मारुति डिजायर, टाटा हैरियर ईवी, महिंद्रा एक्सईवी 9ई और टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस समेत भारत एनकैप ने 2025 में अब तक इन कार का किया क्रैश टेस्ट, देखिए पूरी लिस्ट
संशोधित: जुलाई 07, 2025 07:38 pm | सोनू
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अगस्त 2023 में अपनी शुरूआत के बाद, भारत एनकैप ने तेजी के साथ कई कारों का क्रैश टेस्ट किया। अकेले 2025 में जून तक 9 कार का क्रैश टेस्ट किया है, जिनमें मारुति डिजायर, टाटा हैरियर ईवी, किआ सिरोस, स्कोडा कायलाक, महिंद्रा एक्सईवी 9ई और मारुति बलेनो जैसी लोकप्रिय कार शामिल है। इनमें से अधिकांश कार को 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है, जबकि कुछ को 4-स्टार रेटिंग भी मिली है।
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यहां हमने 2025 में अब तक भारत एनकैप द्वारा क्रैश टेस्ट की गई सभी कार की लिस्ट बनाई है, जिस पर आप भी डालिए एक नजर:
मारुति डिजायर
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (29.46/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐(41.57/49) |
मारुति डिजायर कंपनी की पहली पहली कार थी जिसका भारत एनसीएपी में क्रैश टेस्ट किया गया और इसे वयस्क पैसेंजर व बच्चों की सुरक्षा के लिए 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली।
वयस्क पैसेंजर की सुरक्षा के लिए किए गए टेस्ट में ड्राइवर और को-ड्राइवर के सिर, गर्दन, पेल्विस, थाई और पैर को ‘अच्छा’ प्रोटेक्शन मिला। ड्राइवर की दोनों टिबिया और को-ड्राइवर की दाईं टिबिया को ‘पर्याप्त’ प्रोटेक्शन मिला। हालांकि ड्राइवर की छाती की सुरक्षा को ‘मामूली’ बताया गया, वहीं को-ड्राइवर की छाती की सुरक्षा ‘पर्याप्त’ थी।
साइड मूवेबल डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट में पैसेंजर की छाती को छोड़कर सभी अंगो को ‘अच्छी’ रेटिंग मिली, जबकि छाती को ‘मामूली’ सुरक्षा मिली। हालांकि साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट में पैसेंजर के सभी अंगों को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली।
बच्चों की सुरक्षा के लिए डिजायर को आगे और साइड से हुए क्रैश टेस्ट में 18 महीने और 3 साल के बच्चे की डमी के लिए क्रमश: 8 में से 8 और 4 में से 4 पॉइंट मिले।
टाटा हैरियर ईवी
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (32/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (45/49) |
भारत एनसीएपी द्वारा क्रैश टेस्ट की गई कार में टाटा हैरियर ईवी सबसे नई है और यह टाटा की सबसे सुरक्षित कार बन गई है, जिसे वयस्क पैसेंजर की सुरक्षा के लिए पूरा स्कोर और 5 स्टार रेटिंग मिली है।
वयस्क पैसेंजर की सुरक्षा के लिए आगे और साइड से किए टेस्ट में इसने पैसेंजर के सभी महत्वपूर्ण पार्ट्स को ‘अच्छा’ प्रोटेक्शन दिया।
बच्चो की सुरक्षा के लिए किए गए टेस्ट में भी इसे 18 महीने और 3 साल के बच्चे की डमी के लिए आगे और साइड से हुए क्रैश टेस्ट में पूरे पॉइंट मिले। हालांकि व्हीकल असिसमेंट स्कोर (13 में से 9 पॉइंट) में इसने कुछ पॉइंट गवां दिए, जिससे इसका बच्चों की सुरक्षा के लिए ओवरऑल स्कोर कम हो गया और 49 में से 45 पॉइंट मिले।
महिंद्रा एक्सईवी 9ई
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (32/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (45/49) |
महिंद्रा एक्सईवी 9ई का स्कोर भी इसकी मुख्य प्रतिद्वंदी टाटा हैरियर ईवी के बराबर है। इसलिए एक्सईवी 9ई भारत एनकैप द्वारा क्रैश टेस्ट की गई सबसे सुरक्षित महिंद्रा एसयूवी कार है।
हैरियर ईवी की तरह आगे और साइड से हुए क्रैश टेस्ट में वयस्क पैसेंजर को ‘अच्छा’ प्रोटेक्शन मिला।
बच्चो की सुरक्षा के लिए किए गए सभी क्रैश टेस्ट में भी एक्सईवी 9ई को 18 महीने और 3 साल के बच्चे की डमी के लिए पूरे पॉइंट मिले।
महिंद्रा बीई 6
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (31.97/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (45/49) |
भारत एनकैप ने जनवरी 2025 में एक्सईवी 9ई के साथ महिंद्रा बीई 6 का भी क्रैश टेस्ट किया था।
वयस्क पैसेंजर की सुरक्षा के लिए आगे से किए गए टेस्ट में इसने कुछ पॉइंट गवां दिए, इस टेस्ट में ड्राइवर की दाईं टिबिया को ‘मामूली’ सुरक्षा मिली, जबकि ड्राइवर और को-ड्राइवर के अन्य प्रमुख अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। साइड क्रैश टेस्ट में पैसेंजर के सभी अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली।
बच्चों की सुरक्षा के लिए महिंद्रा बीई 6 को 18 महीने और 3 साल के बच्चे की डमी के लिए आगे से हुए क्रैश टेस्ट में 8 में से 8 और साइड क्रैश टेस्ट में 4 में से 4 पॉइंट मिले।
यह भी पढ़ें: महिंद्रा एक्सईवी 9ई और बीई 6 एसयूवी में 79 केडब्ल्यूएच बैटरी पैक ऑप्शन हुआ शामिल
स्कोडा कायलाक
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (30.88/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (45/49) |
जनवरी 2025 में भारत एनकैप ने स्कोडा कायलाक का भी क्रैश टेस्ट किया था और इसमें बच्चों व बड़ों सभी की सुरक्षा के लिए 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली। वयस्क पैसेंजर प्रोटेक्शन टेस्ट में 30.88 रेटिंग के साथ यह टेस्टिंग एजेंसी द्वारा टेस्ट की गई भारत में सबसे सुरक्षित सब-4 मीटर एसयूवी कार बन गई है।
आगे से हुए क्रैश टेस्ट में स्कोडा कायलाक ने को-ड्राइवर के सभी अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा दी। इसी तरह ड्राइवर की बाईं टिबिया और छाती को छोड़कर सभी प्रमुख अंगों को ‘अच्छी’ रेटिंग मिली, जबकि इन दो अंगो को ‘पर्याप्त’ सुरक्षा मिली।
साइड मूवेबल डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट में पैसेंजर की छाती को मामूली सुरक्षा मिली, जबकि अन्य अंगों का ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट में पैसेंजर के सभी अंगों को ‘अच्छी’ रेटिंग मिली।
बच्चों की सुरक्षा के लिए दोनों बच्चों की डमी के लिए पूरे पॉइंट मिले, लेकिन व्हीकल असिसमेंट टेस्ट में इसने कुछ पॉइंट गवां दिए।
किआ सिरोस
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (30.21/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (44.42/49) |
किआ सिरोस कंपनी की पहली कार है जिसका भारत एनसीएपी ने क्रैश टेस्ट किया, और इसे वयस्क पैसेंजर व बच्चों दोनों की सुरक्षा के लिए 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली। हालांकि इसका ओवरऑल स्कोडा स्कोडा कायलाक से कम है।
साइड क्रैश टेस्ट में वयस्क पैसेंजर के सभी प्रमुख अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। हालांकि फ्रंटल ऑफसेट डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट में ड्राइवर की छाती, दोनों टिबिया और को-ड्राइवर की बाईं टिबिया को ‘मामूली’ सुरक्षा मिली। इसके अलावा आगे से दोनों पैसेंजर के अन्य महत्वपूर्ण अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली।
इसके अलावा बच्चों की सुरक्षा के लिए दोनों डमी को साइड क्रैश टेस्ट में पूरे 4 में से 4 पॉइंट मिले। फ्रंटल क्रैश टेस्ट में 18 महीने के बच्चे की डमी को 4 में से 4 और 3 साल के बच्चे की डमी को 8 में से 7.84 पॉइंट मिले।
मारुति बलेनो
2 एयरबैग वेरिएंट |
6 एयरबैग वेरिएंट |
|
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐ (24.04/32) |
⭐⭐⭐⭐ (26.52/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐ (34.81/49) |
⭐⭐⭐ (34.81/49) |
मारुति बलेनो भारत की उन चुनिंदा कार में से एक है जिनमें 6 एयरबैग स्टैंडर्ड नहीं दिए गए हैं। भारत एनकैप ने इस प्रीमियम हैचबैक कार के दो एयरबैग और छह एयरबैग वाले दोनों मॉडल का क्रैश टेस्ट किया।
2 एयरबैग वाले वेरिएंट में केवल ड्राइवर और को-ड्राइवर के सिर और गर्दन को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। को-ड्राइवर के अन्य सभी महत्वपूर्ण अंगो को ‘पर्याप्त’ सुरक्षा मिली। ड्राइवर की टिबिया और पैर को ‘पर्याप्त’ सुरक्षा मिली, जबकि छाती, पेल्विस, और थाई को मामूली सुरक्षा मिली। साइड मूवेबल डिफोरमेबल टेस्ट में पैसेंजर के सिर और पेट को ‘पर्याप्त’ सुरक्षा मिली, जबकि छाती को ‘मामूली’ और पेल्विस को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। हालांकि साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट में पैसेंजर के सभी अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली।
6 एयरबैग वेरिएंट का फ्रंटल ऑफसेट डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट स्कोर समान रहा। हालांकि इस वेरिएंट ने 2 एयरबैग वाले वेरिएंट की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया, क्योंकि इसने पैसेंजर के सिर, पेट और पेल्विस को ‘अच्छी’ सुरक्षा दी, जबकि साइड मूवेबल डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट में छाती को ‘पर्याप्त’ सुरक्षा मिली। हालांकि साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट में सभी महत्वपूर्ण अंगो को ‘अच्छी’ रेटिंग मिली।
बलेनो कार के दोनों वर्जन का साइड प्रोटेक्शन टेस्ट भी किया, जिसमें इसे 18 महीने और 3 साल के बच्चे की डमी की सुरक्षा के लिए 4 में से 4 पॉइंट मिले। हालांकि आगे से हुए क्रैश टेस्ट में इसने कुछ पॉइंट गवां दिए, जिसमें 18 महीने के बच्चे की डमी के लिए स्कोर 8 में से 7.17 पॉइंट और 3 साल के बच्चे की डमी का स्कोर 8 में से 1.63 पॉइंट रहा।
टाटा नेक्सन ईवी
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (29.86/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (44.95/49) |
हालांकि भारत एनकैप ने 2024 में टाटा नेक्सन ईवी का क्रैश टेस्ट किया था और सितंबर 2024 में इस सब-4 मीटर इलेक्ट्रिक एसयूवी कार को नया अपडेट मिला, जिसमें इसमें बड़ा 45 केडब्ल्यूएच बैटरी पैक शामिल किया। भारत एनकैप ने 2025 में इन नए वेरिएंट का क्रैश टेस्ट किया।
फ्रंटल ऑफसेट डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट में ड्राइवर की छाती और टिबिया और को-ड्राइवर की दाईं टिबिया को छोड़कर ड्राइवर और को-ड्राइवर के सभी अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। वहीं साइड पोल इंपेक्ट टेस्ट में पैसेंजर के सभी अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली, साइड मूवेबल डिफोरमेबल बैरियर टेस्ट में पैसेंजर की छाती को ‘पर्याप्त’ रेटिंग मिली।
बच्चों की सुरक्षा के लिए फ्रंटल और साइड क्रैश टेस्ट में इसे 3 साल के बच्चे की डमी के लिए क्रमश: 8 में से 8 और 4 में से 4 पॉइंट मिले। हालांकि 18 महीने के बच्चे की डमी पर फ्रंटल क्रैश टेस्ट में (8 में से 7.95 पॉइंट) इसने कुछ पॉइंट गवां दिए, लेकिन साइड क्रैश टेस्ट में इसे पूरा स्कोर मिला।
टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस
वयस्क पैसेंजर सेफ्टी स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (30.47/32) |
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कोर |
⭐⭐⭐⭐⭐ (45/49) |
टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस कंपनी की पहली कार है और देश में भारत एनकैप द्वारा क्रैश टेस्ट की गई पहली एमपीवी कार भी है।
दोनों साइड क्रैश टेस्ट में पैसेंजर के सभी अंगो को ‘अच्छी’ सुरक्षा मिली। हालांकि आगे से हुए क्रैश टेस्ट में आगे की सीट पर बैठे दोनों पैसेंजर की छाती और ड्राइवर की बाईं टिबिया को ‘पर्याप्त’ सुरक्षा मिली। वहीं दोनों पैसेंजर के अन्य महत्वपूर्ण अंगो को ‘अच्छी’ रेटिंग मिली।
बच्चों की सुरक्षा के लिए इनोवा हाईक्रॉस को 18 महीने और 3 साल के बच्चों की डमी के साथ आगे से हुए क्रैश टेस्ट में 8 में से 8 पॉइंट और साइड क्रैश टेस्ट में 4 में से 4 पॉइंट मिले।
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