हुंडई रोड सेफ्टी कैंपेन: सेफ ड्राइविंग के लिए जरूरी हैं ये सात बातें
संशोधित: फरवरी 13, 2019 12:50 pm | sonny
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सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से भारत दुनिया के अव्वल देशों में शामिल है। यहां सड़क दुर्घटनाओं के कारण सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। भारत सरकार और कार कंपनियों के लिए रोड सेफ्टी हमेशा ही मुख्य एजेंडा रहा है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 04 फरवरी से 10 फरवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह आयोजित किया गया। इसके साथ हुंडई ने भी 'सेफ मूव' नाम से एक अभियान चलाया। इसे बढ़ावा देने के लिए सोशल-मीडिया पर भी #BeTheBetterGuy कैंपेन चलाया। हुंडई ने अपने इस अभियान के जरिए लोगों का इन सात बातों पर ध्यान खींचने की कोशिश की है: -
1. ओवरस्पीड को कहिए ना: लोगों से गाड़ी चलाते समय यह उम्मीद की जाती है कि वे तय गति सीमा का ध्यान रखें और सावधानी बरतें। यह ध्यान रखना जरुरी है कि स्पीड लिमिट को एक औसत ड्राइविंग स्तर वाले व्यक्ति को ध्यान में रख तय किया जाता हैं, ताकि वे अच्छे से गति और ब्रेक पर नियंत्रण रख सके।
2. यातायात नियमों का पालन करें: यदि सभी यातायात नियमों का पालन करने लगेंगे तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी जरूर आएगी। अगर आप ट्रैफिक सिग्नल का पालन करना, लेन ड्राइविंग और रॉन्ग साइड गाड़ी ना चलाना जैसी बुनियादी बातों का पालन करें तो इससे भी एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता हैं।
3. ड्राइविंग करते समय फ़ोन का इस्तमाल ना करें: कई लोग ड्राइविंग करते समय फ़ोन का इस्तमाल करते है, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। कई लोग ड्राइविंग करते समय मैसेज भी करते है, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। आजकल कई कारों में ऐसे इंफोटेनमेंट सिस्टम दिए जा रहे है, जिन्हें आपके स्मार्टफोन से कनेक्ट किया जा सकता है। इससे हैंड्स-फ्री कॉलिंग के अलावा वॉइस कण्ट्रोल, आॅडियो और नेविगेशन कंट्रोल जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
4. सीटबेल्ट पहने: गाड़ी से यात्रा करते समय सभी के लिए सीटबेल्ट पहनना आवश्यक है। फ्रंट सीट के अलावा पीछे की सीट पर बैठने वालों के लिए भी यह बेहद जरुरी है। सीटबेल्ट पहनने से किसी घटना को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन यह आपकी सुरक्षा करती है और दुर्घटना की स्थिति में गंभीर चोट से बचाती है।
5. शराब पीकर वाहन न चलाए: शराब का सेवन कर ड्राइविंग ना करें, इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं। क्योंकि शराब के सेवन से व्यक्ति अपना आपा खो देता है, जिससे सड़क दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है।
6. बिना लाइसेंस के ड्राइव न करें: लाइसेंस सार्वजनिक सड़कों पर वाहन चलाने के लिए कानूनी रूप से अनिवार्य होता है। यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो दर्शाता है कि लाइसेंस प्राप्त व्यक्ति 18 वर्ष या ज्यादा उम्र का है और वाहन चलाने के योग्य है। अंडरएज ड्राइविंग भी रोड सेफ्टी के मुद्दे से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। इससे किसी के पास लाइसेंस नहीं होने का भी पता चलता है, जो गैरकानूनी है।
7. पैदल यात्रियों का भी रखें ध्यान: सड़के सिर्फ वाहनों के आवागमन के लिए ही नहीं बनाई जाती। इनपर पैदल यात्रियों का भी बराबर हक होता है। व्यस्त रहनेे वाले क्रॉसिंग, भीड़भाड़ वाली सड़कों पर सावधानी से वाहन चलाएं और पैदल यात्रियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें।
रोड सेफ्टी कैंपेन चलाने के अलावा हुंडई ने देश भर के अपने सभी सर्विस सेंटर पर ग्राहकों के लिए निःशुल्क सेफ्टी चैकअप भी आयोजित किया था। इसके साथ ही कंपनी ने कई स्कूलों और रिहायशी इलाकों में भी जागरूकता अभियान चलाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया।
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