खरीदनी है डैटसन रेडी-गो, लॉन्च से पहले जानें अहम बातें
डैटसन रेडी-गो की लॉन्चिंग में कुछ दिनों का फासला बचा है। यह भारत में डैटसन की तीसरी कार होगी। पहले आईं डैटसन गो और गो प्लस एमपीवी ग्राहकों को ज्यादा लुभा नहीं पाईं। लेकिन रेडी-गो ने थोड़ी उम्मीद जताई है। इसके लुक और डिजायन को देखते हुए माना जा रहा है कि यह कार डैटसन को कामयाबी दिलाएगी। यह कार रेनो क्विड पर बेस है। इसे रेनो-निसान के गठबंधन वाले सीएमएफ-ए प्लेटफार्म पर बनाया गया है। इसी प्लेटफार्म पर रेनो क्विड भी बनी है। क्विड, भारत में सफल कार के तौर पर स्थापित हो चुकी है। ऐसे में हम यहां जानने की कोशिश करेंगे कि क्विड के प्लेटफॉर्म पर बनी रेडी-गो कितनी सफल साबित होगी और अपनी कीमत को कहां तक जायज़ ठहरा पाएगी..
डिजायन
कार के बारे में तीन बातें जो इसे देखते ही आपके दिमाग में आएंगी...
- रेनो क्विड एसयूवी जैसी दिखती है, वहीं डैटसन रेडी-गो का डिजायन पूरी तरह से हैचबैक कार का है।
- अक्सर देखा गया है कि है कंपनियां जो कॉन्सेप्ट दिखाती है हकीकत में आई कार वैसी नहीं होती लेकिन रेडी-गो के मामले में यह उल्टा है। इसका प्रोडक्शन वर्जन वैसा ही है, जैसा इसका कॉन्सेप्ट इंडियन ऑटो एक्सपो-2014 में दिखाया गया था।
- मार्केट में उपलब्ध दूसरी एंट्री लेवल हैचबैक कारों की तुलना में रेडी-गो का डिजायन काफी अलग और आकर्षक है।
अब बात करते हैं कार की कद-काठी की। इसकी लम्बाई 3429 एमएम, चौड़ाई 1560 एमएम, ऊंचाई 1541 एमएम और व्हीलबेस 2430 एमएम है। यहां लम्बाई और चौड़ाई के मामले में रेनो क्विड आगे है। जबकि ऊंचाई और व्हीलबेस के मामले में रेडी-गो आगे है। क्विड की तुलना में रेडी-गो 60 एमएम ज्यादा ऊंची है। वहीं इसका व्हीलबेस रेनो क्विड से 8 एमएम ज्यादा है। यह कार खासतौर पर सिटी ड्राइविंग के लिए बनी है। कार के मुख्य आकर्षण हैं इसके स्वेप्ट बेक हैडलैंप्स, छोटा फ्रंट फेस, डैटसन सिग्नेचर ग्रिल और दमदार दिखने वाला बोनट। टॉप वेरिएंट में फ्रंट बम्पर पर डे-टाइम रनिंग लाइट मिलेंगी, जो इसे और ज्यादा आकर्षक बनाती हैं। साइड प्रोफाइल से यह कार स्पोर्टी नजर आती है। यहां चौड़े व्हील आर्च के साथ कर्व लाइनें दी गई हैं, जो इसे दमदार बनाती हैं।
पीछे की तरफ ध्यान दें तो यहां टेललाइट को थोड़ा ऊंचा रखा गया है, ताकि पीछे चल रहे वाहनों को यह आसानी से नजर आए। यहां आपको एक्स्ट्रा पैसे देने पर मैट सिल्वर स्किड प्लेट, स्पॉइलर, डोर वाइजर, रूफ रेल्स, व्हील ट्रिम जैसे फीचर्स का ऑप्शन भी मिलेगा। इसमें अलॉय व्हील नहीं दिए गए हैं।
केबिन, फीचर्स और क्वालिटी
रेडी-गो के केबिन में आपको रेनो क्विड और मारूति ऑल्टो से ज्यादा जगह मिलेगी। इसकी फ्रंट में साइड सपोर्ट दिया गया है। लेकिन हैडरेस्ट फिक्स हैं। लंबे कद के पैसेंजर इसमें आसानी से बैठ सकते हैं। इसकी सीटों को एडजस्ट नहीं किया जा सकेगा। कार का स्टीयरिंग व्हील स्पोर्टी शेप में है और पकड़ने में आसान है। इसका ग्लास एरिया काफी अच्छा है और बाहर देखने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
कार के डैशबोर्ड को थोड़ा सा अलग डिजायन दिया गया है। मनोरंजन के लिए यहां पर सिंगल डिन म्यूजिक सिस्टम दिया गया है। इसमें रेनो क्विड की तरह टचस्क्रीन सिस्टम नहीं मिलेगा। इसमें यूएसबी पोर्ट तो मिलेगी, लेकिन ब्लूटूथ कनेक्विटी का अभाव थोड़ा मायूस करेगा।
डैटसन इस कार को काफी प्रतिस्पर्धी कीमत पर उतारेगी ऐसे में कई जगह कॉस्ट कटिंग देखने को मिलेगी। केबिन में इस्तेमाल हुए प्लास्टिक की क्वालिटी से थोड़ा समझौता किया गया है। केबिन में कई जगह मेटल शीट को कवर नहीं किया गया है। स्टोरेज के लिए दिया ग्लोव बॉक्स काफी छोटा है। डैशबोर्ड में कई जगह खुला स्टोरेज़ स्पेस मौजूद है। हालांकि यहां रखा सामान राइड के दौरान उछलकर गिर सकता है। कार का बूट स्पेस 222 लीटर का है। जो रेनो क्विड के 300 लीटर के बूट स्पेस से कम है। हालांकि इसकी पीछे वाली सीटों में ज्यादा जगह मिलेगी।
परफॉरमेंस, राइड और हैडलिंग
पावर स्पेसिफिकेशन की बात करें तो रेनो क्विड की तरह इसमें 799सीसी का 3-सिलेंडर पेट्रोल इंजन मिलेगा। जो 54 पीएस की पावर 5678 आरपीएम पर और 72 एनएम का टॉर्क 4386 आरपीएम पर देगा। कार में 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स मिलेगा। संभावना है कि माइलेज के मामले में भी यह कार काफी बेहतर साबित होगी। कंपनी का दावा है कि रेडी-गो 25.17 किमी प्रति लीटर का माइलेज देगी। सिटी राइडिंग के लिए तो यह कार काफी बेहतर होगी। इसका गियरशिफ्ट और क्लच काफी हल्का है। मोटरसाइकिल या स्कूटर से पहली बार कार में शिफ्ट होने वालों के लिए रेडी-गो एकदम सही कार है।
सिटी ड्राइविंग के लिहाज से स्टीयरिंग व्हील काफी हल्का और आरामदायक है। ग्राउंड क्लीयरेंस 185 एमएम होने से यह कार सिटी की खराब सड़कों पर आसानी से चल सकती है। हाईवे पर इसे ले जा सकते हैं, लेकिन यहां थोड़ी सावधानी बरतनी होगी।
सेफ्टी
रेडी-गो के किसी भी वेरिएंट में आपको एबीएस का ऑप्शन नहीं मिलेगा। हालांकि टॉप वेरिएंट में जरूर ड्राइवर साइड एयरबैग दिया गया है। उम्मीद की जा सकती है कि सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए रेडी-गो में कुछ ऑप्शनल फीचर्स दिए जाएंगे।
तो कैसा रहेगा इसे खरीदने का फैसला
अगर कोई ग्राहक पहली बार कार खरीदने जा रहा है और टूव्हीलर से फोर व्हीलर पर शिफ्ट हो रहा है तो उसके लिए रेडी-गो एकदम सही कार है। 2.5 लाख रूपए से लेकर 3.5 लाख रूपए के दाम में इसे वैल्यू फॉर मनी प्रोडक्ट कहा जा सकता है। इतनी कीमत में आपको इस कार में बेसिक इंटरटेनमेंट सिस्टम, यूनिक डिजायन, स्टाइलिश इंटीरियर, हल्का स्टीयरिंग व्हील और बेहतर माइलेज देने वाला इंजन मिलेगा।
अगर आपके पास पहले से एक बड़ी कार है और दूसरी छोटी कार के बारे में सोच रहे हैं। तो भी यहां रेडी-गो अच्छा विकल्प है। यह रोजाना की ट्रैफिक भरी सिटी ड्राइविंग के इस्तेमाल में आसान रहेगी।
tushar
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