भारत के लिए इसलिए परफेक्ट रहेगी ये मारूति कार
प्रकाशित: जुलाई 26, 2017 12:35 pm । raunak । मारुति स्विफ्ट 2014-2021
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मारूति ने हाल ही में तीसरी जनरेशन की स्विफ्ट स्पोर्ट की तस्वीरें जारी हैं, इसके प्रोडक्शन वर्जन को सितंबर में होने वाले फ्रंकफर्ट मोटर शो-2017 के दौरान दुनिया के सामने पेश किया जाएगा। स्विफ्ट स्पोर्ट तीसरी जनरेशन की स्विफ्ट हैचबैक पर बेस है।
स्विफ्ट स्पोर्ट अंतरराष्ट्रीय बाजार में तो बिक्री के लिए उपलब्ध है, लेकिन भारत में इसे अभी तक नहीं उतारा गया। यहां हम लाए हैं वे पांच बातें, जो इसे भारत के लिए एक परफेक्ट हैचबैक कार बनाती हैं...
1. दुनियाभर में पॉपुलर नाम
स्विफ्ट स्पोर्ट का नाम दुनियाभार में लोकप्रिय है, खासतौर पर यूरोप में तो इसे ज्यादा जाना जाता है। स्विफ्ट स्पोर्ट के मौजूदा मॉडल में दूसरी जनरेशन की स्विफ्ट वाला 1.6 लीटर इंजन लगा है। इसका सस्पेंशन सेटअप काफी अच्छा है और इंटीरियर-एक्सटीरियर को स्पोर्टी बनाया गया है।
स्विफ्ट हैचबैक की छवि फन-टू-ड्राइव वाली कार की है, जबकि स्पोर्ट वेरिएंट में फन-टू-ड्राइव के साथ अच्छी-खासी परफॉर्मेंस भी मिलती है। भारत में स्विफ्ट हैचबैक की अच्छी मांग हैं, ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि स्विफ्ट स्पोर्ट को भी यहां अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी।
2. कीमत
मारूति जल्द ही भारत में तीसरी जनरेशन की स्विफ्ट हैचबैक उतारने वाली है, संभावना है कि इसकी कीमत मौजूदा मॉडल की कीमत के आसपास होगी। दूसरी जनरेशन की स्विफ्ट के पेट्रोल वर्जन के दाम 4.79 लाख रूपए से शुरू होकर 6.37 लाख रूपए तक जाते हैं। बात करें बलेनो पेट्रोल की तो इसकी कीमत 5.26 लाख से लेकर 7.28 लाख रूपए है, यह स्विफ्ट से करीब एक लाख रूपए महंगी है।
बलेनो के पावरफुल अवतार बलेनो आरएस की कीमत 8.37 लाख रूपए है, जो कि रेग्यूलर बलेनो से करीब एक लाख रूपए और स्विफ्ट से करीब दो लाख रूपए महंगी है। देखने वाली बात ये होगी की स्विफ्ट स्पोर्ट को किस कीमत पर उतारा जाएगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसकी कीमत 7.50 लाख रूपए के आसपास हो सकती है।
3. परफॉर्मेंस कारों की बढ़ती मांग
भारतीय बाजार में इन दिनों हैचबैक कारों के परफॉर्मेंस वर्जन की मांग तेजी से बढ़ रही है, इसका एक उदाहरण फॉक्सवेगन पोलो जीटी है, इसे ग्राहकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। मौजूदा समय में यहां अफोर्डेबल परफॉर्मेंस कारों की लिस्ट में बलेनो आरएस, अबार्थ पुंटो, फॉक्सवेगन पोलो जीटी और फोर्ड फीगो एस है।
फन-टू-ड्राइव कार होने की वजह से भारतीय ग्राहक स्विफ्ट हैचबैक को ज्यादा अहमियत देते हैं, ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि स्विफ्ट स्पोर्ट यहां अपनी अलग पहचान बना सकती है।
4. मारूति की अलग कार बनाने वाली छवि को आगे ले जाएगी
मारूति ने हाल ही में तीसरी जनेशन की डिजायर को लॉन्च किया है। नई डिजायर को लॉन्च करते समय कंपनी ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि इसकी अपनी अलग पहचान हो, इस लिए कंपनी ने इसके नाम से स्विफ्ट लेबल को हटा लिया। ऐसा पहली बार हुआ जब कंपनी ने नई डिजायर को स्विफ्ट हैचबैक से पहले बाजार में उतारा है।
डिजायन के मोर्चे पर भी नई डिजायर और नई स्विफ्ट में काफी अंतर है, इनके अगले हिस्सा का डिजायन पूरी तरह से नया है। स्विफ्ट हैचबैक का परफॉर्मेंस वर्जन आने के बाद मारूति की इस छवि को और आगे ले जाया जा सकता है। डिजायर को वे लोग खरीदना पसंद करते हैं जिन्हें केबिन में ज्यादा जगह चाहिए, जबकि स्विफ्ट स्पोर्ट को वे लोग खरीद सकते हैं जिन्हें स्विफ्ट हैचबैक से भी ज्यादा परफॉर्मेंस चाहिए।
5. आरएस बैजिंग के साथ आ सकती है स्विफ्ट स्पोर्ट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मशहूर स्विफ्ट स्पोर्ट को भारत में स्पोर्ट के बजाय आरएस बैजिंग के साथ उतारा जा सकता है। मारूति ने कुछ समय पहले भारत में नए आरएस मॉडल उतारने की जानकारी दी थी, ऐसे में स्विफ्ट स्पोर्ट के यहां आने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध स्विफ्ट स्पोर्ट में 1.4 लीटर का बूस्टरज़ेट टर्बो पेट्रोल इंजन लगा है, भारत आने वाले मॉडल में बलेनो आरएस वाला 1.0 लीटर का बूस्टरज़ेट इंजन दिया जा सकता है। बलेनो आरएस में यह इंजन 102 पीएस की पावर और 150 एनएम का टॉर्क देता है, यह इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जुड़ा है।
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