कोरोना से लड़ने के लिए मदद को आगे आई टाटा ट्रस्ट और टाटा संस, दिया अब तक सबसे बड़ा फंड
संशोधित: मार्च 31, 2020 06:49 pm | सोनू
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रतन टाटा ने एक फिर साबित कर दिया है कि वे संकट के समय में हमेशा देश के साथ खड़े हैं। टाटा ने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए 1500 करोड़ रुपये की मदद की है। देश में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दिया गया यह अब तक का सबसे बड़ा महादान है। इसमें 500 करोड़ रुपये रतन टाटा की टाटा ट्रस्ट और 1000 करोड़ रुपये टाटा संस फर्म ने दिए हैं।
रतन टाटा द्वारा दिए गए इस फंड का उपयोग निम्न काम में किया जाएगाः-
- मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) बनाने
- कोरोना मरीजों के उपचार
- टेस्टिंग किट
- मॉड्यूलर ट्रिटमेंट फैसिलिटी सेटअप
- आम पब्लिक और हैल्थ वर्कर की ट्रेनिंग
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इन सब के अलावा टाटा ग्रुप वेंटिलेटर बनाने पर भी काम कर रहा है। कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज के लिए वेंटिलेटर सबसे अहम होता है। कोरोना से संक्रमित मरीज को सांस लेने में परेशानी आती है और वेंटिलेटर इसमें सबसे अहम रोल निभाता है।
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रतन टाटा के अलावा महिंद्रा और मारुति भी कोरोना से निपटने के लिए सरकार की मदद कर रही है। हम आप सब से रिक्वेस्ट करते हैं कि कृपया कुछ दिनों के लिए घर पर रहें और कोरोना की चैन को तोड़कर इसे आगे फैलने से रोकें। आपका यह कदम देश को बचाने में सबसे बड़ा अहम योगदान होगा।
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