फोर्ड चेन्नई के R&D यूनिट पर करेगी 5000 करोड़ रूपए का निवेश
फोर्ड इण्डिया अपने चेन्नई स्थित RD मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर करीब 5000 करोड़ रूपए निवेश करने की योजना बना रही है। देश में अमेरिकी कंपनी के व्यवसाय विस्तार का यह दूसरा बड़ा कदम होगा, इससे पहले फोर्ड गुजरात के साणंद इंजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में एक अरब डाॅलर का निवेश कर चुकी है।
कंपनी का यह अभियान वर्तमान सरकार के ‘मैक इन इण्डिया' से प्रभावित है और फोर्ड के ग्लोबल सीईओ मार्क फील्ड्स इस पहल पर सकारात्मक रूख रखते हैं। भारत को एक इन्डस्ट्रीअल हब के रूप में विकसित करने में फील्ड्स की खासी दिलचस्पी है।
अभी मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही है कि चेन्नई प्लांट को एशिया-प्रशांत क्षेत्र को सबसे बड़े RD के रूप में विकसित किया जाएगा। यह केवल देश में ही काम नहीं करेगा, बल्कि यहां के इंजीनियरों और डिज़ाइनरों के अनुसंधान को फोर्ड के विदेशी प्रोजेक्ट्स के लिए भी लागू किया जाएगा। यह नया प्रोजेक्ट देश में पहले से ही अपनी मजबूत जगह बना चुके मारूति सुजुकी व हुंडई जैसी कंपनियों और उनके RD सेन्टर्स के लिए कंपनी की स्थिति और बेहतर करेगा।
वर्तमान में फोर्ड जिस नए निर्माण पर काम कर रहा है वह है फिगो एस्पायर, जो कुछ महिनों में लाॅन्च होने वाली है। इस कार को फस्ट-इन-क्लास फीचर्स के साथ पैश किया जाएगा जो कपंनी को एक नई उंचाईयों तक पहुंचा सकती है। फोर्ड को इस कार से काफी उम्मीदें हैं, वहीं कंपनी 2018 की अपनी कुछ बड़ी योजनाओं पर भी काम कर रही है।