मेड-इन-इंडिया मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स को जापान एनकैप क्रैश टेस्ट में मिली 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग
मारुति फ्रॉन्क्स जापान वर्जन में लेवल-2 एडीएएस सेफ्टी फीचर दिया गया है,जो भारतीय मॉडल में नहीं मिलता है
मेड-इन-इंडिया मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स को जापान में अक्टूबर 2024 में लॉन्च किया गया था, जिसमें लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) और ऑल-व्हील-ड्राइव (ऑल-व्हील-ड्राइव) सेटअप समेत कई अतिरिक्त फीचर शामिल किए गए हैं।। हाल ही में जापान एनकैप ने फ्रॉन्क्स एसयूवी का क्रैश टेस्ट किया जिसमें इसे 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है।
यहां देखें इसके जापान एनकैप क्रैश टेस्ट के नतीजे :-
जापान एनकैप क्रैश टेस्ट के नतीजे
जापान एनकैप क्रैश टेस्ट में मेड-इन-इंडिया मारुति फ्रॉन्क्स ने कैसा किया परफॉर्म, जानेंगे इसके बारे में आगे :-
सेफ्टी पैरामीटर |
स्कोर |
पर्सेंटेज |
सेफ्टी परफॉरमेंस |
163.75 / 193.8 पॉइंट |
84 प्रतिशत |
प्रिवेंटिव सेफ्टी परफॉरमेंस |
79.42 / 85.8 पॉइंट |
92 प्रतिशत |
कोलिजन सेफ्टी परफॉरमेंस |
76.33 / 100 पॉइंट |
76 प्रतिशत |
ऑटोमेटिक इमरजेंसी कॉल सिस्टम |
8 / 8 पॉइंट |
100 प्रतिशत |
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फुल-रैप फ्रंटल कोलिजन टेस्ट में फ्रॉन्क्स एसयूवी को 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सीधे बैरियर में चलाया गया ताकि आमने-सामने की टक्कर का पता लग सके। इस टेस्ट में फ्रॉन्क्स को टॉप लेवल 5 रेटिंग मिली है।
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इसके बाद इसका ऑफसेट फ्रंटल कोलिजन टेस्ट किया गया, जिसमें गाड़ी के फ्रंट का आधा हिस्सा 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से मूविंग ऑब्जेक्ट से टकराया। इस टेस्ट में फ्रॉन्क्स ने झटकों को अच्छी तरह से एब्जॉर्ब किया और अपने पैसेंजर कम्पार्टमेंट को बरकरार रखा। गाड़ी के अंदर बैठे हुए लोगों की सुरक्षा के लिए इसे 24 में से 21.08 पॉइंट मिले, जिसके परिणामस्वरूप इसे 5 में से 4 रेटिंग दी गई।
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ऑफसेट कोलिजन टेस्ट से इस बात का भी पता चलता है कि दुर्घटना की स्थिति में कार किसी दूसरे व्हीकल को कितना नुकसान पहुंचा सकती है। इस मामले में फ्रॉन्क्स को पेनल्टी मिली जिसके चलते इसका स्कोर 5 में से 2.12 रहा।
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साइड इम्पेक्ट टेस्ट में कार को 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से मूविंग बैरियर द्वारा साइड से टक्कर मारी गई, जिसमें इस गाड़ी के कर्टेन एयरबैग प्रभावी रूप से खुल गए, जिससे फ्रॉन्क्स कार लेवल-5 रेटिंग हासिल कर सकी।
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रियर-एंड कोलिजन टेस्ट में ड्राइवर और को-ड्राइवर दोनों सीटों पर बैठे पेसेंजर को गर्दन की चोट से बचाने के लिए 5 में से 4 स्टार रेटिंग हासिल हुई।
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मारुति फ्रॉन्क्स का पेडेस्ट्रियन सेफ्टी टेस्ट भी किया गया जिसमें इसे पेडेस्ट्रियन हेड प्रोटेक्शन के लिए लेवल 3/5 और पेडेस्ट्रियन लेग प्रोटेक्शन के लिए फुल लेवल 5 रेटिंग मिली।
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फ्रॉन्क्स को ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग टेस्ट में लेवल 5 रेटिंग मिली, जहां इसका टेस्ट मूविंग पेडेस्ट्रियन डमी से टकराव को बचाने के लिए किया गया था। इसे लेन डिपार्चर प्रिवेंशन सिस्टम में भी फुल स्कोर मिला है।
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हालांकि, इसे ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम (इंटरसेक्शन) टेस्ट में लेवल 3 रेटिंग मिली, जबकि हाई-परफॉरमेंस हेडलाइट टेस्ट और पैडल मिसएप्लिकेशन प्रिवेंशन टेस्ट में इसका स्कोर लेवल 4 रहा।
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सेफ्टी फीचर
मारुति फ्रॉन्क्स जापान वर्जन में लेवल-2 एडीएएस के अलावा भारतीय मॉडल वाले सभी सेफ्टी फीचर दिए गए हैं जिनमें 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), हिल-होल्ड असिस्ट, 360-डिग्री कैमरा और आइएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकरेज शामिल है।
भारत में कीमत व मुकाबला
मारुति फ्रॉन्क्स एसयूवी की प्राइस 7.54 लाख रुपये से 13.04 लाख रुपये (एक्स-शोरूम पैन इंडिया) के बीच है। सेगमेंट में इसका मुकाबला टोयोटा अर्बन क्रूजर टाइजर से है। यह गाड़ी मारुति ब्रेजा, टाटा नेक्सन, हुंडई वेन्यू, किआ सोनेट, स्कोडा कायलाक और किआ सिरोस जैसी सब-4 मीटर एसयूवी कारों के मुकाबले एक अच्छा क्रॉसओवर ऑप्शन है।