इमेज़ कंपेरिज़न: स्कोडा कामिक Vs फॉक्सवेगन टी-क्रॉस
प्रकाशित: मार्च 05, 2019 11:35 am । raunak । स्कोडा कामिक
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स्कोडा कामिक और फॉक्सवेगन टी-क्रॉस के साथ फॉक्सवेगन ग्रुप भारत में अपनी नई पारी की शुरूआत करने जा रहा है। ये दोनों कॉम्पेक्ट एसयूवी साल 2020 में लॉन्च होंगी। करीब आठ साल बाद फॉक्सवेगन और स्कोडा दोनों कंपनियां भारत में किसी कार का निर्माण करेंगी। इससे पहले 2010 में फॉक्सवेगन ने यहां पोलो कार बनाई थी।
बता दें कि फॉक्सवेगन ने अक्टूबर 2018 में टी-क्रॉस से पर्दा उठाया था। वहीं स्कोडा ने फरवरी 2019 में कामिक को पेश किया था। चर्चाएं हैं कि दोनों कारों को 2020 में होने वाले ऑटो एक्सपो में शोकेस किया जाएगा। दोनों कारों को 2020 की दूसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है। यहां हमने तस्वीरों के आधार पर दोनों कारों के अंतरराष्ट्रीय मॉडलों की तुलना की है, तो क्या रहे इस तुलना के नतीजे जानेंगे यहां
नोट: बता दें कि भारत में बनने वाली स्कोडा कामिक और फॉक्सवेगन टी-क्रॉस अंतरराष्ट्रीय मॉडल से अलग होंगी। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में टी-क्रॉस को आकार के आधार पर दो वर्ज़न में पेश किया गया है। इसका यूरोपियन मॉडल 2,563 मिलीमीटर व्हीलबेस के साथ आता है। वहीं ब्राजील और चीन में इसे 2,651 मिलीमीटर व्हीलबेस के साथ पेश किया गया है। चीन और ब्राज़ील की तरह भारत में भी बड़े व्हीलबेस वाली टी-क्रॉस को लॉन्च किया जा सकता है।
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स्कोडा कामिक |
फॉक्सवेगन टी क्रॉस (ब्राजील मॉडल) |
लंबाई |
4,241 मिलीमीटर |
4,199 मिलीमीटर (-42 मिलीमीटर) |
चौड़ाई |
1,793 मिलीमीटर |
- |
उंचाई |
1,531मिलीमीटर |
1,568 मिलीमीटर (+37 मिलीमीटर) |
व्हीलबेस |
2,651 मिलीमीटर |
2,651 मिलीमीटर (0) |
- दोनों कारों का डिज़ाइन कोडिएक और टिग्वॉन से प्रेरित है।
- कामिक में स्प्लिट हैडलैंप सेटअप दिया गया है। ऐसा ही सेटअप हुंडई और किया भी अपनी कारों में देती है। टी-क्रॉस परंपरागत हैडलैंप दिए गए हैं।
- दोनों एसयूवी के हैडलैंप में ऑल एलईडी लाइटें लगी हैं। स्कोडा कामिक के हैडलैंप टर्न इंडिकेटर का काम भी करते हैं।
- दोनों कारों का व्हीलबेस एक समान है। इन्हें एमक्यूबी-ए(0) प्लेटफार्म पर तैयार किया गया है।
- कामिक की लम्बाई टी-क्रॉस से ज्यादा है। वहीं, ऊंचाई के मामले में टी-क्रॉस आगे है।
- दोनों एसयूवी के ग्लोबल वर्ज़न में 18-इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं। माना जा रहा है कि भारत आने वाली कारों में 17-इंच के अलॉय व्हील दिए जा सकते हैं।
- स्कोडा कामिक में क्लेमशेल बोनट और पीछे की तरफ क्वाटर ग्लास दिए गए हैं जो इसे टी-क्रॉस से अलग बनाते हैं। क्वार्टर ग्लास की वजह से केबिन हवादार रहेगा।
- आगे वाले हिस्से की तरह दोनों कारों के पीछे वाले हिस्से का डिजायन भी फैमिली एसयूवी से प्रेरित है।
- कामिक का इंटिरियर स्कोडा द्वारा भविष्य में बनाई जाने वाली कारों से प्रेरित होगा। वहीं टी-क्रॉस का केबिन नई पोलो से प्रभावित है। नई पोलो भारत में जल्द ही लॉन्च होगी।
- दोनों कारों में इंफोटेनमेंट सिस्टम को बिल्कुल अलग तरह से पोजिशन किया गया है। कामिक में फ्री फ्लोटिंग सेटअप दिया गया है जो आजकल काफी प्रचलित है। टी क्रॉस में सिस्टम को डैशबोर्ड पर पोजिशन किया गया है।
- दोनों एसयूवी में 10.25 इंच का फुल डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। दोनों कारों के इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में नेविगेशन की सुविधा भी मिलती है। दोनों एसयूवी के भारतीय वर्ज़न में भी यही इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया जा सकता है।
- उम्मीद की जा रही है कि भारत में लॉन्च होने वाले मॉडल में पैनारोमिक सनरूफ, रियर एसी वेंट के साथ ड्यूल ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल और वायरलैस फोन चार्जिंग और लैदर अपहोल्स्ट्री जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। ये सभी फीचर दोनों कारों के अंतरराष्ट्रीय मॉडल में भी दिए गए हैं।
- कामिक में इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए 9.2 इंच की डिस्प्ले दी गई है।
- टी-क्रॉस में नई पोलो की तरह इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए 8-इंच की डिस्प्ले दी गई है।
- भारत में लॉन्च होने वाली दोनों एसयूवी के टॉप वेरिएंट में 8-इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया जा सकता है।
- कामिक के यूरोपियन मॉडल की फ्रंट सीट ऑक्टाविया आरएस से प्रभावित है। जबकि टी-क्रॉस में रेग्यूलर सीटें दी गई हैं। भारत में तैयार किए जाने वाले दोनों मॉडल में एक जैसी सीटेें दिए जाने की संभावना है।
- कामिक में 400 लीटर का बूट स्पेस मिलता है। इसे पिछली सीटों को फोल्ड कर 1395 लीटर तक बढ़ाया जा सकता है। फॉक्सवेगन टी-क्रॉस की पीछे वाली सीटों को भी आगे-पीछे खिसकाया जा सकता है, जिससे बूट स्पेस को 373 लीटर से 420 लीटर तक बढ़ाया या घटाया जा सकता है। टी-क्रॉस की पिछली सीटों को फोल्ड भी किया जा सकता है।
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