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    निसान,होंडा और मित्सुबिशी का 2025 तक होगा विलय

    प्रकाशित: दिसंबर 23, 2024 05:37 pm । भानु

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    जापान के तीन बड़े ऑटोमोटिव ब्रांड्स होंडा,निसान और मित्सुबिशी ने बिजनेस में सहयोग करने के लिए बातचीत शुरू करने को लेकर एक मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर किए हैं। काफी लंबे समय से लगाए जा रहे कयासों पर आखिरकार होंडा और निसान ने विराम लगा दिया है और दोनों मित्सुबिशी के साथ ये दोनों ब्रांड्स भी मिलकर काम करेंगे। 

    बातचीत का दौर हुआ शुरू

    आधिकारिक तौर पर होंडा-निसान-मित्सुबिशी के बीच बातचीत का दौर शुरू हो चुका है तो वहीं जून 2025 तक ये तीनों ब्रांड्स आपस में मिल सकते हैं। पार्टनरशिप पर हस्ताक्षर होने के बाद ये तीनों ब्रांड्स ये जॉइन्ट होल्डिंग कंपनी के अंतर्गत लिस्ट हो जाएंगे जिसका नाम अभी फाइनल होना बाकी है। नई जॉइन्ट होल्डिंग कंपनी के शेयरों को टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज के प्राइम मार्केट में टेक्निकल लिस्टिंग से गुजरना होगा, लिस्टिंग की योजना अगस्त 2026 में है।

    इस पार्टनरशिप से क्या की जा सकती है उम्मीद?

    अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूसरे ब्रांड्स से मुकाबला करने के लिए होंडा,निसान और मित्सुबिशी साथ आएंगे जहां वो पूरी दुनिया को आकर्षक प्रोडक्ट्स और सर्विस की पेशकश करेंगे। कंपनियों को उम्मीद है कि विलय से एक साल में 3 ट्रिलियन येन (19 बिलियन अमरीकी डालर) का मुनाफा होगा, जिससे यह वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी ऑटोमोटिव ताकतों में से एक बन जाएगी।

    होंडा-निसान-मित्सुबिशी के विलय से ऐसे नतीजे आ सकते हैं सामने:

    प्लेटफॉर्म शेयरिंग 

    ये तीनों ब्रांड्स व्हीकल प्लेटफॉर्म्स शेयर करेंगे जिससे प्रति व्हीकल पर आने वाली डेवलपमेंट कॉस्ट कम हो सकेगी जिसमें फ्यूचर डिजिटल सर्विसेज भी शामिल होगी और प्रॉफिट में इजाफा होने में भी मदद मिलेगी। ये तीनों ब्रांड्स आईसीई,एचईवी,पीएचईवी और ईवी प्लेटफॉर्म्स का स्टैंडर्डडाइजेशन करेंगे। 

    रिसर्च और डेवलपमेंट पर रहेगा फोकस 

    1 अगस्त 2024 को निसान और होंडा ने नेक्स्ट जनरेशन सॉफ्टवेयर डिफाइंड व्हीकल प्लेटफॉर्म्स तैयार करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया था। बिजनेस इंटीग्रेशन के बाद दोनों कंपनियां अब रिसर्च एंड डेवलपमेंट फंक्शंस पर फोकस करेंंगी। 

    मैन्यूफैक्चरिंग सिस्टम और प्लांट के करेगी इस्तेमाल

    इन कारमेकर्स का लक्ष्य प्रोडक्शन लाइन के साझा उपयोग द्वारा अपने वाहनों की मैन्यूफैक्चरिंग प्रक्रियाओं को अनुकूलित करना है, जिसके परिणामस्वरूप क्षमता उपयोग में पर्याप्त सुधार होगा जिससे निश्चित लागत में कमी और बेहतर दक्षता होगी।

    पूरे सप्लाय चेन में मिलेगा कॉम्पिटिटिव एडवांटेज

    पर्चेजिंग ऑपरेशंस और समान सप्लाय चेन से कॉमन पार्ट्स की सोर्सिंग में सुधार करते हुए ये कंपनियां मार्केट में अपने कॉम्पिटशन को मजबूत करेगी ​जिसके लिए वो अपने बिजनेस पार्टनर्स को भी साथ लाएगी। 

    सेल्स फाइनेंस फंक्शंस का होगा इंटीग्रेशन

    कंपनियों का लक्ष्य अपने सेल्स फाइनेंस फंक्शंस को एकीकृत करना और फ्यूचर मोबिलिटी सॉल्यूशंस और नई फाइनेंशियल सर्विसेज प्रदान करने के लिए ऑपरेशंस का विस्तार करना है।


    इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए टेलेंट फाउंडेशन की होगी स्थापना 

    इन कंपनियों के बीच एम्पलॉय एक्सचेंज और टेक्निकल कोलेबोरेशन से फ्यूचर मोबिलिटी टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए स्किल डेवलपमेंट को भी बढ़ावा मिलेगा। 

    जापान की इन तीनों बड़ी कार मैन्यूफैक्चरर्स के विलय के लेकर आपकी क्या है राय? कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं।

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