फोर्ड फीगो फेसलिफ्ट और मारुति स्विफ्ट में से कौन सी कार रहेगी बेहतर, जानिए यहां
फोर्ड ने हाल ही में फीगो हैचबैक के फेसलिफ्ट वर्जन को लॉन्च किया है। इसकी कीमत 5.15 लाख रूपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) से शुरू होती है। यह फोर्ड का एंट्री-लेवल मॉडल है। इसका मुकाबला मारुति स्विफ्ट से है। यहां हमने कई मोर्चों पर 2019 फीगो के वेरिएंट की तुलना मारुति स्विफ्ट के वेरिएंट से की है, तो क्या रहे इस तुलना के नतीजे जानेंगे यहां...
कद-काठी
- फोर्ड फीगो, स्विफ्ट हैचबैक से ज्यादा लंबी है। व्हीलबेस के मामले में भी फोर्ड फीगो ने बाजी मारी है।
- स्विफ्ट हैचबैक फीगो से ज्यादा चौड़ी और ज्यादा ऊंची है।
- स्विफ्ट हैचबैक फीगो से कम वज़नी है।
इंजन और परफॉर्मेंस
पेट्रोल
डीज़ल
वेरिएंट और कीमत
पेट्रोल | डीज़ल | ||
फीगो | स्विफ्ट | फीगो | स्विफ्ट |
एम्बिएंट: 5.15 लाख रूपए | एलएक्सआई: 4.99 लाख रूपए | एम्बिएंट: 5.95 लाख रूपए | एलडीआई: 5.99 लाख रूपए |
--- | वीएक्सआई: 5.98 लाख रूपए | टाइटेनियम: 7.19 लाख रूपए | वीडीआई: 6.96 लाख रूपए |
--- | वीएक्सआई एजीएस: 6.45 लाख रूपए | --- | वीडीआई एजीएस: 7.43 लाख रूपए |
टाइटेनियम: 6.39 लाख रूपए | जेडएक्सआई: 6.60 लाख रूपए | टाइटेनियम ब्लू: 7.74 लाख रूपए | जेडडीआई: 7.58 लाख रूपए |
--- | जेडएक्सआई एजीएस: 7.07 लाख रूपए | --- | जेडडीआई एजीएस: 8.05 लाख रूपए |
टाइटेनियम ब्लू: 6.94 लाख रूपए | जेडएक्सआई प्लस: 7.40 लाख रूपए | --- | जेडडीआई प्लस: 8.38 लाख रूपए |
टाइटेनियम एटी: 8.09 लाख रूपए | जेडएक्सआई प्लस एजीएस: 7.85 लाख रूपए | --- | जेडीआई प्लस एजीएस: 8.85 लाख रूपए |
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फोर्ड फीगो एम्बिएंट Vs मारुति स्विफ्ट एल (पेट्रोल और डीज़ल)
- कॉमन फीचर: ड्यूल एयरबैग, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस), इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी), मैनुअल एसी, ड्राइवर सीटबेल्ट रिमाइंडर, ऊपर-नीचे एडजस्ट होने वाला स्टीयरिंग व्हील, आगे की तरफ 12 वॉट पावर सॉकेट, बॉडी कलर बंपर और 14 इंच स्टील व्हील
- फोर्ड एम्बिएंट के अतिरिक्त फीचर: रियर पार्किंग सेंसर, रियर फॉग लैंप, डे-नाइट आईआरवीएम, को-पैसेंजर सीटबेल्ट रिमाइंडर और ऑटो डोर लॉक
- मारुति स्विफ्ट एल के अतिरिक्त फीचर: टेललैंप्स में एलईडी ट्रीटमेंट और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर
निष्कर्ष: यहां हम 2019 फीगो लेने की सलाह देंगे। फीगो का डीज़ल वेरिएंट ज्यादा सही रहेगा। यह स्विफ्ट से काफी सस्ता और ज्यादा फीचर से लैस है। पेट्रोल वेरिएंट लेने वाले ग्राहकों को इस में डे-नाइट आईआरवीएम, रियर पार्किंग सेंसर और ऑटो डोर लॉक जैसे फीचर मिलेंगे, जो राइडिंग कंफर्ट को बढ़ाएंगे। हालांकि इसके लिए आपको कुछ अतिरिक्त राशि देनी होगी। फीगो एम्बिएंट पेट्रोल की कीमत स्विफ्ट एल पेट्रोल से करीब 16 हजार रूपए ज्यादा है। अगर आपके परिवार में छोटा बच्चा है तो मारुति स्विफ्ट बेहतर विकल्प हो सकता है। इस में आइएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर दिए गए हैं, जो बच्चो की सुरक्षा के लिहाज से काफी काम का फीचर है। फीगो में यह फीचर नहीं मिलेगा।
फोर्ड फीगो टाइटेनियम 1.5डी Vs मारुति स्विफ्ट वीडीआई
- कॉमन फीचर (ऊपर वाले फीचर के अलावा): ऑटो डोर लॉक, टेकोमीटर, पावर विंडो, डे-नाइट आईआरवीएम, की-लैस एंट्री, स्टीयरिंग माउंटेड ऑडियो और फोन कंट्रोल, यूएसबी और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, बॉडी कलर ओआरवीएम, बाहरी शीशों पर टर्न इंडिकेटर, पावर एडजस्टेबल ओआरवीएम और हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट
- फोर्ड फीगो के अतिरिक्त फीचर: पुश बटन स्टार्ट, रियर पार्किंग कैमरा, पावर फोल्डिंग बाहरी शीशे, पीछे की तरफ एडजस्टेबल सीट हैडरेस्ट, पीछे की तरफ डिफॉगर, आगे की तरफ फॉग लैंप्स, 14 इंच अलॉय व्हील, ऑटोमैटिक एसी, 7.0 इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम, को-ड्राइवर सीटबेल्ट रिमाइंडर और रियर पार्किंग सेंसर
- मारुति स्विफ्ट के अतिरिक्त फीचर: टेललैंप पर एलईडी ट्रीटमेंट और आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर
निष्कर्ष: फोर्ड फीगो टाइटेनियम डीज़ल लेना यहां सही रहेगा। इस में आपको काफी अच्छे फीचर मिलेंगे जो इसकी बढ़ी हुई कीमत को जायज ठहराते हैं। इस में आपको आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर की कमी जरूर खलेगी। अगर आपके परिवार में छोटा बच्चा है तो मारुति स्विफ्ट सही रहेगी। बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से चाइल्ड सीट एंकर काफी काम का फीचर है।
फोर्ड फीगो टाइटेनियम 1.2 Vs मारुति स्विफ्ट जेडएक्सआई
- कॉमन फीचर (ऊपर वाले फीचर के अलावा): फ्रंट फॉग लैंप्स, पुश बटन स्टार्ट-स्टॉप, ऑटो एसी, पावर फोल्डिंग ओआरवीएम, रियर डिफॉगर, एडजस्टेबल रियर सीट हैडरेस्ट, अलॉय व्हील और रियर पार्किंग सेंसर
- फोर्ड फीगो के अतिरिक्त फीचर: 7.0 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रियर पार्किंग कैमरा
- मारुति स्विफ्ट के अतिरिक्त फीचर: रियर वाइपर और वाशर, टेललैंप में एलईडी ट्रीटमेंट, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर, 60ः40 अनुपात में बंटी पीछे वाली सीटें
निष्कर्ष: अगर आप छोटे बच्चे को साथ में लेकर ड्राइव पर जाते हैं तो हम आपको स्विफ्ट जेडएक्सआई लेने की सलाह देंगे। इस में बच्चे की सुरक्षा के लिए आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर फीचर दिया गया है।
फोर्ड फीगो टाइटेनियम ब्लू 1.5डी Vs मारुति स्विफ्ट जेडडीआई
- कॉमन फीचर (ऊपर वाले फीचर के अलावा): 15 इंच अलॉय व्हील
- फोर्ड फीगो के अतिरिक्त फीचर: रेन-सेंसिंग वाइपर, साइड और कर्टेन एयरबैग (कुल छह एयरबैग), ऑटो हैडलैंप्स, ऑटो डिमिंग आईआरवीएम और ड्यूल-टोन रूफ
- मारुति स्विफ्ट के अतिरिक्त फीचर: टेललैंप्स पर एलईडी ट्रीटमेंट, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर और 60ः40 अनुपात में बंटी पीछे वाली सीटें
निष्कर्ष: यहां हम एक बार फिर फीगो लेने की सलाह देंगे। इस में स्विफ्ट से ज्यादा फीचर दिए गए हैं। सुरक्षा के लिए इस में छह एयरबैग दिए गए हैं। हालांकि यहां भी आपको आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर की कमी खलेगी।
फोर्ड फीगो टाइटेनियम ब्लू 1.2 Vs मारुति स्विफ्ट जेडएक्सआई प्लस
- कॉमन फीचर (ऊपर वाले फीचर के अलावा): ऑटो हैडलैंप, 7.0 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रिवर्स पार्किंग कैमरा, रियर वाशर और वाइपर
- फोर्ड फीगो के अतिरिक्त फीचर: ऑटो डिमिंग आईआरवीएम और रेन-सेंसिंग वाइपर
- मारुति स्विफ्ट के अतिरिक्त फीचर: आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर, एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइटें, एलईडी प्रोजेक्टर हैडलैंप, टेललैंप में एलईडी ट्रीटमेंट, एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी, 60ः40 अनुपात में बंटी पीछे वाली सीटें और दो अतिरिक्त स्पीकर
निष्कर्ष: फोर्ड फीगो टाइटेनियम ब्लू और मारुति स्विफ्ट जेडएक्सआई प्लस में से स्विफ्ट ज्यादा बेहतर है। यह ज्यादा प्रीमियम है।
फोर्ड फीगो टाइटेनियम 1.5पेट्रोल एटी Vs मारुति स्विफ्ट जेडएक्सआई प्लस एजीएस
- कॉमन फीचर (ऊपर वाले फीचर के अलावा): कुछ नहीं
- फोर्ड फीगो के अतिरिक्त फीचर: इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम, ट्रेक्शन कंट्रोल और हिल लॉन्च असिस्ट
- मारुति स्विफ्ट के अतिरिक्त फीचर: ऑटो हैडलैंप, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर, एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी, रियर वाइपर और वाशर, टेललैंप में एलईडी ट्रीटमेंट, एलईडी प्रोजेक्टर हैडलैंप, एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइटें और पीछे की तरफ स्प्लिट फोल्डिंग सीटें
निष्कर्ष: स्विफ्ट जेडएक्सआई प्लस एएमटी वैल्यू फोर मनी कार है। इस में कीमत के हिसाब से काफी अच्छे फीचर दिए गए हैं। फीगो में टॉर्क कनवर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है, जिससे इसकी कीमत बढ़ गई है।
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