हुंडई ऑरा vs वरना : 'Car2Car' क्रैश टेस्ट में सामने आए चौंकाने वाले नतीजे
संशोधित: जून 30, 2022 05:00 pm | स्तुति | हुंडई ऑरा 2020-2023
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कार कंपनियां सेफ्टी के मामले में अपने मॉडल्स को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही हैं। कार मैन्युफैक्चर की बात करें तो वह कड़े सुरक्षा मानकों वाले बाजारों में अपनी कारों में सेफ्टी किट तो दे रहे हैं, लेकिन अनियंत्रित बाजारों में उसी के साथ समझौता कर रहे हैं। ऐसा करना उनके लिए आम बात बन गई है। ग्लोबल एनकैप के हाल ही में आयोजित किए गए नए 'कार2कार' क्रैश टेस्ट में भी यह चीज़ हाइलाइट हुई है।
टेस्टेड मॉडल्स और किन मार्किट में बेचे जाते हैं
ग्लोबल एनकैप ने हुंडई ऑरा (लेटिन अमेरिकन मार्किट में ग्रैंड आई10 नाम से बेची जाने वाली) और मेड-इन-मेक्सिको हुंडई वरना (अमेरिका में एक्सेंट के नाम से बेची जाती है) के बीच टेस्ट आमने-सामने (हेड-ऑन कोलिजन) से किया था। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि दोनों ही कारें अलग-अलग मार्केट में हुंडई की सबसे अफोर्डेबल सेडान कारें हैं।
सेफ्टी फीचर्स व परफॉरमेंस
यहां ध्यान देने वाली बात है कि वरना अमेरिकन मॉडल में छह एयरबैग्स और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ईएससी) स्टैंडर्ड दिया गया है, जबकि ऑरा लेटिन अमेरिकन वर्जन में केवल ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स ही दिए गए हैं। ग्लोबल एनकैप के क्रैश टेस्ट में वरना ने ड्राइवर को 'अच्छी' सुरक्षा प्रदान की, जबकि इस टेस्ट में इस गाड़ी के स्ट्रक्चर को 'स्थिर' करार दिया गया है। ऑरा की बात करें तो इस गाड़ी के बॉडी स्ट्रक्चर को 'अस्थिर' और ड्राइवर के प्रोटेक्शन को 'खराब' बताया गया है। मेक्सिको में बेची जाने वाली हुंडई ऑरा को लेटिन एनकैप क्रैश टेस्ट में 0 स्टार मिल सकते हैं, जबकि वरना को 2021 में आयोजित हुए लेटिन एनकैप के क्रैश टेस्ट में 0 स्टार रेटिंग मिल चुकी है।
इस वीडियो में देखें इन दोनों कारों पर कोलिजन का कितना असर हुआ है :-
लेटिन एनकैप का कार2कार क्रैश टेस्ट रिजल्ट को लेकर क्या है कहना?
लैटिन एनकैप के महासचिव एलेजांद्रो फुरस ने कहा कि, “यह टेस्ट कंज़्यूमर, रेगुलेटर और कार कंपनियों के लिए एक बड़ी चेतावनी है। सभी कंज़्यूमर को अपनी कारों में समान सुरक्षा स्टैंडर्ड की अपेक्षा करने का अधिकार है। क्रॉस बॉर्डर सेफ्टी गैप अब मौजूद नहीं होना चाहिए। हम कार कंपनियों से दोहरी रणनीतियों को रोकने का आह्वान करते हैं।
भारत एनकैप क्रैश टेस्ट अप्रैल 2023 से होंगे शुरू
दिल्ली में हाल ही में आयोजित हुए कार्यक्रम में भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ कार कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय मॉडल्स की तुलना में अपने भारतीय मॉडल के साथ सुरक्षा से समझौता करने को लेकर क्लास लगाई है। उनका मंत्रालय भारत में बिकने वाली कारों को सुरक्षित बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। गडकरी ने पहला निर्णय कारों में छह एयरबैग स्टैंडर्ड को अनिवार्य करने का लिया है, जबकि दूसरा फैसला अप्रैल 2023 से भारत एनकैप क्रैश टेस्ट की शुरुआत करने का लिया गया है।
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