मारुति स्विफ्ट Vs हुंडई ग्रैंड आई10 निओस: केबिन स्पेस, फीचर, डिजाइन और रोजाना इस्तेमाल के लिए कौनसी कार रहेगी बेहतर, जानिए यहां

प्रकाशित: सितंबर 19, 2023 04:42 pm । भानुमारुति स्विफ्ट

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पिछले एक दशक से इन दोनों हैचबैक कारों में कड़ी टक्कर चल रही है। जहां स्विफ्ट को साल 2005 में लॉन्च किया गया था तो वहीं 2007 में ग्रैंड आई10 लॉन्च हुई थी। इसके बाद दोनों कारों को जनरेशनल अपडेट्स भी दिए गए और दोनों में लगातार मुकाबला भी देखा जाता रहा है। क्या इन दोनों में से कोई एक बन सकती है आपकी पहली फैमिली कार? जानिए इस स्पेस और प्रैक्टिकैलिटी कंपेरिजन के जरिए:

लुक्स

Maruti Swift & Hyundai Grand i10 Nios

साफ देखा जा सकता है कि दोनों कारों में से मारुति स्विफ्ट सबसे हैंडसम लुक वाली कार है और ये इस कीमत में आने वाली सबसे स्पोर्टी लुक वाली कार भी है। वहीं दूसरी तरफ हुंडई ग्रैंड आई10 निओस के लुक्स ज्यादा मॉडर्न लगते है। 

Maruti Swift & Hyundai Grand i10 Nios Side

दोनों कारों में बड़ी ग्रिल, एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप्स, 15 इंच डुअल टोन अलॉय व्हील्स और एलईडी टेललैंप दिए गए हैं। स्विफ्ट में एलईडी हेडलैंप्स के तौर पर एडिशनल फीचर दिया गया है तो वहीं निओस में क्रोम डोर हैंडल्स दिए गए हैं। 

Maruti Swift & Hyundai Grand i10 Nios Rear

दोनों कारों को यदि एक साथ खड़ा कर दें तो यहां निओस ज्यादा बड़ी नजर आती है। हालांकि ऑन पेपर स्विफ्ट कार अपनी राउंड शेप की अपीयरेंस और रूफ रेल्स के कारण ज्यादा बड़ी हैचबैक मानी जाती है। जहां निओस थोड़े मैच्योर कस्टमर्स को पसंद आती है तो वहीं स्विफ्ट आज भी यंग जनरेशन की पसंदीदा कार मानी जाती है। 

बूट स्पेस

Maruti Swift Boot Space

ग्रैंड आई10 निओस के मुकाबले मारुति स्विफ्ट में ज्यादा प्रैक्टिकल बूट स्पेस दिया गया है, जिसमें बड़ा सूटकेस फिट किया जा सकता है। हमारे रेगुलर बूट स्पेस टेस्टिंग इक्विपमेंट्स में तील अलग अलग साइज के सूटकेस और दो डफल बैग्स शामिल रहते हैं। स्विफ्ट में हम सबसे बड़े और सबसे छोटे सूटकेस के साथ दो डफल बैग्स रखने में कामयाब हो पाए, मगर निओस में हम बड़ा सूटकेस हटाकर मीडियम साइज वाला सूटकेस रख पाए। 

Hyundai Grand i10 Nios Boot Space

आई10 की बैक सीट ज्यादा रिक्लाइन है जिससे लोडिंग स्पेस कम मिल पाता है और सूटकेस बूट लिड की तरफ रहता है। स्विफ्ट का फ्लोर बोर्ड बड़ा होने से इसमें ज्यादा काम का स्पेस मिल जाता है।

Maruti Swift 60:40 Split

मारुति स्विफ्ट में 60:40 स्प्लिट सीट दी गई है जिससे आप एडिशनल लगेज भी रख सकते हैं। 

इंटीरियर 

Hyundai Grand i10 Nios Cabin

हुंडई ग्रैंड आई10 निओस का केबिन ज्यादा प्रीमियम और स्टाइलिश है। इसका इंटीरियर एक महंगी कार का एक्सपीरियंस देता है, जबकि 3डी डैशबोर्ड पैटर्न से इसे एक अपमार्केट फील मिलता है। इसमें लाइट कलर का ड्युअल टोन इंटीरियर शेड दिया गया है, जिससे केबिन में खुलेपन का अहसास होता है। निओस के टच पॉइंट्स और क्वालिटी मैटेरियल्स ज्यादा बेहतर फील देते हैं।

Maruti Swift Cabin

दूसरी तरफ स्विफ्ट का ऑल ब्लैक थीम वाला केबिन काफी स्पोर्टी नजर आता है। यहां स्विच और प्लास्टिक की क्वालिटी थोड़ी बेहतर होनी चाहिए थी। इसमें दिए गए रोटरी एसी नॉब्स, फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग व्हील,  औररेड एसेंट्स स्टाइलिंग के साथ एनालॉग क्लस्टर हमें काफी पसंद आए। 

कॉमन फीचर्स 

निओस में दिए गए अतिरिक्त फीचर

स्विफ्ट में दिए गए अतिरिक्त फीचर

प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स

फुटवेल लाइटिंग

एलईडी हेडलैम्प्स

एलईडी डीआरएल

8 इंच की टचस्क्रीन

7 इंच की टचस्क्रीन

एलईडी टेल लैंप

वायरलेस चार्जर

2 ट्वीटर

एनालॉग क्लस्टर

रियर एसी वेंट

फ्रंट एडजस्टेबल हेडरेस्ट

4 स्पीकर्स

रियर यूएसबी चार्जर

वन-टच अप और डाउन ड्राइवर विंडो

क्रूज कंट्रोल

कूल्ड ग्लव बॉक्स

 

पुश बटन स्टार्ट स्टॉप

   

ऑटोमैटिक एसी

   

हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट

   

ऑटोमैटिक हेडलैम्प

   

एडजस्टेबल रियर हेडरेस्ट

   

निओस और स्विफ्ट दोनों ही फीचर लोडेड कार है। जब बात टचस्क्रीन सिस्टम की आती है तो हुंडई की कारें अपने मुकाबले में मौजूद दूसरी कंपनी की कारों से काफी आगे रहती है। यहां तक कि ग्रैंड आई10 निओस में दी गई 8 इंच की डिस्प्ले काफी स्मूद और ऑपरेट करने में आसान है। 

Maruti Swift Touchscreen Infotainment System

हालांकि स्विफ्ट में दिया गया टचस्क्रीन सिस्टम थोड़ा ड्राइवर की तरफ झुका हुआ सा नजर आता है। होना ये चाहिए कि आप बिना सड़क से नजर हटाए इंफोटेनमेंट सिस्टम का इस्तेमाल कर पाएं, मगर इसका टिल्टेड नेचर ड्राइवर के लिए बेहतर है। 

दोनों कारों में हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट के साथ ऑटोमैटिक एसी, क्रूज़ कंट्रोल और पुश बटन स्टार्ट-स्टॉप जैसे फीचर्स दिए गए हैं। 

Hyundai Grand i10 Nios Wireless Phone Charger

हुंडई की कार होने के नाते ग्रैंड आई10 निओस काफी फीचर लोडेड कार है। इसमें एडिशनल फीचर्स के तौर पर वायरलेस फोन चार्जर, एम्बिएंट फुट लाइटिंग और एक कूल्ड ग्लव बॉक्स दिए गए हैं। 

केबिन प्रैक्टिकैलिटी

Maruti Swift Bottle Holder
Hyundai Grand i10 Nios Bottle Holder

केबिन प्रैक्टिकैलिटी के मोर्चे पर दोनों हैचबैक कारों में बेसिक चीजें दी गई हैं। दोनों में सेंटर कंसोल में स्टोरेज स्पेस, चारों दरवाजों पर बॉटल होल्डर और फोन डॉकिन्ग स्पेस दिया गया है। हालांकि निओस का केबिन ज्यादा प्रैक्टिकल है, जिसमें ग्लव बॉक्स के ऊपर एडिशनल स्टोरेज कंपार्टमेंट और फोन डॉकिन्ग स्पेस दिया गया है।

Maruti Swift Centre Cupholder
Hyundai Grand i10 Nios Centre Cupholder

दोनों कारों के फ्रंट में दो कपहोल्डर्स दिए गए हैं, मगर निओस में आप यहां 1 लीटर तक की बॉटल भी फिट कर सकते हैं। स्विफ्ट में गियर लिवर के आगे कप होल्डर दिए गए हैं ​जो ज्यादा गहरे नहीं है, इसलिए आप इनमें कॉफी मग ही रख सकते हैं। 

केबिन प्रैक्टिकैलिटी, फिट और फिनिश और फीचर्स के मोर्चे पर ग्रैंड आई10 निओस ज्यादा बेहतर ऑप्शन नजर आती है। 

रियर सीट एक्सपीरियंस

Hyundai Grand i10 Nios Rear Seats

ग्रैंड आई10 निओस अपने बेहतर रियर सीट एक्सपीरियंस के चलते एक ऑल राउंडर कार कही जा सकती है। इसकी सीटें काफी कंफर्टेबल और रिक्लाइंड है, जिससे पैसेंजर्स लंबे सफर के दौरान आराम से बैठे रह सकते हैं।

यह भी पढ़ें: मारुति डिजायर ने बनाया नया रिकॉर्ड, 25 लाख यूनिट्स बिक्री का आंकड़ा किया पार

Maruti Swift Rear Seats

इसका सीट बेस काफी बड़ा है और इसमें ज्यादा नीरूम, हेडरूम और लेगरूम स्पेस मिलता है और इसमें 6 फुट तक के लंबे पैसेंजर्स भी कंफर्टेबल होकर बैठे रह सकते हैं। बड़ी विंडोज होने के कारण इसमें अच्छी विजिबिलिटी भी मिल जाती है और इसके केबिन में एक खुलेपन का अहसास होता है।स्विफ्ट एक चौड़ी कार है, इसलिए इसकी रियर सीट पर तीन लोग बैठ सकते हैं। हालांकि ये दोनों ही एक अच्छी 4 सीटर कार कही जा सकती है और पीछे की सीट पर ​तीन लोगों को थोड़ा सिकुड़कर ही बैठना पड़ता है। 

रियर सीट प्रैक्टिकैलिटी की बात करें तो स्विफ्ट में रियर पैसेंजर्स के लिए 500 मिलीलीटर के होल्डर्स दिए गए हैं, जबकि निओस में 1 लीटर का होल्डर दिया गया है। रियर एसी वेंट्स के बजाए स्विफ्ट में छोटा बॉटल/कपहोल्डर दिया गया है और इसमें 12 वोल्ट सॉकेट भी मौजूद नहीं है। रियर पैसेंजर के एक्स्ट्रा कंफर्ट के लिए निओस में रियर एसी वेंट्स दिए गए हैं। 

सेफ्टी

Hyundai Grand i10 Nios Airbags

ग्लोबल एनकैप की ओर से दोनों कारों को काफी खराब रेटिंग दी गई है। स्विफ्ट गाड़ी के लेटेस्ट वर्जन को ग्लोबल एनकैप के अपडेटेड प्रोटोकॉल के तहत टेस्ट किया जा चुका है जहां से इसे केवल 1 स्टार रेटिंग मिली थी। 

Maruti Swift Airbags

निओस के प्री फेसलिफ्ट मॉडल को एनकैप के पहले वाले प्रोटोकॉल के ​अनुसार टेस्ट किया गया था, ​जहां से इसे 2 स्टार रेटिंग मिली थी। इसके मौजूदा वर्जन में 4 एयरबैग स्टैंडर्ड दिए गए हैं जबकि टॉप वेरिएंट्स में 6 एयरबैग मिल रहे हैं। 

दोनों हैचबैक कारों में हिल होल्ड असिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, रियर पार्किंग कैमरा और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंट जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। चूंकि निओस में ज्यादा एयरबैग दिए गए हैं, इसलिए सेफ्टी के मोर्चे पर ये कार थोड़ी बेहतर नजर आती है और इसमें टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और व्हीकल स्टेबिलिटी प्रोग्राम जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। 

यह भी पढ़ें: सितंबर 2023 में हुंडई कार पर पाएं 2 लाख रुपये तक के डिस्काउंट ऑफर

राइड और कंफर्ट 

Maruti Swift

मारुति सुजुकी स्विफ्ट का सस्पेंशन इसे काफी स्पोर्टी बनाता है। हालांकि गड्ढे और उछाल वाले रास्ते आने पर केबिन तक थोड़ा डिस्टरबेंस पहुंचता है, मगर ये हाई स्पीड पर काफी स्थिर होकर चलती है। 

​ड्राइव करने में स्विफ्ट कार काफी स्पोर्टी लगती है और इसका स्टीयरिंग व्हील अच्छा कॉन्फिडेंस भी देता है। 

Hyundai Grand i10 Nios

निओस की बात करें तो इसके सस्पेंशन सेटअप थोड़े फैमिली फ्रेंडली है। खराब रास्तों और गड्ढों के दौरान ये कम स्पीड पर काफी कंफर्टेबल रहती है। हालांकि यदि आपकी स्पीड तेज होगी तो आपको इस कार को स्लो करना ही पड़ेगा, क्योंकि फिर इसके सस्पेंशन से एक जोरदार आवाज आपको आएगी जिसका असर केबिन तक भी आता है। 

सिटी में निओस के स्टीयरिंग व्हील काफी लाइट लगते हैं। ये 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के बाद अपने आप भारी लगने लग जाते हैं और स्पोर्टी ड्राइविंग करने के लिए इससे थोड़ा अच्छा फीडबैक नहीं मिल पाता है। ऐसे में कर्व्स और हाई स्पीड पर टर्न लेते हुए आपको स्विफ्ट जैसा कॉन्फिडेंस नहीं मिल पाता है। 

इंजन और परफॉर्मेंस

Maruti Swift Engine

जब बात परफॉर्मेंस की आती है तो मारुति स्विफ्ट ड्राइव करने में एक बेहतर कार लगती है। हालांकि सिटी के हिसाब से कम स्पीड में जल्दी ओवरटेकिंग करने के मामले में दोनों ही कारें काफी स्मूद है। मगर जब बात हाईवे ड्राइविंग की आती है ​तो स्विफ्ट 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड थोड़ा जल्दी पकड़ती है। स्विफ्ट हाई स्पीड ओवरटेकिंग में भी काफी फुर्तिली नजर आती है।

दोनों हैचबैक कारों का इंजन रिफाइनमेंट शानदार है, मगर हाई आरपीएम पर निओस ज्यादा आवाज करने लगती है। वहीं स्विफ्ट का इंजन नोट थोड़ा स्पोर्टी एक्सपीरियंस देता है। 

Maruti Swift AMT

हमारी राय में ड्राइविंग में ज्यादा सुविधा के लिए आप दोनों हैचबैक का एएमटी वर्जन चुनें। ज्यादा माइलेज चाहने वाले इनके सीएनजी वेरिएंट्स पर भी गौर कर सकते हैं। 

निष्कर्ष 

Maruti Swift And Hyundai Grand i10 Nios

हुंडई ग्रैंड आई10 निओस और मारुति स्विफ्ट दोनों ही आपकी पहली कार के हिसाब से अच्छी साबित हो सकती है। मगर स्विफ्ट के मुकाबले निओस एक बेहतर ऑल राउंडर नजर आती है। सबसे पहली बात तो ये है कि स्विफ्ट के मुकाबले निओस 50,000 रुपये सस्ती है। दूसरी इसमें बेहतर केबिन एक्सपीरियंस, ज्यादा प्रैक्टिकल स्टोरेज स्पेस और फीचर्स दिए गए हैं। फैमिली के हिसाब से ये स्विफ्ट से बेहतर कार है। मगर आपको ड्राइविंग का शौक है और ज्यादा परफॉर्मेंस और बेहतर हैंडलिंग और अच्छे लुक वाली कार चाहते हैं तो स्विफ्ट आपके लिए बनी है।

यह भी देखेंः मारुति स्विफ्ट ऑन रोड प्राइस

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