महिंद्रा के मेड-इन-इंडिया वेंटिलेटर की कीमत रह सकती है 7,500 रुपये से भी कम
हर गुजरते दिन के साथ भारत में कोरोना वायरस के केस बढ़ते जा रहे है। इस बीच देश की कई बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियां मदद के लिए आगे आई है। इनमें से एक महिंद्रा ग्रुप भी है। कुछ दिनों पहले ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने घोषणा की थी कि देश में वेंटिलेटर की कमियों को देखते हुए उनकी कंपनी अपनी फैक्ट्रियों में वेनिलेटर्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने की दिशा में काम कर रही है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि स्वदेशी वेंटिलेटर एम्बु बैग (बैग वाल्व मास्क वेंटिलेटर) का एक ऑटोमेटेड वर्ज़न होगा।
घोषणा के कुछ दिनों बाद ही महिंद्रा के इंजीनियरों की एक टीम ने इसका प्रोटोटाइप वर्ज़न भी तैयार कर लिया है। इस पर आनंद महिंद्रा ने एक बार फिर ट्वीट कर के कहा कि, "हमारी कांदिवली और इगतपुरी टीमों पर मुझे गर्व है, जिन्होंने खुद को फैक्टरी तक सीमित रखते हुए और बिना नींद के 48 घंटों में इसका उत्पादन किया। विनम्रता के साथ, हम डिवाइस की उपयोगिता पर विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मांगेंगे। परिणाम कुछ भी हो, उन्होंने प्रदर्शित किया किया है कि भारत इससे लड़ सकता है.. pic.twitter.com/LrVXm4Acku — आनंद महिंद्रा (@anandmahindra) मार्च 26, 2020
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर, पवन गोयनका ने इस स्वदेशी वेंटिलेटर के विवरण का खुलासा करते हुए कहा कि, “हम बैग वाल्व मास्क वेंटिलेटर (जिसे आमतौर पर एम्बु बैग के रूप में जाना जाता है) के एक ऑटोमैटिक वर्ज़न पर काम कर रहे हैं। हमें मंजूरी के लिए तीन दिनों में एक प्रोटो तैयार होने की उम्मीद है। एक बार अप्रूवल मिल जाने के बाद, यह डिजाइन सभी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। ”
आपको जानकारी के लिए बता दें कि एक स्टंडर्ड वेंटिलेटर की कीमत लगभग 10 लाख रुपये तक होती है। लेकिन महिंद्रा द्वारा तैयार किए गए इस वेंटिलेटर की कीमत 7,500 रुपये से कम है। आनंद महिंद्रा ने बताया, "यह डिवाइस एक अंतरिम लाइफसेवर है और टीम का अनुमान है कि इसकी कीमत 7,500 रुपये से कम होगी।"
यदि चीजें प्लान के तहत चलती हैं, तो यह कदम वास्तव में देश में वेंटिलेटर की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है, जो कि कोरोनोवायरस उपचार का एक अभिन्न अंग है।
पाठकों को ये जान कर ख़ुशी होगी कि महिंद्रा न केवल ऑटोमैटिक बैग-टाइप वेंटिलेटर पर काम कर रही है, बल्कि कंपनी ने मौजूदा वेंटिलेटर निर्माताओं के साथ मिलकर डिजाइन को सिम्पली-फाई करने और प्रोडक्शन को बढ़ाने में भी मदद कर रही है। इसकी सुचना देते हुए पवन गोयनका ने ट्वीट किया, “हम दो बड़ी पीएसयू (पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग) के साथ-साथ वेंटिलेटर निर्माता कंपनियों के साथ मिलकर उनकी डिजाइनडिजाइन और स्केल-अप क्षमता को सरल बनाने में मदद करने कर रहे हैं। हमारी इंजीनियरिंग टीम अभी उनके साथ काम कर रही है। ”
इसके अलावा, आनंद महिंद्रा ने कई अन्य कदम भी उठाये है। उन्होंने अपने क्लब महिंद्रा रिसॉर्ट्स को मेडिकल फैसेलिटीज में काम में लेने की भी पेशकश की है। साथ ही, अपनी सैलरी भी कोविड-19 रिलीफ फण्ड में दान कर दी है।
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Please raise the temperature of oxygen in ventilator totolrable level for early recovery. JM THAPAR M.Tech IITD
God bless you and the team for your efforts towards human beings and society. You all will be remembered in history as heroes. Regards...
Hats off to the team who is working relentlessly to serve the society.