क्रैश टेस्ट में मारुति वैगन-आर पास हुई या फेल, जानिए यह ां
प्रकाशित: अक्टूबर 31, 2019 06:52 pm । भानु । मारुति वैगन आर 2013-2022
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- ग्लोबल एनकैप ने लिया मारुति वैगन-आर का क्रैश टेस्ट
- टेस्ट में मारुति वैगन-आर को सबसे खराब 2 स्टार एडल्ट और चाइल्ड प्रोटेक्शन रेटिंग दी गई
- वैगन-आर में केवल ड्राइवर एयरबैग का फीचर दिया गया है स्टैंडर्ड
- कार की बॉडी को भी बताया गया है अस्थिर
- टाटा नेक्सन ही भारत की एकलौती ऐसी कार है जिसे ग्लोबल एनकैप ने 5 स्टार रेटिंग दी है
ग्लोबल एनकैप यानी न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम द्वारा हाल ही में कुछ मेड इन इंडिया कारों का क्रैश टेस्ट किया गया है। इस टेस्ट में मारुति वैगन-आर की भी परीक्षा ली गई जिसे चाइल्ड और एडल्ट प्रोटेक्शन की कैटेगरी में मात्र 2 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई। इससे ये साबित होता है कि ये कार पैसेंजर्स के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
ग्लोबल एनकैप ने इस टेस्ट में मारुति वैगन-आर के बेस वेरिएंट को शामिल किया गया था। वैगन-आर के इस वेरिएंट में स्टैंडर्ड फीचर के तौर पर ना तो पैसेंजर एयरबैग और ना ही प्रीटेंशनर से लैस फ्रंट सीटबेल्ट एवं लोड लिमिटर्स दिए गए हैं। हालांकि, इन फीचर्स के लिए ग्राहक 7000 रुपये अतिरिक्त खर्च कर एक ऑप्शनल पैकेज चुन सकते हैं। फिर भी कार की बॉडी भी इस टेस्ट के मापदंडो पर खरी नहीं उतर पाई।
ग्लोबल एनकैप टेस्ट में वैगन-आर को 64 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर चलाकर कैश टेस्ट किया गया।इस दौरान कार की बॉडी इतनी तेज़ गति में डगमगाने लगी । विटारा ब्रेज़ा को छोड़कर मारुति कि अन्य कारों के साथ ऐसा होना कोई नई बात नहीं है। ग्लोबल एनकैप रेटिंग में कई मारुति कारों की बॉडी को अस्थिर बताया गया है। यहां तक कि मारुति स्विफ्ट के मौजूदा जनरेशन मॉडल को भी 2 स्टार रेटिंग ही मिली है।
एडल्ट प्रोटेक्शन टेस्ट के नतीजे:
- ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और ड्राइवर की गर्दन की सुरक्षा के मामले में वैगन-आर अच्छी साबित हुई है।
- इसे पैसेंजर की गर्दन की सुरक्षा के पैमाने पर भी उचित साबित किया गया है।
- ड्राइवर और पैसेंजर के घुटनो को प्रोटेक्शन देने के मामले में ये कार ठीक ठाक है।
- इसमें ड्राइवर और पैसेंजर की छाती सुरक्षित नहीं रह सकती है।
बच्चोें की सुरक्षा को लेकर इस कार को 2 स्टार रेटिंग मिली है। इस गाड़ी में बीच वाले पैसेंजर के लिए 3 पॉइन्ट बेल्ट का फीचर नहीं दिया गया है। साथ ही इसमें आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर का भी अभाव है। इसमें 3 साल के बच्चे के लिए एडल्ट सीटबेल्ट के साथ चाइल्ड सीट दी गई है मगर ये किसी घटना के प्रभाव को रोक पाने में सक्षम साबित नहीं हुई। यहां तक की इसमें 3 साल के बच्चे के लिए दिया गया चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम भी टेस्ट में फेल हो गया।