हुंडई का समर्थ कैंपेन लॉन्चः दिव्यांगों के लिए शोरूम को ज्यादा सुविधाजनक बनाएगी कंपनी, स्पेशल एसेसरीज भी करेगी तैयार
प्रकाशित: नवंबर 21, 2023 07:26 pm । सोनू
- 400 Views
- Write a कमेंट
समर्थ कैंपेन के तहत हुंडई ने दो एनजीओ के साथ पार्टनरशिप की है
-
हुंडई दिव्यांगों को जागरूक करने, उन्हें आगे बढ़ाने और उनके समर्थन के लिए हमेशा सक्रिय रहती है।
-
हुंडई की योजना फरवरी 2024 तक अपनी सभी डीलरशिप और वर्कशॉक को व्हीलचेयर लेकर जाने लायक बनाने की है।
-
इंडियन पैरा एथलीटों को सपोर्ट करने के लिए हुंडई ने गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन के साथ पार्टनरशिप की है।
-
इसके अलावा कंपनी ने दिव्यांगों को सपोर्ट करने क लिए समर्थन ट्रस्ट से भी पार्टनरशिप की है।
हुंडई ने दिव्यांगो को जागरूक करने और उन्हें आगे बढ़ने में मदद करने के लिए समर्थ कैंपेन लॉन्च किया है। इसके तहत हुंडई अपने शोरूम को दिव्यांगों के लिए ज्यादा सुविधाजनक बनाएगी। साथ ही उनके लिए कई स्पेशल एसेसरीज भी तैयार करेगी।
हुंडई मोटर्स का कहना है कि वह अपने शोरूम को व्हीलचेयर एसेसीबल बनाएगी, जिससे दिव्यांगों को उसके शोरूम में जाने में कोई समस्या ना आए। हुंडई ने फरवरी 2024 तक अपने सभी डीलरशिप और वर्कशॉप को व्हीलचेयर एसेसीबल बनाने की योजना बनाई है।
दिव्यांगों को स्पेशल ईक्यूपमेंट के बिना कार चलाने या पैसेंजर सीट पर बैठने में काफी समस्या आती है। ऐसे में कंपनी ने घोषणा की है कि वह मोबिस के साथ स्वाइवल सीट जैसी ऑफिशियल एसेसरीज तैयार कर रही है, जिससे दिव्यांगों को कार इस्तेमाल करने में काफी सहूलियत रहेगी और वे इसे अच्छे से इस्तेमाल कर पाएंगे।
समर्थ कैंपेन के तहत हुंडई ने भारत के पैरा एथलीटों को सपोर्ट करने के लिए गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन के साथ पार्टनरशिप की है। इसके तहत टीम और इंडिविजुअल स्पोर्ट्स दोनों खिलाड़ियों को मदद दी जाएगी।
इसके अलावा हुंडई ने दिव्यांगों को सपोर्ट करने के लिए समर्थन ट्रस्ट से भी पार्टनरशिप की है। इसमें ये दोनों मिलकर दृष्टिहीन के लिए एक कार्यक्रम बनाएंगे।
इस मौके पर हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ यूएन सू किम ने का कि ‘हमें समर्थ प्रोग्राम को लॉन्च करते हुए काफी खुशी हो रही है, जो भारत में दिव्यांगों को जागरूक करने और एक समावेशी समाज बनाने की दिशा में अच्छा कदम है। हमारा उद्देश्य दिव्यांगों के लिए न्यायसंगत और संवेदनशील समाज का निर्माण करना है और हम चाहते हैं कि वे अपनी वास्तविक क्षमताएं देखें।’