महिंद्रा की 2.6 लाख से ज्यादा कारों की चल रही है पेंडेंसी, स्कॉर्पियो एन और क्लासिक की 1.2 लाख यूनिट्स की डिलीवरी मिलना है बाकी
संशोधित: फरवरी 14, 2023 11:39 am | स्तुति | महिंद्रा एक्सयूवी300
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महिंद्रा ने हाल ही में तीसरी तिमाही (31 दिसंबर 2022 तक) के वित्तीय परिणाम जारी किए हैं। इसमें कंपनी ने खुलासा किया है कि इस अवधि के दौरान उसकी एसयूवी कारों की डिमांड 60 प्रतिशत बढ़ी है। महिंद्रा ने यह भी बताया है कि 1 फरवरी तक उसके कुल पेंडिंग ऑर्डर 2.66 लाख यूनिट के करीब थे।
स्कॉर्पियो और एक्सयूवी 700 के 70% से ज्यादा ऑर्डर हैं पेंडिंग
मॉडल |
पेंडिंग ऑर्डर |
स्कॉर्पियो एन और स्कॉर्पियो क्लासिक |
1.19 लाख |
एक्सयूवी 700 |
77,000 |
थार (थार रियर-व्हील-ड्राइव समेत) |
37,000 |
एक्सयूवी300 और एक्सयूवी400 |
23,000 |
बोलेरो और बोलेरो नियो |
9,000 |
डिलीवरी में क्यों हो रही है देरी?
महिंद्रा ने सीधे तौर पर अपनी कारों की डिलीवरी में देरी की कोई वजह नहीं बताई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि सप्लाई चेन बाधित होने और सेमी-कंडक्टर चिप की कमी के कारण डिलीवरी में देरी हो रही है।
महिंद्रा के नए मॉडल जैसे थार और एक्सयूवी 700 की बाजार में शुरुआत से ही काफी अच्छी डिमांड है। इनमें से एक्सयूवी 700 पर तो ज्यादा डिमांड के चलते दो साल तक वेटिंग पीरियड पहुंच गया था। इसके अलावा हाल ही में लॉन्च हुई एक्सयूवी 400 और स्कॉर्पियो एन को भी अच्छे बिक्री के आंकड़े मिल रहे हैं।
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दूसरी कार कंपनियों की भी ऐसी है स्थिति
महिंद्रा इकलौती कार कंपनी नहीं है जिसकी कारों के ऑर्डर पेंडिंग चल रहे हैं। 2023 की शुरुआत में मारुति और हुंडई ने खुलासा किया था कि उनकी काफी कारों के ऑर्डर पेंडिंग हैं।
कार कंपनियों के लिए ऐसी स्थिति से बचने का एकमात्र तरीका यह है कि वह अपनी कारों के सालाना प्रोडक्शन को बढ़ाए। टाटा भी फोर्ड के प्लांट का अधिग्रहण करके ऐसा ही कुछ कर रही है, जिससे कारों का वेटिंग पीरियड कम किया जा सकेगा।
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