रेनो का 1.3 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन जल्द माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से होगा लैस, भारत में 2021 तक इसे किया जा सकता है पेश
प् रकाशित: अक्टूबर 20, 2020 12:53 pm । स्तुति
- 3.4K Views
- Write a कमेंट
- रेनो ने कंफर्म किया है कि वह अपने 1.3-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के साथ 12 वोल्ट माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नोलॉजी देगी।
- यह इंजन सबसे पहले डस्टर और निसान किक्स कार में दिया गया था।
- डस्टर का 1.3-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन 156 पीएस की पावर और 254 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। इंजन के साथ इसमें 6-स्पीड मैनुअल और 7-स्टेप सीवीटी ऑटोमेटिक का ऑप्शन मिलता है।
- कंपनी अपना माइल्ड-हाइब्रिड इंजन सबसे पहले यूरोपियन मार्केट में देगी।
- भारत में माइल्ड-हाइब्रिड टर्बो पेट्रोल इंजन को 2021 तक पेश किया जा सकता है।
रेनॉल्ट ने कुछ दिनों पहले ही डस्टर एसयूवी (Duster SUV) में नया 1.3-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन शामिल किया है। इस इंजन को सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2018 में शोकेस किया गया था। यह इंजन मॉडल और अलग-अलग देश में अनुसार अलग-अलग पावर ट्यूनिंग के साथ आता है। अब कंपनी ने कंफर्म किया है कि वह अपने 1.3-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन को 12 वोल्ट माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस करेगी।
माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नोलॉजी इस पेट्रोल इंजन को ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट और कम प्रदूषण फैलाने वाला बनाती है। यह फुल हाइब्रिड सिस्टम या फिर प्लग-इन हाइब्रिड पॉवरट्रेन के मुकाबले ज्यादा अफोर्डेबल ऑप्शन है। बता दें कि कंपनी के 1.3 टीसीई इंजन को ऑटो एक्सपो 2020 के दौरान शोकेस किया गया था। यह इंजन रेनो-निसान की पार्टनरशिप के तहत आने वाले निसान के कई मॉडल्स में दिया गया है।
डस्टर टर्बो में यह इंजन 6-स्पीड मैनुअल और 7-स्टेप सीवीटी ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ आता है। यह इंजन 156 पीएस की पावर और 254 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। इस लिहाज से यह कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट का सबसे पावरफुल इंजन है। यही इंजन निक्स किक्स में भी मिलता है। कंपनी का दावा है कि डस्टर टर्बो कार मैनुअल गियरबॉक्स के साथ 16.5 किलोमीटर/लीटर का माइलेज देती है। वहीं, ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ यह कार 16.42 किलोमीटर/लीटर का माइलेज देने में सक्षम है। हालांकि, हमारे माइलेज टेस्ट में यह कार इन आंकड़ों को छूने में सक्षम नहीं रही। उम्मीद है कि माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी के साथ अपडेट होने के बाद यह इंजन और भी ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट बन जाएगा।
चूंकि रेनो अप्रैल 2020 के बाद से अपनी कारों के साथ केवल पेट्रोल इंजन का ही ऑप्शन दे रही है, ऐसे में ज्यादा टॉर्क और अच्छा माइलेज देने वाले डीजल इंजन को माइल्ड-हाइब्रिड टर्बो पेट्रोल इंजन से रिप्लेस करने का यह अच्छा मौका है। भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर में कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट सबसे पॉपुलर सेगमेंट है और इस सेगमेंट में ज्यादा उतार-चढ़ाव भी देखने को नहीं मिलते हैं, ऐसे में कंपनी यह पॉवरट्रेन देकर मौके का फायदा उठा सकती है। हालांकि, कंपनी को कुछ समय के लिए ही इसका फायदा मिल सकता है जब तक की सेगमेंट लीडर्स हुंडई और किया इस टेक्नोलॉजी की पेशकश नहीं करती है। बता दें कि मारुति अपनी एस-क्रॉस कार के साथ ऑटोमैटिक वेरिएंट्स के लिए माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी पहले से ही देती है। हालांकि, इसका 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन प्रतिद्वन्द्वी कारों के मुकाबले ज्यादा अच्छी परफॉर्मेंस नहीं देता है।
भारत में टर्बो पेट्रोल माइल्ड-हाइब्रिड पॉवरट्रेन से लैस रेनॉल्ट एसयूवी को 2021 तक लॉन्च किया जा सकता है। अनुमान है कि कंपनी अपनी डस्टर में सबसे पहले यह पॉवरट्रेन दे सकती है। यह अच्छा होगा अगर कंपनी इसे नेक्स्ट जनरेशन डस्टर के साथ भी दे, लेकिन फिलहाल कुछ भी तय नहीं है। वर्तमान में कॉम्पैक्ट एसयूवी डस्टर के टर्बो पेट्रोल वेरिएंट्स की प्राइस 10.49 लाख रुपए से 13.59 लाख रुपए (एक्स-शोरूम दिल्ली) के बीच है। माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नोलॉजी शामिल होने के चलते इसकी प्राइस पहले से ज्यादा रखी जा सकती है।
यह भी पढ़ें : रेनो कार डिस्काउंट ऑफर: इस महीने क्विड, ट्राइबर और डस्टर पर पाएं 70,000 रुपए तक के फायदे