चीन की ग्रेट वॉल मॉटर्स ने महाराष्ट्र सरकार के साथ साइन किया एमओयू, कंपनी तालेगांव प्लांट में करेगी निवेश
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- ग्रेट वॉल मोटर्स ने भारतीय बाजार में अलग-अलग चरणों में 1 बिलियन यूएस डॉलर (7,500 करोड़ से ज्यादा) का निवेश किया है।
- कंपनी अपने तालेगांव प्लांट और बेंगलुरु के आर एंड डी सेंटर में 3000 लोगों को रोज़गार देगी।
- चीनी कंपनी अपने भारतीय प्लांट से कारों को एक्सपोर्ट करने पर भी विचार कर सकती है।
चीन की कार निर्माता कंपनी ग्रेट वॉल मोटर्स (Great Wall Motors) ने महाराष्ट्र सरकार के साथ एक एमओयू साइन किया है। एमओयू में आधिकारिक तौर पर जीडब्ल्यूएम कंपनी के तालेगांव प्लांट में निवेश करने की घोषणा की गई है। बता दें कि यह प्लांट इससे पहले जनरल मोटर्स के स्वामित्व में था। इस साल के शुरुआत में ही कंपनी द्वारा प्लांट का अधिग्रहण किया गया था।
जीडब्ल्यूएम का कहना है कि हमारा महाराष्ट्र स्थित तालेगांव प्लांट और बेंगलुरु स्थित आर एंड डी सेंटर भविष्य में 3,000 लोगों के लिए रोजगार पैदा करेगा। कंपनी भारतीय बाजार में अलग-अलग चरणों में करीब 1 बिलियन यूएस डॉलर (7,500 करोड़) निवेश करेगी।
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अपनी प्रेस रिलीज़ में कंपनी ने बताया कि तालेगांव प्लांट मुंबई पोर्ट से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसे में माना जा सकता है कि कंपनी तालेगांव प्लांट में भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए भी कारों का उत्पादन करने पर विचार कर सकती है।
आपको बता दें कि ग्रेट वॉल मोटर्स ने भारतीय बाजार में कई एसयूवी कारों के साथ दस्तक देने की योजना बना ली है। कंपनी की भारत में लॉन्च होने वाली एसयूवीज की सूची में हवल एफ5 (Haval F5) और एफ7 भी शामिल हैं। भारतीय मार्केट में कंपनी की पहली कार 2021 तक लॉन्च की जा सकती है। सेगमेंट में एफ5 का कम्पेरिज़न हुंडई क्रेटा और किया सेल्टोस से होगा। वहीं, बड़ी एसयूवी हवल एफ7 (Haval F7) का मुकाबला जीप कंपास और टाटा हैरियर से होगा।
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