टोयोटा डीजल कार ओनर्स के लिए महत्वपूर्ण अपडेट आया सामने! क्रिस्टा,फॉर्च्यूनर और हाइलक्स से जुड़ा है मामला
प्रकाशित: जनवरी 29, 2024 07:04 pm । cardekho । टोयोटा इनोवा क्रिस्टा
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एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि टोयोटा के डीजल इंजन कंपनी के दावे किए गए आंकड़ों के अनुसार प्रदर्शन नहीं दे रहे हैं। हालांकि, इसमें ईसीयू (इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट) उल्लंघन शामिल है, लेकिन यह कुख्यात फोक्सवैगन 'डीज़लगेट' घोटाले जितना विचारशील मुद्दा नहीं लगता है जिसमें एमिशन के आंकड़ों में हेराफेरी शामिल थी। यह अनियमित डेटा टोयोटा के डीजल इंजन की पावर डिलीवरी से संबंधित है।
यह समस्या कैसे उत्पन्न हुई?
जब सर्टिफिकेशन टेस्टिंग के दौरान कुछ डीजल इंजन के पावर आउटपुट परफॉरमेंस के आंकड़े मापे गए तो यह पाया गया कि वह बड़े पैमाने पर मास प्रोडक्शन यूनिट में इस्तेमाल किए गए ईसीयू सॉफ्टवेयर से अलग ईसीयू सॉफ्टवेयर चला रहे थे। जांच रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा उनकी हॉर्सपावर वैल्यू को "कम बदलाव के साथ स्मूद दिखाने" के लिए किया गया था।
कौनसे मॉडल्स प्रभावित हुए?
जिन तीन डीजल इंजन की बात हो रही है वे सभी टोयोटा इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (टीआईसीओ) द्वारा निर्मित थे और ग्लोबल लेवल पर 10 मॉडल्स में फिट किए गए थे। यह इंजन भारत में नीचे लिखे इन टोयोटा मॉडल्स में फिट किए गए हैं :-
इंजन |
मॉडल्स |
बिक्री के लिए उपलब्ध |
2.8-लीटर डीजल |
फॉर्च्यूनर, हाइलक्स |
मई 2020 |
2.4-लीटर डीजल |
जुलाई 2020 |
|
3.3-लीटर डीजल |
अगस्त 2021 |
टोयोटा के सभी पॉपुलर मॉडल्स (जो मारुति सुजुकी के साथ साझा नहीं किए गए हैं) में डीजल इंजन दिए गए हैं जिसे देखकर ऐसा लगता है कि बड़ी संख्या में खरीदारों के पास प्रभावित इंजन वाली कारें होंगी।
क्या टोयोटा ओनर्स के लिए है ये चिंता की बात?
टोयोटा ने आश्वासन देते हुए कहा है कि प्रभावित इंजन वाले मॉडल्स का उपयोग बंद करने की कोई आवश्यकता नहीं है। कंपनी का कहना है कि उसने अपने प्लांट में बड़े पैमाने पर मास-प्रोडक्यूड इंजन को फिर से री-वेरीफाई किया है और पुष्टि की है कि वह वास्तव में अपने इंजन परफॉरमेंस स्टैंडर्ड का पालन करते हैं। इस मुद्दे से उसकी विश्वसनीयता प्रभावित नहीं होगी।
अब क्या होगा अगला कदम
इस जांच के बाद टोयोटा इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन ने अस्थाई तौर पर उपर बताए गए इंजन की शिपमैंट को बंद कर दिया है वहीं टोयोटा इन इंजन से लैस अपनी कारों के शिपमैंट को भी फिलहाल रोक दिया है।
इस मामले में टोयोटा किलोस्कर मोटर्स के एक प्रवक्ता ने अपनी ओर से बयान जारी किया हैः
“टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन से संबधित कंपनी टोयोटा इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन ने 29 जनवरी, 2024 को घोषणा की कि तीन डीजल इंजन मॉडलों पर हॉर्सपावर आउटपुट सर्टिफिकेशन टेस्ट में अनियमितताएं पाई गईं। भारत में ये इंजन इनोवा क्रिस्टा,फॉर्च्यूनर और हाइलक्स में दिए गए हैं।
ये अनियमितताएं पावर और टॉर्क कर्व्स की स्मूदिंग से संबंधित हैं, लेकिन हॉर्सपावर, टॉर्क या अन्य पावरट्रेन से संबंधित कोई ज्यादा दावे नहीं किए गए हैं। इसके अलावा इसका असर व्हीकल्स की सेफ्टी और एमिशंस पर नहीं पड़ेगा।
टोयोटा इन प्रभावित व्हीकल्स के सर्टिफिकेशन के लिए उपयोग किए गए डेटा की फिर से पुष्टि करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ काम कर रही है।
ऐसे में, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर प्राइवेट लिमिटेड (टीकेएम) के मामले में भी प्रभावित वाहनों का शिपमेंट अस्थायी रूप से बंद किया जा रहा है।
हालांकि कंपनी नए ऑर्डर्स लेती रहेगी। जो कारें शोरूम्स पर भेज दी गई हैं मगर उनकी डिलीवरी ग्राहकों को नहीं मिली है उनके लिए हम अपने ग्राहकों को इस स्थिति के बारे में सावधानीपूर्वक समझाएंगे।
इसके बाद हम उन ग्राहकों के लिए रजिस्ट्रेशन और डिलीवरी के लिए आगे का कदम उठाएंगे जो कंपनी की कार लेना चाहते हैं”।
ऐसा माना जा रहा है कि टोयोटा इस मामले को सुलझाने के लिए काफी गहराई से काम कर रही है। फिलहाल के लिए टोयोटा की एसयूवी कारें खरीदने के इच्छुक ग्राहकों को कुछ समय इंतजार करना पड़ सकता है और जिन कस्टमर्स को डिलीवरी मिलने जा रही है वो उन्हें इसी कंडीशन में स्वीकार कर सकते हैं।
डीजल इंजन का भविष्य
काफी कारमेकर्स ने अपने लाइनअप से डीजल मॉडल्स हटा दिए हैं मगर टोयोटा जैसी कंपनी अब भी डीजल इंजन वाली कारें बेच रही है। टोयोटा लंबे समय तक डीजल व्हीकल्स बेचने के लिए काफी काम कर रही है और उन्हें एमिशन नॉर्म्स के अनुरूप अपग्रेड भी कर रही है।
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