टाटा मोटर्स के एमडी शैलेश चंद्रा ने बताया कि आखिर कंपनी क्यों नहीं उतारेगी कम रेंज देने वाली इलेक्ट्रिक कारें
प्रकाशित: अप्रैल 12, 2022 01:48 pm । भानु
- 3.1K Views
- Write a कमेंट
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के प्रति लोगों का आकर्षण कम होने की सबसे बड़ी वजह इंटरनल कंबस्शन इंजन वाले मॉडल के मुकाबले इलेक्ट्रिक मॉडल की प्राइस ज्यादा होना है। मगर टाटा मोटर्स ने काफी समझदारी के साथ इंडियन इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में टाटा नेक्सन ईवी के साथ एंट्री ली जिसकी सिंगल चार्ज रेंज 312 किलोमीटर है और इसकी कीमत 15 लाख रुपये से कम भी है। यहां तक कि टाटा मोटर्स कम रेंज वाली एक और अफोर्डेबल इलेक्ट्रिक कार भी उतार सकती है पर एक खास कारण से कंपनी ऐसा करेगी नहीं।
टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के एमडी शैलेश चंद्रा ने कहा कि एक इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने का मन बनाने के लिए कस्टमर चाहेगा कि कार की रेंज कम से कम 200 किलोमीटर तक तो हो। “यदि रेंज कम हो तो फिर प्राइसिंग कम होने की उम्मीद पूरी हो सकती है। मगर यदि एक आईसी पावर्ड कार के बजाए 20 से 25 प्रतिशत ज्यादा कीमत देकर इलेक्ट्रिक कार चुनना चाहे तो फिर कंपनी को उसकी उम्मीदों के मुताबिक रेंज के पैमाने पर खरा उतरना होगा। नहीं तो फिर कस्टमर कार की रेंज कम होने से हमेशा खफा रहेगा जिससे इस कैटेगरी की कारें खरीदने में लोग हिचकिचाएंगे। ऐसे में हम भी रेंज को एक हद तक सीमित रखेंगे ताकी कोई सवालिया निशान ना रहे। हम मार्केट में ऐसी कहानियां नहीं सुनना चाहते जहां लोग कहेंगे कि हमारी इलेक्ट्रिक कार से कोई कहीं जा रहा था और वो वहां अटक गया। कुल मिलाकर हम लोगों से केवल इसे लेकर पॉजिटिव स्टोरी ही सुनना चाहते हैं।”
इलेक्ट्रिक कारों की बैट्रियां, मोटर्स और कंट्रोल सिस्टम आज भी काफी महंगे पड़ते हैं जिससे फाइनल प्रोडक्ट की प्राइस बढ़ जाती है। चंद्रा ने इसे लेकर आगे कहा कि "आखिरकार जब आप एक हैचबैक या एक ऊंची एसयूवी का इलेक्ट्रिक वर्जन तैयार करते हुए दोनों की रेंज एक जैसी रखते हैं तो दोनों की लागत समान आएगी।"
टाटा ने इसमें भी अपनी समझदारी का एक बेहतर नमूना पेश किया और 30.2 केडब्ल्यूएच बैट्री पैक वाली नेक्सन ईवी तैयार की जिसकी रियल वर्ल्ड रेंज 220-240 किलोमीटर है। टाटा नेक्सन पेट्रोल ऑटोमैटिक वेरिएंट के मुकाबले इस सब कॉम्पैक्ट एसयूवी के इलेक्ट्रिक वर्जन की कीमत में फर्क महज 5 लाख रुपये है, वहीं डीजल ऑटोमैटिक वर्जन से ये मात्र 4 लाख रुपये ज्यादा महंगी पड़ती है। कम रनिंग कॉस्ट के कारण नेक्सन इलेक्ट्रिक कीमत के लिहाज से भी लोगों को आकर्षक कर पाने में सक्षम व्हीकल है। यदि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपोनेंट्स की प्राइसिंग गिरती है तो हो सकता है कि बिना कम रेंज वाली कुछ और अफोर्डेबल इलेक्ट्रिक कारें मार्केट में लॉन्च की जाए।
बता दें कि महिंद्रा ई2ओ और ई-वेरिटो जैसे प्रोडक्ट्स के फेल होने का सबसे बड़ा कारण उनकी कम रेंज देना और ज्यादा प्राइसिंग होना रहा। दोनों की सिंगल चार्ज रेंज 150 किलोमीटर से कम थी आईसी मॉडल के मुकाबले इनकी कीमत ज्यादा थी और केबिन में स्पेस भी काफी कम मिला करता था। उस समय भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी इतना मजबूत नहीं था जिससे लोगों में इलेक्ट्रिक कार खरीदने की रुचि काफी कम थी।
यहां तक कि टाटा टिगॉर ईवी के पहले मॉडल की रेंज भी मात्र 142 किलोमीटर थी और इसे केवल फ्लीट ऑपरेटर्स और रेंटल कंपनियां ही खरीदा करती थी और इसकी कीमत 11 लाख रुपये से भी ज्यादा थी। यदि ये पर्सनल व्हीकल के तौर पर भी उपलब्ध रहती तो भी इसका फेल होना तय था।
यह भी पढ़ें: टाटा नेक्सन इलेक्ट्रिक का वेटिंग पीरियड जल्द नहीं होगा कम, यह है वजह
हालांकि अब 306 किलोमीटर की रेंज के साथ टिगॉर ईवी का अपडेटेड मॉडल लॉन्च हो चुका है जिसकी कीमत 11.99 लाख रुपये से शुरू हो रही है। 200 किलोमीटर की रियल वर्ल्ड रेंज होने से इसे अच्छी खासी डिमांड मिल रही है जबकि कंपनी के एमडी के स्टेटमेंट को देखते हुए कीमत ज्यादा मानी जा सकती है।
यह भी पढ़ें: टाटा की नई इलेक्ट्रिक एसयूवी कार के कॉन्सेप्ट से उठा पर्दा
कंपनी जेन2 प्लेटफॉर्म पर अपने फ्यूचर इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स तैयार करेगी जिनकी रेंज 500 किलोमीटर तक होगी, मगर रियल वर्ल्ड में भी ये 350 किलोमीटर तक की रेंज निकालने में तो सक्षम होंगी ही। प्रीमियम शेप के साथ फीचर लोडेड केबिन के रहते इन इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को फ्यूचर में अच्छी खासी डिमांड मिल सकती है। अभी मार्केट में कुछ ऐसे ही मॉडल्स एमजी जेडएस ईवी और हुंडई कोना ईवी उपलब्ध है जिनकी प्राइस 20 लाख रुपये से शुरू होती है। टाटा भी 18 लाख रुपये तक की कीमत वाली इलेक्ट्रिक कार उतार सकती है।
इलेक्ट्रिक कार खरीदने से पहले आप उससे कितनी रेंज मिलने की उम्मीद करते हैं? साथ ही आप इसके लिए कितनी ज्यादा कीमत चुका सकते हैं? कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं।
0 out ऑफ 0 found this helpful