रेनो डस्टर के यूरोपियन मॉडल में जुड़ा नया 1.0 लीटर ट र्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन, जानें भारत में कब होगा उपलब्ध?
संशोधित: अगस्त 06, 2019 03:34 pm | सोनू | रेनॉल्ट डस्टर
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रेनो ने यूरोप में डस्टर एसयूवी को नए 1.0 लीटर 3-सिलेंडर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया है। इसे कंपनी ने 1.6 लीटर नैचुरली एस्पेरेटेड इंजन से रिप्लेस किया है।
1.0 लीटर टर्बोचार्ज्ड इंजन को कंपनी ने निसान के साथ मिलकर तैयार किया है। यह इंजन 100 पीएस की पावर और 160 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से लैस है, जो आगे वाले पहियों पर पावर सप्लाई करता है। यूरोप में उपलब्ध डस्टर में अब नैचुरली एस्पेरेटेड पेट्रोल इंजन नहीं मिलेगा। अब यह कार दो टर्बो-पेट्रोल इंजन (1.0 लीटर और 1.3 लीटर) में उपलब्ध है। डीजल वेरिएंट में 1.5 लीटर ब्लू डीसीआई इंजन लगा है। भारत में उपलब्ध रेनो डस्टर में 1.5 लीटर इंजन का अपग्रेड वर्जन दिया गया है।
भारतीय कार बाजार की बात करें तो यहां अप्रैल 2020 से बीएस6 नॉर्म्स लागू होने हैं। ऐसे में कंपनी ने योजना बनाई है कि डीजल कारों को बीएस6 पर नॉर्म्स पर अपग्रेड नहीं करेगी। रेनो डस्टर का डीजल इंजन मुकाबले में मौजूद कारों की तुलना में कम पावरफुल भी है। इसके मुकाबले में मौजूद हुंडई वेन्यू और फोर्ड ईकोस्पोर्ट का पेट्रोल इंजन भी डस्टर से ज्यादा पावर और टॉर्क जनरेट करते हैं।
ऐसे में अनुमान लगाए जा रहे हैं कि कंपनी भारत में डस्टर को दो नए टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन के साथ पेश कर सकती है। हमारा मानना है कि कंपनी 1.3 लीटर इंजन को यहां उतार सकती है। यूरोप में 1.3 लीटर इंजन ऑल-व्हील-ड्राइव ऑप्शन में उपलबध है। इससे भारत में डस्टर को काफी फायदा मिलेगा।
यूरोप में 1.3 लीटर टर्बोचार्ज्ड इंजन दो पावर ट्यूनिंग में उपलब्ध है। एक की पावर 130 पीएस और टॉर्क 240 एनएम है। दूसरे की पावर 150 पीएस और टॉर्क 250 एनएम है। इंजन के साथ मैनुअल और ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प मौजूद है। दोनों इंजन के साथ ऑल-व्हील-ड्राइव का विकल्प उपलब्ध है। ऐसे में कंपनी इन इंजन को भारत लाती है तो डस्टर के लिए यह काफी फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
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