एफसीए ने रेनो को दिया विलय का प्रस्ताव
संशोधित: मई 28, 2019 06:42 pm | nikhil
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तकनीक साझा करने और अपने व्यापर को बढ़ने के उद्देश्य से एफसीए (फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल्स) ने रेनो ग्रुप से 50:50 प्रतिशत साझेदार की पेशकश की है। यदि रेनो यह समझौता स्वीकारती है तो दोनों कंपनियां मिलकर नई कारों और कनेक्टिविटी, इलेक्ट्रिफिकेशन और ऑटोनोमस ड्राइविंग जैसी कई तकनीको का विकास करेंगी।
यह विलय एक विशाल ब्रांड पोर्टफोलियो का निर्माण करेगा, जिसमें दोनों कंपनियों के विभिन्न ब्रांड मिलकर सभी सेगमेंट तक अपनी पहुंच बनाने में सक्षम होंगे। जहां रेनो, डासिया, फिएट, जीप, डॉज, रैम और लाडा जैसे ब्रांडों मिलकर मास-मार्केट को कवर करेंगे। वहीं, अल्फा रोमियो और मासेराती जैसे ब्रांड प्रीमियम बाजार को कवर करेंगे। दोनों ग्रुप टेक्नोलॉजी के मोर्चे पर भी एक दूसरे को फायदे पहुंचा सकते हैं। एफसीए को वायोमो, बीएमडब्ल्यू और एप्टिव के साथ अपनी साझेदारी के माध्यम से ऑटोनोमस ड्राइविंग तकनीक में अच्छा अनुभव हासिल है। वहीं, रेनो विश्वभर में इलेक्ट्रिक कारों के लिए जानी जाती है।
एफसीए के प्रस्तावित समझौते के अनुसार कारों के कॉमन प्लेटफार्म और आर्किटेक्चर के निर्माण, पावरट्रेन और टेक्नोलॉजी में बेहतर ढंग से निवेश के माध्यम से दोनों कंपनियों को होने वाले लाभों को बढ़ाया जा सकता है।
प्रस्तावित समझौते में न केवल रेनो और एफसीए को एक छत के नीचे लाने की बात है, बल्कि इसमें रेनो के अन्य सहयोगी कंपनियां- निसान और मित्सुबिशी को भी साथ लेन की बात कही गई है। निसान और मित्सुबिशी के साथ एफसीए-रेनो कॉम्बिनेशन विश्व का सबसे बड़ा ओईएम गठबंधन बन सकता है, जो एक साल में 15 मिलियन से भी ज्यादा कारें बेचने की क्षमता रखेगा।
वर्तमान में रेनो, एफसीए के इन प्रस्तावों की समीक्षा कर रही है। अंतिम फैसले से पहले रेनो इन प्रस्तावों में कुछ बदलाव करवा सकती है।
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