चीन में लॉन्च हुई इलेक्ट्रिक रेनो क्विड, भारत आने वाली क्विड फेसलिफ्ट जैसा है इसका डिजाइन
रेनो क्विड के इलेक्ट्रिक वर्जन को चीन में लॉन्च किया गया है। यहां इसे सिटी के-जेडई नाम से उतारा गया है। इसके बेस वेरिएंट की कीमत भारतीय करेंसी के मुताबिक 6.22 लाख रुपये (61,800 यूआन) है। कंपनी ने इसका कॉन्सेप्ट पहली बार 2018 में दिखाया था। इसका डिजाइन भारत आने वाली क्विड फेसलिफ्ट जैसा है। भारत में फेसलिफ्ट क्विड को सितंबर 2019 के आखिर तक लॉन्च किया जा सकता है।
चीन में लॉन्च हुई सिटी के-जेडई में 26.8केडब्ल्यूएच लिथियिम-आयन बैटरी लगी है। न्यू यूरोपियन ड्राइविंग साइकल टेस्ट में इस कार ने सिंगल चार्ज में 271 किलोमीटर का सफर तय किया। उम्मीद जताई जा रही है कि सड़क पर यह कार 200 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर सकती है।
इस में लगी इलेक्ट्रिक मोटर कार को 44 पीएस की पावर और 125 एनएम का टॉर्क देती है। इसकी टॉप स्पीड 105 किलोमीटर प्रति घंटा है। 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पाने में इसे 10.8 सेकंड का समय लगता है।
सिटी के-जेडई को सीएमएफए प्लेटफार्म पर तैयार किया गया है, इसी प्लेटफार्म पर भारत में उपलब्ध रेनो क्विड भी बनी है। फर्क ये है कि क्विड हैचबैक पेट्रोल इंजन से चलती है, जबकि सिटी के-जेडई में इलेक्ट्रिक मोटर लगी है जिसे बैटरी से पावर सप्लाई होती है।
सिटी के-जेडई में लगी लिथियम आयन बैटरी को एसी और डीसी फास्ट चार्जर से चार्ज किया जा सकता है। इसे रेग्यूलर 6.6केडब्ल्यूएच चार्जर से फुल चार्ज होने में चार घंटे का समय लगता है। वहीं डीसी चार्जर से यह आधे से एक घंटे में 30 से 80 फीसदी तक चार्ज हो जाएगी।
सिटी के-जेडई में 8.0 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, 4जी वाईफाई कनेक्टिविटी, पीएम2.5 एयर क्वालिटी सेंसर और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर दिए गए हैं। भारत आने वाली फेसलिफ्ट क्विड में ये फीचर मिलने की ज्यादा संभावनाएं कम ही हैं।
इसकी ग्रिल को यू शेप दिया गया है। इसके दोनों ओर पतले हेडलैंप, डे-टाइम रनिंग एलईडी लाइटों के साथ दिए गए हैं। कार के पीछे वाले हिस्से का डिजाइन काफी हद तक भारत में उपलब्ध क्विड जैसा है। कार के टेललैंप और रिफ्लेक्टर में जरूर मामूली बदलाव हुए हैं। सिटी के-जेडई को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत आने वाली क्विड फेसलिफ्ट काफी हद तक ऐसी ही होगी।
रेनो की योजना 2022 तक भारत में पहली इलेक्ट्रिक कार उतारने की योजना है। अनुमान लगाए जा रहे हैं कि कंपनी सिटी के-जेडई को भी भारत में पेश कर सकती है।
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Anyway, who dare to drive a car or any vehicle at 80-105 kmph speed in city. Wo bi indian cities main.
At this range of 250 kms, I'd the company can restrict the speed to 80kms it is enough. By this battery life will increase and they should drive this vehicle at the earliest to capture the market.
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Exactly no need for 105kmph and yes just make the air-conditioning more efficient so that it can cools the cabin to 24,25 max no need of ultra cooling so that battery range can be maximize