टाटा एचबीएक्स कॉन्सेप्ट से उठा पर्दा, होगी कपंनी की पहली माइक्रो एसयूवी
टाटा मोटर्स ने ऑटो एक्सपो 2020 में अपनी एच2एक्स कॉन्सेप्ट से पर्दा उठा दिया है। कंपनी ने इसे ''एचबीएक्स'' नाम दिया है। टाटा ने इसे सबसे पहले 2019 जिनेवा मोटर-शो में शोकेस किया था। अब एक्सपो में इसे प्री-प्रोडक्शन फेज़ में पेश किया गया है।
जैसा की टाटा की लेटेस्ट लॉन्च हुई कारों में देखा गया है कि कंपनी ने इनकी डिज़ाइन को उनके कॉन्सेप्ट मॉडल के लगभग समान ही रखा है। ठीक ऐसा ही कंपनी ने एचबीएक्स के साथ किया है। यह अपने प्री-प्रोडक्शन फेज़ में शोकेस की गई है और इसकी डिज़ाइन इसके एच्2एक्स कॉन्सेप्ट के समान ही नज़र आ रही है। इसमें टाटा नेक्सन फेसलिफ्ट के जैसी फ्रंट ग्रिल दी गई है जिसके दोनों ओर डे-टाइम रनिंग लैम्प्स दिए गए हैं। डीआरएल के नीचे की ओर हेडलैम्प्स दिए गए हैं। इसमें काफी बड़ी फॉक्स स्किड प्लेट दी गई है जो इसे किसी दमदार एसयूवी जैसी लग रही है।
इसका साइड प्रोफाइल बॉक्सी शेप का है। इसमें एक शार्प शोल्डर लाइन दी गई है जो पीछे की तरफ किसी कूपे कार की तरह जाकर मिलती है। इसके नॉबी टायर्स काफी आकर्षक लगते हैं। हालाँकि, निश्चित रूप से इन्हें प्रोडक्शन मॉडल में नहीं दिया जाएगा।
अंदर की ओर, इसमें मिनिमलिस्टिक डिज़ाइन थीम देखने को मिलेगी। इसमें 7-इंच का फ्लोटिंग टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट और अल्ट्रोज से मिलता-जुलता सेमी डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। इसके स्टीयरिंग व्हील का डिज़ाइन हाल ही में लॉन्च हुई टाटा कारों के जैसा ही है। इनपर ऑडियो और टेलीफोनी कंट्रोल्स दिए गए हैं। इसके अलावा, इसके डैशबोर्ड पर एक कंपास भी दिया गया है।
उम्मीद है कि टाटा एचबीएक्स में टियागो वाला 1.2-लीटर 3-सिलेंडर बीएस6 रेवोट्रॉन पेट्रोल इंजन दिया जाएगा। यह इंजन 86पीएस की पावर और 113एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। माना ये भी जा रहा है कि एचबीएक्स में 5-स्पीड मैनुअल और एएमटी दोनों गियरबॉक्स का ऑप्शन दिया जा सकता है। इसमें डीजल इंजन नहीं दिया जाएगा।
लॉन्च के बाद टाटा एचबीएक्स का भारतीय बाजार में मुकाबला महिंद्रा केयूवी100 और मारुति सुजुकी इग्निस से होगा। इसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये से शुरू होने की उम्मीद है। इसे 2020 की दूसरी छमाही में लॉन्च किया जा सकता है।
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nikhil
- 375 व्यूज़
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It should be launched in diesel engine as well... Altroz engines... Will help reduce costs and also have more people relying on both the engines