल6
पिछले कुछ सालों में अर्टिगा का डिज़ाइन काफी पुराना हो गया था, इस बीच मारुति अपने नेक्सा डीलरशिप के जरिए बेचे जाने वाले प्रीमियम मॉडल्स को तैयार कर रही थी और कंपनी के पास भारतीय बाजार में बेहतर लुक्स वाली एक सस्ती कॉम्पेक्ट एमपीवी को उतारने का मौका था। ऐसे में मारुति ने 2019 में अर्टिगा से ज्यादा स्टाइलिश, प्रीमियम और कंफर्टेबल वर्जन के रूप में एक्सएल6 कार को उतारा। यह 7-सीटर अर्टिगा के मुकाबले एक अच्छी 6-सीटर कार है।
भारत में इस एमपीवी कार को 10 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) प्राइस पर उतारा गया था और यह गाड़ी केवल दो फुली-लोडेड वेरिएंट में उपलब्ध थी। इसमें 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन को मैनुअल और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स ऑप्शंस के साथ पेश किया गया था। कंपनी ने 2022 में इसे नया फेसलिफ्ट अपडेट दिया था जिसके चलते इसका लुक पहले से नया हो गया था। ज्यादा स्टाइलिश डिज़ाइन और ज्यादा दमदार फीचर्स के साथ आने वाली यह कार एमपीवी सेगमेंट में अर्टिगा के मुकाबले ज्यादा अपग्रेडेड साबित होती है।
मारुति इनविक्टो
मारुति इनविक्टो टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस का रिबैज्ड वर्जन है। यह दोनों ही कारें लुक्स के मामले में एक दूसरे से काफी अलग हैं।
इनविक्टो कार में पैनोरमिक सनरूफ, 10-इंच टचस्क्रीन सिस्टम, वायरलेस चार्जर, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट और सेकंड रो पावर्ड ओटोमन सीट जैसे फीचर्स दिए जाएंगे। यह मारुति की पहली कार होगी जिसमें रडार-बेस्ड सेफ्टी फीचर्स मिलेंगे।
इनविक्टो एमपीवी में इनोवा वाला 2-लीटर पेट्रोल-हाइब्रिड इंजन दिया जाएगा। टोयोटा के अनुसार इनोवा हाईक्रॉस में यह इंजन 23.24 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता है। यह पिछले एक दशक में मारुति कार में मिलने वाला सबसे पावरफुल इंजन होगा।
निष्कर्ष:
शुरुआती नेक्सा कारों को छोड़कर मारुति की ज्यादातर कारें हमेशा हाई-वॉल्यूम मॉडल रही हैं। अब नई कारों की लॉन्चिंग के साथ मारुति की बजट फ्रेंडली इमेज नहीं रही है और कंपनी अब ऐसी कारें उतार रही हैं जो अंतरराष्ट्रीय मॉडल्स के जितनी ही फीचर लोडेड भी है।
एमपीवी सेगमेंट में आपको ईको जैसी कार से लेकर प्रीमियम एमपीवी भी मिल सकती है जिसकी कीमत लगभग 20 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) या फिर उससे ज्यादा हो सकती है।