भारत एनकैप क्रैश टेस्ट 15 दिसंबर से होगा शुरू
प्रकाशित: नवंबर 01, 2023 06:20 pm । सोनू
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टाटा, हुंडई और मारुति सुजुकी जैसे कई ब्रांड्स की 30 से ज्यादा कारें भारत एनकैप द्वारा क्रैश टेस्ट करने के लिए तैयार हैं
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टाटा हैरियर और सफारी फेसलिफ्ट को हाल ही में ग्लोबल एनकैप ने टेस्ट किया था और भारत एनकैप भी इनका क्रैश टेस्ट करेगी।
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यह ऑर्गनाइजेशन मारुति की 3 कार, हुंडई की 3 कार और महिंद्रा की 4 कारों का भी क्रैश टेस्ट करेगी।
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क्रैश टेस्ट में प्रत्येक कार को पांच परीक्षणः फ्रंट इंपेक्ट, साइड इंपेक्ट, साइड पोल इंपेक्ट, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल और पेडेस्ट्रियन प्रोटेक्शन से गुजरना होगा।
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प्रत्येक कार को एक स्टीकर मिलेगा जिस पर वयस्क और चाइल्ड पैसेंजर प्रोटेक्शन रेटिंग, मॉडल नाम, वेरिएंट नाम और टेस्ट का साल दर्ज होगा।
भारत न्यू कार असिस्मेंट प्रोग्राम (भारत एनकैप) की घोषणा अक्टूबर 2023 के आखिर में की गई है। उस दौरान यह कहा गया था कि भारत एनकैप 1 अक्टूबर से अपना काम शुरू कर देगा, लेकिन अब रिपोर्ट आई है कि यह 15 दिसंबर से इंडियन कारों का क्रैश टेस्ट शुरू करेगा। यह ऑर्गनाइजेशन प्रत्येक कार को टेस्ट के बाद रेटिंग देगा और वयस्क पैसेंजर प्रोटेक्शन, चाइल्ड पैसेंजर प्रोटेक्शन और सेफ्टी असिस्ट फीचर की परफॉर्मेंस के आधार पर यह रेटिंग मिलेगी।
किन कारों का किया जाएगा टेस्ट
रिपोर्ट के अनुसार भारत एनकैप तीन दर्जन से ज्यादा कारों का क्रैश टेस्ट करेगी। हालांकि कौन कौनसी कारों का टेस्ट होगा, इसकी लिस्ट अभी जारी नहीं हुई है। इस ऑर्गनाइजेशन के अधिकारियों का कहना है कि हाल ही में लॉन्च हुई नई टाटा हैरियर और सफारी भी इस टेस्ट का हिस्सा होंगी।
कहा जा रहा है कि कई मास मार्केट कंपनियों की कारों का क्रैश टेस्ट किया जाएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार मारुति की 3 कार, हुंडई की 3 कार और महिंद्रा की 4 कारों का भारत एनकैप क्रैश टेस्ट करेगी। इस ऑर्गनाइजेशन के अधिकारियों का कहना है कि रेनो, स्कोडा और फोक्सवैगन जैसी यूरोपियन कंपनियों ने अपनी कारों का क्रैश टेस्ट कराने के लिए अभी कोई बातचीत नहीं की है।
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क्रैश टेस्ट के लिए यह ऑर्गनाइजेशन प्रत्येक कार के बेस वेरिएंट की तीन यूनिट लेगा।
टेस्टिंग पैरामीटर
भारत एनकैप के टेस्टिंग पैरामीटर ग्लोबल एनकैप जैसे ही हैं। इसमें प्रत्येक कार को 5 जरूरी परीक्षणः फ्रंटल इंपेक्ट, साइड इंपेक्ट, साइड पोल इंपेक्ट, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल और पेडेस्ट्रियन सेफ्टी टेस्ट से गुजरना होगा। इन टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर कार को वयस्क पैसेंजर प्रोटेक्शन और चाइल्ड पैसेंजर प्रोटेक्शन के लिए पॉइंट दिए जाएंगे।
इन पॉइंट को फिर स्टार में कनवर्ट किया जाएगा जो 0 से 5 के बीच होंगे और ये स्टार ही कार की सेफ्टी रेटिंग होंगे। भारत एनकैप द्वारा क्रैश टेस्ट की जाने वाली सभी कारों को एक स्टीकर मिलेगा, जिसमें उनकी वयस्क और चाइल्ड सेफ्टी रेटिंग के साथ-साथ मॉडल नाम, वेरिएंट नाम और टेस्ट का साल दर्ज होगा।
कार को 3 स्टार से ज्यादा रेटिंग के लिए भारत एनकैप ने कार में 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल और फ्रंट सीटबेल्ट रिमाइंडर जैसे कुछ जरूरी सेफ्टी फीचर होना अनिवार्य किया है। यहां देखिए प्रत्येक स्टार के लिए कार को न्यूनतम कितने पॉइंट मिलने चाहिए।
वयस्क पैसेंजर प्रोटेक्शन |
चाइल्ड पैसेंजर प्रोटेक्शन |
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स्टार रेटिंग |
स्कोर |
स्टार रेटिंग |
स्कोर |
5 स्टार |
27 |
5 स्टार |
41 |
4 स्टार |
22 |
4 स्टार |
35 |
3 स्टार |
16 |
3 स्टार |
27 |
2 स्टार |
10 |
2 स्टार |
18 |
फ्यूचर प्लान
भारत सरकार की योजना टेस्टिंग नॉर्म्स को अपडेट करते रहने की है और कुछ ही समय में भारत एनकैप अपने पैरामीटर में रियर क्रैश इंपेक्ट प्रोटेक्शन टेस्ट को भी शामिल करेगी। आने वाले समय में यह ऑर्गनाइजेशन कुछ चुनिंदा एडीएएस फीचर (लैन डिपार्चर वार्निंग, ब्रेक असिस्ट और ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग) को बेहर ओवरऑल सेफ्टी रेटिंग के लिए अनिवार्य कर देगा।
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भारत एनकैप क्रैश टेस्ट में आप किस कार का टेस्ट देखना चाहेंगे? हमें नीचे कमेंट सेक्शन में बताएं।
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