स्कोडा ने 2030 तक देश में सबसे बड़ी यूरोपियन कार कंपनी बनने का रखा लक्ष्य
संशोधित: जून 25, 2021 08:29 pm | सोनू | स्कोडा कुशाक
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- अभी भारत में रेनो सबसे बड़ी यूरोपियन कार कंपनी है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी ने 75,000 से ज्यादा कारें बेची।
- स्कोडा, कुशाक एसयूवी के साथ अपने इंडिया 2.0 बिजनेस प्लान की शुरूआत करेगी। कंपनी इसे दूसरे देशों में यहां से एक्सपोर्ट भी करेगी।
- इस प्लान में रेपिड की जगह नई कार उतारने की भी योजना है जिसे 2021 के आखिर तक पेश किया जा सकता है।
स्कोडा ने अपने नए बिजनेस प्लान की घोषणा की है, जिसमें कंपनी ने 2030 तक देश में सबसे बड़ी यूरोपियन कार कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है।
वर्तमान में भारत में रेनो सबसे बड़ी यूरोपियन कार मैन्यूफैक्चरर है। रेनो ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 75,000 से कारें बेचीं। वहीं स्कोडा-फॉक्सवैगन दोनों मिलकर इस टाइम पीरियड में महज 22,000 से ज्यादा कारें बेचने में कामयाब हुई।
करीब दो साल पहले फॉक्सवैगन ने अपने इंडिया 2.0 बिजनेस स्ट्रेटर्जी की घोषणा की थी। इस प्लान के पहले फेज की शुरूआत फॉक्सवैगन ग्रुप भारत में स्कोडा कुशाक को उतारने के साथ करेगा, जिसका कंपेरिजन हुंडई क्रेटा और किया सेल्टोस से होगा। कंपनी ने इस कार को भारतीय ग्राहकों की सभी जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया है और इसका प्रोडक्शन कंपनी के औरंगाबाद प्लांट में पहले ही शुरू किया जा चुका है। स्कोडा की योजना कुशाक एसयूवी को भारत से दूसरे देशों में भी एक्सपोर्ट करने की है।
इसके बाद स्कोडा यहां एक नई सेडान कार उतारेगी जिसे रैपिड से रिप्लेस किया जाएगा। यह रैपिड से ज्यादा बड़ी और ज्यादा प्रीमियम होगी। भारत में इस कार को कई बार टेस्टिंग के दौरान भी देखा जा चुका है। कंपनी इसे 2021 के आखिर तक लॉन्च कर सकती है। कहा जा रहा है कि कंपनी इस नई सेडान कार के साथ मौजूदा रैपिड की बिक्री भी जारी रख सकती है।
इन सब के अलावा स्कोडा भारत के सब-4 मीटर एसयूवी सेगमेंट में भी कदम रख सकती है, हालांकि इसको लेकर अभी तक कंपनी ने कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं दिया है। भारत में इन दिनों सब-4 मीटर एसयूवी कारों की डिमांड ज्यादा है, ऐसे में कंपनी इस मौके को भुनाने से नहीं चुकना चाहेगी। स्कोडा ने 2025 तक भारत में हर साल एक लाख कारें बेचने का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को पाने के लिए कंपनी सब-4 मीटर एसयूवी सेगमेंट में जरूर कदम रखेगी।
स्कोडा ने यूरोप के टॉप 5 ब्रांड में भी अपनी जगह बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कंपनी 2030 तक तीन नई इलेक्ट्रिक गाड़ियां उतारेगी। कंपनी ने अपने बिजनेस प्लान में 2030 तक सीओ2 उत्सर्जन भी 50 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य बनाया है।
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