ओला भारत में तैयार करेगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी: तमिलनाडु में कंपनी लगा रही है गीगाफैक्ट्री, अगले साल से बैटरियां बननी हो जाएंगी शुरू
संशोधित: जून 22, 2023 12:10 pm | स्तुति
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ओला की नई गीगाफैक्ट्री में ऑपरेशंस अगले साल तक शुरू हो सकते हैं, इस फैसिलिटी में शुरुआत में 5गीगावॉट केपेसिटी वाले बैटरी सेल तैयार किए जाएंगे
भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी बनाने के लिए ओला ने अपनी नई गीगाफैक्ट्री का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इस नई गीगाफैक्ट्री को तमिलनाडु के कृष्णागिरी में तैयार किया जा रहा है। यह फैक्ट्री 115 एकड़ में फैली होगी और पूरी तैयार हो जाने पर देश में सबसे बड़ी फैक्ट्री होगी।
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ओला का कहना है कि यह फैक्ट्री अगले साल की शुरुआत में 5गीगावॉट केपेसिटी (बैटरी सेल में) के साथ अपने ऑपरेशंस शुरू करेगी। एक बार फैक्ट्री का काम पूरा हो जाने और पूरी तरह से चलने के बाद इसकी क्षमता 100गीगावॉट हो जाएगी। कंपनी ने पिछले साल बेंगलुरु में बैटरी इनोवेशन सेंटर स्थापित करने के लिए भी बड़ा निवेश किया था।
ओला कंपनी की योजना अपने ओपेरशंस को तमिल नाडु में बढ़ाने की भी है और इसके लिए कंपनी ने राज्य सरकार के साथ एक एमओयू साइन किया है जिससे बैटरी सेल, इलेक्ट्रिक बाइक और इलेक्ट्रिक कारों की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाया जा सकेगा। इस एमओयू के तहत ओला राज्य में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज़, वेंडर और सप्लायर पार्क का निर्माण करेगी। इससे पहले कंपनी ने दावा किया था कि उसकी योजना 6 नए मॉडल को लॉन्च करने की है जिनमें से पहला मॉडल 2024 में उतारा जाएगा।
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चूंकि बैटरी इलेक्ट्रिक कारों के लिए सबसे बड़ी इनपुट कॉस्ट में से एक है, ऐसे में अगर बैटरी भारत में ही तैयार होती है तो इनकी कॉस्ट कम हो जाएगी और कारों की कुल लागत भी कम हो जाएगी और इससे कंपनी को सस्ती इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने में मदद मिलेगी। आप इस बारे में क्या सोचते हैं हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।