भविष्य में एसयूवी कारों पर रहेगा फोक्सवैगन का पूरा फोकस
संशोधित: नवंबर 05, 2019 01:20 pm | स्तुति | फॉक्सवेगन टी-क्रॉस
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भारत में एसयूवी सेगमेंट की कारें काफी पॉपुलर हैं। पिछले कुछ महीनों में सेडान और हैचबैक कारों की तुलना में इस सेगमेंट की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है। ज्यादा डिमांड को देखते हुए फोक्सवैगन ग्रुप के डायरेक्टर स्टेफन नैप ने कहा है कि “हम भविष्य में कंपनी को भारत में एसयूवी ब्रांड के रूप में स्थापित करेंगे।”
फोक्सवैगन ग्रुप द्वारा लिए गए इस फैसले से साफ जाहिर है कि अब भारत में लॉन्च होने वाली कंपनी की अपकमिंग कारें एसयूवी होंगी। इससे पहले कंपनी ने पुष्टि की थी कि वह अपने नए एमक्यूबी-ए0-इन प्लेटफार्म पर बनी कॉम्पैक्ट एसयूवी को 2020 ऑटो एक्सपो में शोकेस करेगी। माना जा रहा है कि यह टी-क्रॉस एसयूवी हो सकती है। भारत में इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा से होगा। कंपनी फिलहाल अपनी टी-स्पोर्ट एसयूवी पर भी काम कर रही है, जिसकी टक्कर हुंडई वेन्यू से होगी। इसके अलावा स्कोडा द्वारा पेश की जाने वाली नई एसयूवी भी फॉक्सवैगन की अपकमिंग कार से मिलती-जुलती होगी। कंपनी जल्द ही टिग्वॉन के 7-सीटर वर्जन 'टिग्वॉन ऑलस्पेस' और टी-रॉक से भी पर्दा उठा सकती है।
स्टेफन नैप ने बताया कि “हम भारत के कार बाज़ार में मौजूदा कारों की बिक्री जारी रखेंगे और उनमें समय-समय पर बदलाव करते रहेंगे। हम भविष्य में जिन नई कारों को लाने की योजना बना रहे हैं वे केवल एसयूवी होंगी।” स्टेफन नैप के अनुसार एसयूवी कारों के लिए भारत सही जगह है।
वर्तमान में फॉक्सवैगन के पोर्टफोलियो में पोलो, एमियो, वेंटो, टिग्वॉन और पसाट कार मौजूद है। पोलो, एमियो और वेंटो को भारत में तैयार किया जाता है, जबकि टिग्वॉन और पसाट के पार्ट्स बाहर से मंगवाए जाते हैं और इन्हें यहां असेंबल करके बेचा जाता है।
स्टेफन नैप के अनुसार “कंपनी फिलहाल हैचबैक और सेडान जैसी कारों पर फोकस नहीं करेगी। इन सेगमेंट में अच्छा-खासा बिज़नेस मिलने की संभावना नहीं होने तक कंपनी का फोकस एसयूवी पर रहेगा।” ऐसे में वेंटो पर बनी वर्च्युअस के भी भारत आने की संभावनाएं काफी कम हो गई है।
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