क्रैश टेस्ट में फेल हुई मेड-इन-इंडिया रेनो क्विड
प्रकाशित: जुलाई 12, 2018 12:12 pm । raunak
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एशियन न्यू कार असेस्मेंट प्रोग्राम (एशियन एनसीएपी) के क्रैश टेस्ट हमेशा से ही कार कंपनियों और ग्राहकों की आंखे खोलने वाला अहसास देते आए हैं। इस बार एशियन एनसीएपी ने भारत में बनी रेनो क्विड का क्रैश टेस्ट किया है। क्रैश टेस्ट में रेनो क्विड को सुरक्षा के मामले में जीरो स्टार रेटिंग मिली है। यह क्रैश टेस्ट भारत में बनकर इंडोनेशिया में एक्सपोर्ट हुई रेनो क्विड पर हुआ था।
ऐसा पहली बार नहीं है जब मेड-इन-इंडिया रेनो क्विड को जीरो स्टार रेटिंग मिल हो। इससे पहले साल 2016 में ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में भी रेनो क्विड का खराब प्रदर्शन रहा था। ग्लोबल एनसीएपी ने रेनो क्विड पर कई क्रैश टेस्ट किए थे। काफी सुधार करने के बाद इसे एक स्टार रेटिंग मिली थी।
ब्राजील में उपलब्ध रेनो क्विड को पैसेंजर सुरक्षा के मामले में अच्छी रेटिंग मिली हुई है। नवंबर 2017 में लैटिन एनसीएपी ने ब्राजील में उपलब्ध रेनो क्विड का क्रैश टेस्ट किया था। इस क्रैश टेस्ट में क्विड को थ्री-स्टार रेटिंग मिली थी। ब्राजील में उपलब्ध रेनो क्विड में चार एयरबैग, एबीएस, ईबीडी और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर को स्टैंडर्ड रखा गया है। वहीं मेड-इन-इंडिया रेनो क्विड में केवल ऑप्शनल ड्राइवर एयरबैग दिया गया है।
ब्राजील में उपलब्ध रेनो क्विड भारतीय मॉडल से ज्यादा भारी है। क्रैश टेस्ट में ज्यादा रेटिंग दिलाने की ये भी एक अहम वजह है। ब्राजील मॉडल का वजन 992 किलोग्राम है, जबकि भारतीय क्विड का वजन 770 किलोग्राम है। यहां 222 किलोग्राम का अंतर है।
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