हुंडई भारत में 20,000 करोड़ रुपये करेगी निवेश, इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने पर रहेगा ज्यादा फोकस
संशोधित: मई 11, 2023 07:40 pm | स्तुति
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कंपनी की योजना तमिल नाडु में अपने ऑपरेशन को बढ़ाने की है और इसे ईवी मैन्युफक्चरिंग बेस बनाने की है
- 10 साल की अवधि (2032 तक) के लिए 20,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
- हुंडई तमिल नाडु में एक डेडिकेटेड बैटरी पैक असेंबली प्लांट स्थापित करेगी।
- इससे प्रोडक्शन केपेसिटी सालाना 8.5 लाख यूनिट तक बढ़ जाएगी।
- कंपनी अगले 5 वर्षों में प्रमुख हाइवे पर 100 फास्ट चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित करेगी।
- हुंडई सस्टेनेबल भविष्य के लिए क्लीन एनर्जी सोर्स पर काम करना जारी रखेगी।
हुंडई भारत में अगले 10 साल में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस राशि का उपयोग तमिल नाडू के प्लांट में प्रोडक्शन को बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां तैयार करने के लिए किया जाएगा।
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कंपनी ने अपने मैन्युफैक्चरिंग हेडक्वॉर्टर को कई वर्षों से तमिलनाडु में ही रखा है और अब कंपनी राज्य के अंदर ही अपने ऑपरेशन को बढ़ाने की योजना बना रही है। हुंडई ने यह भी घोषणा की है कि वह एक डेडिकेटेड बैटरी पैक असेंबली प्लांट स्थापित करेगी, जिसमें प्रति वर्ष 1.78 लाख बैटरी पैक असेंबल करने की क्षमता होगी।
हुंडई इस निवेश का कुछ हिस्सा अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने और तमिलनाडु स्थित श्रीपेरंबुदूर प्लांट में अपनी सालाना उत्पादन क्षमता को 8.5 लाख यूनिट्स तक बढ़ाने के लिए आवंटित करेगी। कंपनी की योजना इस प्लांट से नए इलेक्ट्रिक और पेट्रोल-डीजल पावर्ड व्हीकल्स को तैयार करने की है।
कंपनी देश के प्रमुख हाइवे पर 100 फास्ट चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित करेगी। इसमें 150 किलोवाट और 60 किलोवाट डीसी कैपेसिटी वाले 5 ड्यूल फ़ास्ट चार्जिंग स्टेशन, 150 किलोवाट डीसी कैपेसिटी वाले 10 सिंगल फ़ास्ट चार्जिंग स्टेशन और 60 किलोवाट डीसी कैपेसिटी वाले 85 सिंगल चार्जिंग स्टेशन शामिल होंगे।
हुंडई लगातार मोबिलिटी के लिए ज्यादा सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी पर काम करना जारी रखेगी, जिसमें हाइड्रोजन फ्यूल सेल बेस्ड एनर्जी सोर्स के साथ परीक्षण शामिल हो सकता है।